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DAV Class 8 Hindi Abhyas Sagar Solution Chapter 2 असल धन
तत्सम-तद्भव, विराम-चिह्न
प्रश्न 1.
नीचे दिए गए वाक्यों को ध्यान से पढ़िए-
(क) उसने दुख और आश्चर्य से पूछा, “मेरा दोष क्या है?
(ख) मनुष्य अपने कर्मों से महान बनता है।
(ग) दरबारियों की आँखों में चमक आ गई।
(घ) ईरान के किसी गाँव में एक चरवाह रहता था।
(ङ) दरबारी शाह के कान भरने लगे।
अब इन वाक्यों में मोटे काले शब्दों को दी गई श्रेणियों में विभाजित करके लिखिए-
उत्तर:
तत्सम = दुख, आश्चर्य, दोष, कर्मों
तद्भव = आँखों, गाँव, कान
प्रश्न 2.
निम्नलिखित शब्द- समूहों में तत्सम शब्दों पर घेरा लगाइए-
उत्तर:
प्रश्न 3.
निम्नलिखित शब्द- समूहों में तद्भव शब्दों पर घेरा लगाइए –
उत्तर:
प्रश्न 4.
खंड ‘क’ के तत्सम शब्दों का मिलान खंड ‘ख’ में दिए उनके तद्भव रूपों से कीजिए-
उत्तर:
प्रश्न 5.
निम्नलिखित वाक्यों को उचित शब्द द्वारा पूरा कीजिए-
(क) मेरे पाँव में ________ चुभ गया। (कंटक/काँटा)
(ख) पेड़ के________ गिर गए । (पत्र/पत्ते)
(ग) वे कल ________ प्रवेश करेंगे। (घर/गृह)
(घ) रावण के________ सिर थे। (दस/दश)
(ङ) भगवान को ________ स्नान करवाओ। (दूध/दुग्ध)
उत्तर:
(क) मेरे पाँव में काँटा चुभ गया।
(ख) पेड़ के पत्ते गिर गए।
(ग) वे कल गृह प्रवेश करेंगे।
(घ) रावण के दस सिर थे।
(ङ) भगवान को दुग्ध स्नान करवाओ।
प्रश्न 6.
दिए गए चित्रों के सामने उनके नाम के तत्सम और तद्भव रूप लिखिए-
उत्तर:
प्रश्न 7.
नीचे स्तंभ ‘क’ में विराम-चिह्न दिए हैं और स्तंभ ‘ख’ में उनके नाम दिए गए हैं। रेखा खींचकर विराम चिह्नों को उनके नाम से मिलाइए-
उत्तर:
प्रश्न 8.
नीचे दिए गए वाक्यों में प्रयुक्त विराम-चिह्नों को पहचानिए और उनके नाम लिखिए-
वाक्य | विराम-चिह्न | नाम |
(क) हमने जीवन में कई पड़ोस बदले हैं। | ||
(ख) हमें पता है कि ‘केबल’ टी.वी. नई पीढ़ी के लिए कितना नुकसानदेह है। | ||
(ग) हम एक ही सवाल दागते, ” आज भाभी जी का क्या हाल है?” | ||
(घ) ” आंटी, आंटी! मम्मी ने आपकी साड़ियाँ प्रेस करवाकर भेजी हैं।” | ||
(ङ) पंडित जी (जवाहर लाल नेहरू) भारत के प्रथम प्रधानमंत्री थे। |
उत्तर:
प्रश्न 9.
नीचे लिखे वाक्यों में उचित विराम-चिह्न लगाइए-
(क) हमारे पड़ोसी बहुत अच्छे हैं
(ख) मैं चिल्लाया यह कूड़ा किसने फेंका है
(ग) आज मैंने प्रेमचंद की ‘बड़े भाई साहब’ कहानी पढ़ी
(घ) बच्चो क्या कर रहे हो
(ङ) कचरा इधर-उधर मत फेंको
(च) अरे बाप रे इतना बड़ा हाथी
उत्तर:
(क) हमारे पड़ोसी बहुत अच्छे हैं।
(ख) मैं चिल्लाया, “यह कूड़ा किसने फेंका है? ”
(ग) आज मैंने प्रेमचंद की ‘बड़े भाई साहब’ कहानी पढ़ी।
(घ) “बच्चो ! क्या कर रहे हो?”
(ङ) कचरा इधर-उधर मत फेंको।
(च) अरे ! बाप रे! इतना बड़ा हाथी।
प्रश्न 10.
निम्नलिखित गद्यांश को ध्यान से पढ़िए तथा दिए गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए-
रीनू ने सबसे कह दिया कि रेवा की मम्मी ने उसके जन्मदिन पर बुलाया है। दूसरे दिन पहली अप्रैल थी । सुबह से रीनू के मन में शाम का नज़ारा देखने की बेचैनी थी। जब सब अपने- अपने उपहार लेकर जाएँगे और रेवा हैरान होकर सबका मुँह ताकती रह जाएगी। वह और उसकी मम्मी परेशान – सी कहेंगी, “हमने तो किसी को नहीं बुलाया। किसी का जन्मदिन भी नहीं है। फिर सब उपहार लेकर क्यों आए हैं?” उस समय सबके चेहरे देखने लायक होंगे। सारा दिन स्कूल में उसका मन नहीं लगा। लेकिन एक बात सबसे मुश्किल थी। वह यह कि रीनू ही तो सबको अप्रैल फूल बना रही थी। बिना गए सबके खिसियाने चेहरे कैसे देखेगी। इसलिए उसे तो जाना ही होगा । वह भी एक डिब्बे में काग़ज़ भरकर उसे सजाकर रेवा के घर गई। उसके घर पहुँची तो देखा, सब खा-पी रहे थे। रेवा ने उसे देखा तो खींचकर अंदर ले गई। सचमुच रेवा का जन्मदिन था। उसे और सबको बुद्धू बनाने के चक्कर में रीनू का ही अप्रैल फूल बन गया।
(क) रीनू ने सबसे क्या कहा था?
उत्तर:
रीनू ने सबसे कहा था कि रेवा की मम्मी ने उसके जन्मदिन पर बुलाया है।
(ख) रीनू कौन- सा नज़ारा देखना चाहती थी ?
उत्तर:
रीनू शाम का वह नज़ारा देखना चाहती थी जब सब उपहार लेकर रेवा के घर जाएँगे और रेवा हैरान होकर सभी को देखती रह जाएगी।
(ग) स्कूल में रीनू क्या सोच रही थी ?
उत्तर:
स्कूल में रीनू सोच रही थी कि वही तो सबको अप्रैल फूल बना रही थी । उसे भी रेवा के घर जाना होगा ताकि वह सभी के खिसियाने चेहरे देख सके।
(घ) रेवा के घर पहुँचकर रीनू ने क्या देखा ?
उत्तर:
रेवा के घर पहुँचकर रीनू ने देखा कि रेवा के जन्म दिन पर सब सचमुच खा-पी रहे थे।
(ङ) रीनू क्या चाहती थी और क्या हुआ ?
उत्तर:
रीनू सबको अप्रैल फूल बनाना चाह रही थी, पर सबको बुद्धू बनाने के चक्कर में उसका खुद का अप्रैल फूल बन गया।
प्रश्न 11.
निम्नलिखित अनुच्छेद में उचित विराम चिह्नों का प्रयोग कीजिए-
उत्तर:
मुरलीवाला बोला, ” आपको क्या पता बाबूजी कि इनकी असली लागत क्या है? यह तो ग्राहकों का दस्तूर होता है कि दुकानदार चाहे हानि उठाकर चीज़ क्यों न बेचे पर ग्राहक यही समझते हैं, दुकानदार मुझे लूट रहा है । आप भला काहे को विश्वास करेंगे, लेकिन सच पूछिए तो बाबूजी असली दाम दो ही पैसा है। आप कहीं से दो पैसे में यह मुरली नहीं पा सकते। मैंने तो पूरी एक हज़ार बनवाई थीं, तब मुझे इस भाव पड़ती हैं।
आओ दोहराएँ
प्रश्न 12.
निम्नलिखित शब्दों में उचित स्थान पर अनुस्वार ( – ) का प्रयोग कीजिए-
उत्तर:
(क) प्रशसा = प्रशंसा
(ख) कथा = कंधा
(ग) दत = दंत
(घ) महत = महंत
(ङ) हिदी = हिंदी
(च) प्रात = प्रांत
प्रश्न 13.
निम्नलिखित शब्दों में ‘र’ के उचित रूप का प्रयोग कीजिए-
उत्तर:
(क) पभाव = प्रभाव
(घ) कमचारी = कर्मचारी
(छ) आश्चय = आश्चर्य
(ख) केंद = केंद्र
(ङ) भष्ट = भ्रष्ट
(ज) पसाद = प्रसाद
(ग) गाहक = ग्राहक
(च) निदयी = निर्दयी
प्रश्न 14.
निम्नलिखित शब्दों में उचित स्थान पर नुक्ता (.) का प्रयोग कीजिए-
उत्तर:
(क) रोज = रोज़
(ख) टेलीफोन = टेलीफ़ोन
(ग) जीनत = ज़ीनज
(घ) गरज = गरज़
(ङ) लिफाफा = लिफ़ाफ़ा
(च) नाज = नाज़
प्रश्न 15.
निम्नलिखित मुहावरों का वाक्यों में प्रयोग करते हुए अर्थ बताइए-
उत्तर:
(क) फूला न समाना
वाक्य = खिलौने पाकर बच्चा फूला न समाया।
अर्थ = बहुत खुश होना
(ख) कान भरना
वाक्य = कुछ दरबारी बीरबल के विरुद्ध अकबर के कान भरते रहते थे।
अर्थ = चुगली करना
(ग) दंग रह जाना
वाक्य = सरकस में नन्ही बलिका का करतब देख दर्शक दंग रह गए।
अर्थ = आश्चर्यचकित रह जाना
(घ) उल्लू सीधा करना
वाक्य = आज के नेता चुनाव जीतते ही अपना उल्लू सीधा करने में जुट जाते हैं।
अर्थ = अपना स्वार्थ पूरा करना
प्रश्न 16.
‘खुश होना’ भाव को प्रकट करने वाले कई मुहावरे नीचे दिए गए हैं। इनका वाक्यों में प्रयोग कीजिए-
उत्तर:
(क) मंत्री बनाए जाने की बात सुनते ही नेताजी के मन में लड्डू फूटने लगे।
(ख) अपनी प्रशंसा सुनकर सुमन गद्गद् हो गई।
(ग) जब से गणेश की एक करोड़ की लॉटरी लगी है तब से उसके पाँव ज़मीन पर नहीं पड़ रहे हैं।
(घ) बेटे के डॉक्टर बनने पर घरवालों ने घी के दीए जलाए।
(ङ) अपनी कक्षा में प्रथम आने की बात सुनकर उमंग फूला न समाया।
प्रश्न 17.
निम्नलिखित संज्ञा शब्दों के भेदों के नाम लिखिए-
उत्तर:
(क) मुस्कराहट = भाववाचक
(च) प्रेमचंद = व्यक्तिवाचक
(ख) किसान = जातिवाचक
(छ) दुकान = जातिवाचक
(ग) भिखारी = जातिवाचक
(ज) शत्रुता $=$ भाववाचक
(घ) धुलाई = भाववाचक
(झ) शिमला = व्यक्तिवाचक
(ङ) महाभारत = व्यक्तिवाचक
(ज) विद्यार्थी = जातिवाचक
आओ लिखें
प्रश्न 18.
अपने मोहल्ले के पार्क की सफ़ाई करवाने हेतु नगर निगम अधिकारी को पत्र लिखिए
उत्तर:
परीक्षा भवन
क.ख.ग. विद्यालय
नई दिल्ली
22 मार्च, 20XX
नगर निगम अधिकारी
(उद्यान विभाग)
उत्तरी दिल्ली नगर निगम
टाउन हॉल, नई द्लिली- 110006
विषय- पार्क की बदहाल सफ़ई-व्यवस्था के संबंध में।
महोदय
मैं आपका ध्यान अपने मोहल्ले राणा प्रताप बाग के उस पार्क की ओर ले जाना चाहता हूँ जो सफ़ई के अभाव में दयनीय हालत में पहुँच गया है। इस पार्क की सफ़ई के लिए नियुक्त कर्मचारी सफ़ई करने के बजाय इधर-उधर बैठकर, गप करके या ताश खेलकर घर चले जाते हैं। इससे पार्क में जगह-जगह सूखी पत्तियों तथा कूड़े-करकट के ढेर लग गए हैं। आवार जानवर इस कूड़े को बिखेरते हैं तथा यहाँ-वहाँ मल-मूत्र त्यागकर और भी बदहाल बना देते हैं। ऐसी गंदगी में अब तो पार्क में घूमना-टहलना, बैठना, व्यायाम करना मुश्किल हो गया है। बदबू के मारे नाक पर रुमाल रखे बिना पार्क से गुज़रना भी मुश्किल है।
अतः आपसे प्रार्थना है कि मोहल्ले वालों की असुविधा तथा बीमारी फैलने की संभावना को ध्यान में रखते हुए इस पार्क की साफ़-सफ़ई के लिए अविलंब ठोस कदम उठाकर कृतार्थ करें।
सधन्यवाद्
भवदीय
अ.ब.स.