Regular practice using DAV Class 7 Hindi Book Solutions and DAV Class 7 Hindi Chapter 7 Question Answer – स्कूल की छुट्टियाँ are essential for improving writing and analytical skills.
DAV Class 7 Hindi Chapter 7 Question Answer – स्कूल की छुट्टियाँ
DAV Class 7 Hindi Ch 7 Question Answer – स्कूल की छुट्टियाँ
पाठ में से
प्रश्न 1.
स्वामीनाथन के मित्रों के नाम लिखिए।
उत्तर:
स्वामीनाथन के मित्रों के नाम थे-मटर, मणि, राजम और शंकर।
प्रश्न 2.
स्वामीनाथन को पिता जी की कौन-सी बात ठीक लगी और क्यों?
उत्तर:
स्वामीनाथन के पिता ने कहा था, “मान लो तुम फेल हो जाते हो और तुम्हारे सहपाठी तुम्हें पीछे छोड़कर आगे बढ़ जाते हैं तो?” स्वामीनाथन को यह बात इसलिए ठीक लगी क्योंकि वह अपने साथियों से पीछे नहीं रहना चाहता था।
प्रश्न 3.
स्वामीनाथन को अंतिम दिन परीक्षा भवन से बाहर आते हुए कैसा लग रहा था?
उत्तर:
स्वामीनाथन अंतिम दिन परीक्षा भवन से बाहर आते हुए, जहाँ एक तरफ सूखे होंठ, सूखा गला, थकान महसूस कर रहा था, वहाँ दूसरी तरफ़ परीक्षा समाप्त होने की खुशी भी थी।
प्रश्न 4.
स्वामीनाथन ने छठे प्रश्न के उत्तर के बारे में क्या झूठ कहा और क्यों?
उत्तर:
स्वामीनाथन ने छठे प्रश्न का उत्तर केवल एक पंक्ति में लिखा था, जबकि उसके साथियों ने एक पेज, तीन-चौथाई और आधे पृष्ठ में लिखा था। ऐसे में स्वामी ने झूठ बोलकर कहा कि उसने भी आधे पृष्ठ का उत्तर लिखा है।
प्रश्न 5.
हैडमास्टर ने बच्चों को छुट्टियाँ किस प्रकार बिताने की सलाह दी?
उत्तर:
हैडमास्टर ने बच्चों को छुट्टियों में कहानियों की किताबें पढ़ने तथा अगली कक्षा की किताबों पर भी नज़र डालने की सलाह दी।
प्रश्न 6.
नीचे दिए गए कथन किसने कहे, किससे कहेकथन –
उत्तर:
(क) स्वामी, तुम अभी सोए नहीं?
(ख) तुमने आखिरी सवाल के जवाब में किसने कहा किससे कहा स्वामीनाथन के पिता जी ने स्वामीनाथन ने स्वामीनाथन से क्या लिखा?
(ग) हाँ भाई, तुम लोगों को पेपर कैसा लगा? स्वामीनाथन ने सहपाठी से
प्रश्न 7.
उचित उत्तर पर सही (✓) का निशान लगाइए –
राजम और शंकर से उत्तर
(क) स्वामीनाथन की परीक्षाओं को लेकर कौन परेशान था?
उत्तर:
(✓) पिता
(ख) स्वामीनाथन ने द्शलमलव के सवालों को करने में कितना समय लगाया?
उत्तर:
(✓) आधा घंटा
(ग) कौन-सी भाषा का पेपर पाँच बजे तक चलने वाला था?
उत्तर:
(✓) तमिल
बातचीत के लिए
प्रश्न 1.
स्वामीनाथन को ऐसा क्यों लगा कि पिता जी का मिजाज़ खराब होता जा रहा है?
उत्तर:
स्वामीनाथन को लगता था कि उसके पिता जी तंग करने के लिए उसे बार-बार पढ़ने के लिए कहते रहते हैं तथा उसे हमेशा डाँटते रहते हैं।
प्रश्न 2.
आपके पिता जी का मिजाज़ खराब है, किन-किन बातों से आप पता लगाते हैं?
उत्तर:
उनके गुस्से में बोलने, बहुत कम बोलने, एक ही बात के पीछे पड़ जाने पर मैं समझ जाता हूँ कि पिता जी का मिजाज़ खराब होता जा रहा है।
प्रश्न 3.
आपके साथ ऐसा कब-कब होता है, बताइए-
(क) थकान होना – ……………………….
(ख) गला सूखना – ……………………….
(ग) चिढ़ जाना – ……………………….
(घ) अटपटा लगना – ……………………….
उत्तर:
(क) अधिक परिश्रम करने, रात में देर तक जागने, ऊँचाई पर चढ़ने पर।
(ख) धूप में चलने, अधिक देर तक काम करने, पानी न पीने पर।
(ग) किसी के एक ही बात को बार-बार कहने, झूठा आरोप लगाने पर।
(घ) असमय या अप्रासंगिक कोई बात कहने पर।
प्रश्न 4.
आप सब छुट्टियों में क्या करना पसंद करते हैं? कक्षा में इस पर बातचीत कीजिए।
उत्तर:
विद्यार्थी स्वयं करें।
अनुमान और कल्पना
प्रश्न 1.
यदि आप परीक्षा देते हुए कुछ प्रश्नों के उत्तर भूल गए तो आप क्या करेंगे?
उत्तर:
यदि मैं परीक्षा देते हुए कुछ प्रश्नों के उत्तर भूल जाऊँ तो सबसे पहले मैं उन प्रश्नों पर निशान लगा लूँगा। पहले वे प्रश्न हल करूँगा जो मुझे अच्छी तरह से आते हैं। न आने वाले प्रश्नों के बारे में ज्यादा सोचकर समय खराब नहीं करूँगा। जब सारे आने वाले प्रश्न हल हो जाएँगे तब मैं उन प्रश्नों के बारे में सोचूँगा, उनसे संबंधित पाठ के बारे में जानने की कोशिश करूँगा, फिर उन्हें पाठ से संबंधित विषय वस्तु के आधार पर लिखने का प्रयास करूँगा।
प्रश्न 2.
मान लीजिए कि स्वामीनाथन की जगह पर आप होते तो परीक्षाएँ समाप्त होने की खुशी में क्या करते?
उत्तर:
यदि मैं स्वामीनाथन की जगह पर होता तो परीक्षाएँ समाप्त होने पर खुशी मनाता। अपने दोस्तों के साथ खूब हँसी-मज़ाक करता। छुट्टियों में कौन, क्या करेगा, यह पूछता। कौन, कहाँ घूमने जाएगा, यह जानने का प्रयास करता। मैं भी दोस्तों के साथ मिलकर खूब शोर मचाता और चीखता-चिल्लाता हुआ बाहर आता।
भाषा की बात
प्रश्न 1.
पाठ में से अनुस्वार, अनुनासिक और नुक्ता वाले कोई दो-दो शब्द छाँटकर लिखिए –
उत्तर:
अनुस्वार | अनुनासिक | नुक्ता |
रंग / घंटा | गूँज, वहाँ | आवाज़ तूफ़ान |
डंडा / बतंगड़ | ऊँची, चूड़ियाँ, पाँच | इंतज़ार, मिजाज़ |
प्रश्न 2.
नीचे दिए गए शब्द पाठ में से लिए गए हैं। इन्हें पाठ में खोजकर बताइए कि ये स्त्रीलिंग हैं या पुल्लिग –
उत्तर:
शब्द | लिंग |
(क) तुम्हारी | स्त्रीलिंग |
(ख) परेशान | पुल्लिंग |
(ग) आवाज़ | स्त्रीलिंग |
शब्द | लिंग |
(घ) बात | स्त्रीलिंग |
(ङ) उत्तर | पुल्लिंग |
(च) किताब | स्त्रीलिंग |
प्रश्न 3.
पाठ में से नीचे दिए गए शब्दों के विलोम शब्द ढूँढ़कर लिखिए-
उत्तर:
(क) धीरे – जल्दी
(ख) निराशा – आशा
(ग) थोड़ा – ज़्यादा
(घ) सवाल – जवाब
जीवन-मूल्य
- याद रखो परीक्षा नज़दीक है।
- स्वामीनाथन के जीवन का यह बहुत कठिन समय था।
प्रश्न 1.
क्या विद्यार्थियों के लिए परीक्षा का समय कठिन होता है? क्यों?
उत्तर:
जी हाँ, विद्यार्थियों के लिए परीक्षा का समय कठिन होता है, क्योंकि परीक्षा-अवधि में ही पूरे वर्ष की मेहनत का आकलन होना है। इतने कम समय में सारी चीजे लिखने का मानसिक द्बाव रहता है। रिश्तेदारों, अध्यापकों, माता-पिता तथा समाज का भी एक अनावश्यक मानसिक दबाव इन दिनों में देखने को मिलता है। इसलिए यह समय विद्यार्थियों के लिए जहाँ कठिन होता है, वहाँ सुखदायी भी होता है, क्योंकि इसके बाद वे अगली कक्षा में चले जाते हैं।
प्रश्न 2.
विद्यार्थियों को परीक्षाओं का समय, जीवन का कठिन समय न लगे, इसके लिए उन्हें क्या-क्या करना चाहिए?
उत्तर:
विद्यार्थियों को परीक्षाओं का समय, जीवन का कठिन समय न लगे, इसके लिए, उन्हें निम्नलिखित कार्य करने चाहिए:
- पहले से ही विषय से संबंधित पुस्तकं और सहायक सामग्रियाँ एकत्रित कर लेनी चाहिए ताकि अधिक समय नष्ट न हो।
- टाइम-टेबल बनाकर उसके अनुसार कार्य करना चाहिए।
- अनावश्यक चीजों के बारे में नहीं सोचना चाहिए।
- परीक्षा को लेकर अपने मन में किसी प्रकार का भय नहीं पालना चाहिए।
- अपने खान-पान का पूरा ख्याल रखना चाहिए, कहीं ऐसा न हो कि परीक्षा के कारण खान-पान का ख्याल ही न रहे।
- पहले की तरह समयानुसार ही अपने सभी कार्य करने चाहिए।
कुछ करने के लिए –
प्रश्न 1.
कहानी ‘स्कूल की छुट्टियाँ’ को नाटक के रूप में ढालते हुए विद्यालय में इसका मंचन कीजिए।
उत्तर:
विद्यार्थी स्वयं करें।
प्रश्न 2.
आप भी ज़रूर कहानियों की किताबें पढ़ते होंगे। अपनी मनपसंद कहानी कक्षा में सुनाइए।
उत्तर:
विद्यार्थी स्वयं करें।
DAV Class 7 Hindi Ch 7 Solutions – स्कूल की छुट्टियाँ
I. बहुविकल्पीय प्रश्न
प्रश्न 1.
परीक्षा से कितना समय पहले स्वामीनाथन को लगा कि उसके पिता का मिजाज़ खराब हो गया है?
(क) एक सप्ताह पहले
(ख) दो सप्ताह पहले
(ग) तीन सप्ताह पहले
(घ) चार सप्ताह पहले
उत्तर:
(ख) दो सप्ताह पहले
प्रश्न 2.
तुम्हारी इंतज़ार कर सकती है, परीक्षा नहीं।
(क) माँ
(ख) चाची
(ग) दादी
(घ) नानी
उत्तर:
(ग) दादी
प्रश्न 3.
तालुका घड़ी में कितने बजते ही उसे सोने के लिए कह दिया जाता है?
(क) आठ
(ख) नौ
(ग) दस
(घ) ग्यारह
उत्तर:
(ख) नौ
प्रश्न 4.
इनमें से कौन-सा स्वामीनाथन का साथी नहीं था?
(क) मणि
(ख) राजन
(ग) शंकर
(घ) मटरू
उत्तर:
(घ) मटरू
प्रश्न 5.
स्वामीनाथन ने किस सवाल में आधा घंटा समय लगाया?
(क) भिन्न
(ख) भाग
(ग) गुणा
(घ) दशमलव
उत्तर:
(घ) दशमलव
प्रश्न 6.
अंतिम प्रश्नपत्र किस विषय का था?
(क) संस्कृत
(ख) अंग्रेज़ी
(ग) तमिल
(घ) गणित
उत्तर:
(ग) तमिल
प्रश्न 7.
स्वामीनाथन को किस सवाल के बारे में पता था कि वह गलत है?
(क) चौथा
(ख) पाँचवाँ
(ग) छठा
(घ) दूसरा
उत्तर:
(क) चौथा
प्रश्न 8.
इनमें से किसे तमिल से डर लगता था?
(क) स्वामीनाथन
(ख) शंकर
(ग) राजम
(घ) मणि
उत्तर:
(ग) राजम
प्रश्न 9.
‘मैं अपनी किताबें चूल्हे में डाल दूँगा।’ यह किसने कहा था?
(क) राजम
(ख) मणि
(ग) स्वामीनाथन
(घ) शंकर
उत्तर:
(ग) स्वामीनाथन
प्रश्न 10.
स्वामीनाथन का स्कूल किस तारीख तक बंद होना था?
(क) 17 जून
(ख) 19 जून
(ग) 18 जून
(घ) 20 जून
उत्तर:
(ख) 19 जून
प्रश्न 11.
हैडमास्टर क्या आशा करते थे?
(क) कुछ बच्चे इसी कक्षा में रह जाएँगे
(ख) कुछ बच्चे दूसरे विद्यालय में जाएँंगे
(ग) कुछ बच्चे इस विद्यालय में आएँगे
(घ) सब बच्चे अगली कक्षा में जाएँगे
उत्तर:
(घ) सब बच्चे अगली कक्षा में जाएँगे
प्रश्न 12.
बच्चों को जो आज़ादी मिली थी उसके उत्साह से कौन अप्रभावित था?
(क) स्कूल का चौकीदार
(ख) स्कूल का चपरासी
(ग) स्कूल के हैडमास्टर
(घ) स्कूल के अध्यापक
उत्तर:
(ख) स्कूल का चपरासी
II. अति लघु उत्तरीय प्रश्न
(क) स्वामीनाथन की परीक्षाएँ किस महीने में थी?
उत्तर:
स्वामीनाथन की परीक्षाएँ अप्रैल महीने में थी।
(ख) किसके गाल पर स्याही की बड़ी-सी लकीर थी?
उत्तर:
मटर के बाएँ गाल पर स्याही की बड़ी लकीर थी।
(ग) हैडमास्टर ने मंच पर आकर कब भाषण दिया?
उत्तर:
हैडमास्टर ने परीक्षा समाप्ति के पंद्रह मिनट बाद संक्षिप्त भाषण दिया।
(घ) शंकर के पिता ने छुट्टियों में पढ़ने के लिए कौन-कौन सी किताब खरीदी थी?
उत्तर”
शंकर के पिता ने छुट्टियों में पढ़ने के लिए ‘जहाज़ी सिंदबाद’, ‘अलीबाबा’ आदि किताबें खरीदीं थीं।
(ङ) सिपाही को देख मणि ने क्या कहा?
उत्तर:
सिपाही को देख मणि ने कहा, “सिपाही जी, सिपाही जी. इन लड़कों को गिरफ़्तार कर लो।”
III. लघु उत्तरीय प्रश्न (30 से 35 शब्दों में)
(क) स्वामीनाथन के पिता किस प्रकार उसे परीक्षा की याद दिलाते थे?
उत्तर:
स्वामीनाथन के पिता उसे बातचीत करता देख कहते, “याद रखो, परीक्षा नजदीक है। बातचीत करने के लिए तुम्हारी दादी इंतज़ार कर सकती है लेकिन परीक्षा इंतज़ार नहीं करेगी। जब स्वामी माँ के साथ होता तो खोजकर उसे पढ़ाई करने का आदेश दिया जाता। उसे रात्रि के बाद सो जाने के लिए कहा जाता जिससे वह अगले दिन जल्दी उठ सके।
(ख) छुट्टी होने की घोषणा सुनकर बच्यों ने स्कूल के बाहर अपना उल्लास किस प्रकार व्यक्त किया?
उत्तर:
छुट्टी होने की घोषणा सुनते ही छात्रों में जो जोश और उल्लास पैदा हुआ, उसका वर्णन करना मुश्किल है। शोर मचाते, चीखते-चिल्लाते बच्चों का झुंड विद्यालय से बाहर निकला। वे एक-दूसरे की कलमें, दवातें छीन-छीनकर तोड़ने-फोड़ने लगे। वे एक-दूसरे के ऊपर स्याही डालने लगे। उत्साहित स्वामीनाधन ने स्याही की दवात अपने ही ऊपर उड़ेल ली जिससे बहती स्याही से उसकी आँखों के नीचे नीला-काला दायरा बना दिया। एक-एक चीज़ के ट्टने पर खशी की चीत्कार गूँज उठती थी।
IV. मूल्यपरक प्रश्न
परीक्षा के दिन ही स्वामीनाथन ने कहा, “मैं अपनी किताबें चूल्हे में डाल दूँगा।” स्वामीनाथन के इस व्यवहार को आप कितना उचित समझते हैं?
उत्तर “मैं अपनी किताबें चूल्हे में डाल दूँगा।” स्वामीनाथन के इस कथन और व्यवहार को मैं पूरी तरह अनुचित मानता हूँ। पुस्तकों का ऐसा दुरुपयोग किसी भी दृष्टि से ठीक नहीं होगा। इससे प्रदूषण बढ़ने के अलावा पुस्तकों का अपमान होगा। इसके अलावा ये पुस्तके किसी दूसरे छात्र के काम भी न आ सकेंगी।
क्रियाकलाप
‘परीक्षा के बाद् आप कैसा महसूस करते हो’ इस पर 100 – 120 शब्दों का अनुच्छेद लिखिए और अपने मित्र के अनुच्छेद से तुलना कीजिए।
उत्तर:
विद्यार्थी स्वयं करें।
स्कूल की छुट्टियाँ Summary in Hindi
पाठ-परिचय –
‘स्कूल की छुट्टियाँ’ नामक इस पाठ में परीक्षा समाप्त होने तथा छुट्टियाँ पड़ने की खुशी का वर्णन है। स्वामीनाथन और उसके साथी परीक्षा समाप्ति और छुट्टियों की घोषणा के बाद अपना उल्लास कैसे प्रकट करते हैं, इसे पाठ में बताया गया है।
पाठ का सार –
अप्रैल महीने में परीक्षाओं के दो सप्ताह पहले स्वामीनाथन को लगा कि पिता जी के स्वाभाव में बदलाव आ रहा है। उन्होंने उसे (स्वामीनाथन) तंग करने का फैसला कर लिया है। वह बातचीत कर रहा हो या माँ के साथ हो, उसे पढ़ने के लिए कहा जाता है। वह रात नौ बजे तक न सोया हो तो अगली सुबह जल्दी उठने के लिए उसे सोने को कह दिया जाता है।
एक दिन उसने चिढ़कर पिता से पूछा, “आप परीक्षा को लेकर इतने परेशान क्यों हैं?” उन्होंने उसके फेल होने और एक साल पीछे पढ़ने वाले सहपाठियों के साथ आ जाने का भय दिखाया। स्वामीनाथन को अपने पास होने का पूरा भरोसा था, फिर भी उसने पढ़ाई में लगकर दशमलव के सवाल पर आधा घंटा लगाया।
परीक्षा के अंतिम दिन तमिल का पेपर था। वह परीक्षा कक्ष से आधा घंटे पहले बाहर आ गया। उसने अंतिम प्रश्न का उत्तर एक पंक्ति में लिख दिया था। अंतिम प्रश्न ब्राह्मण और शेर की कहानी से संबंधित था, जिसमें प्रश्न पूछा गया था कि ब्राह्मण और शेर की कहानी से तुम्हें क्या शिक्षा मिलती है? कहानी का कथ्य था कि एक ब्राहमण किसी तालाब के किनारे से गुजर रहा था, तभी दूसरे किनारे से शेर ने आवाज़ लगाई और सोने की चूड़ी देने की बात कही। ब्राहमण ने पहले तो चूड़ी लेने से मना किया, पर बाद में शेर के पास चला गया।
ब्राह्मण के हाथ बढ़ाने से पहले ही शेर ने उसे अपने पेट का रास्ता दिखा दिया। पहले तो स्वामीनाथन समझता था कि इस पाठ में कोई शिक्षा है ही नहीं, परंतु यदि परीक्षा में प्रश्न पूछा गया है तो कोई-न-कोई शिक्षा अवश्य होनी चाहिए। उसे दो उत्तर ध्यान आए-पहला यह कि ‘जब शेर सोने की चूड़ी दे तो उसे नहीं लेना चाहिए।’ दूसरा ‘सोने की चूड़ी का प्यार आद्मी की जान ले लेता है।’ उसे दूसरा जवाब अधिक सही लगा और उसने एक पंक्ति में लिख दिया। उसने आधे घंटे पहले प्रश्नपत्र कर लिया था, पर घंटी बजने तक उसे रूकना पड़ा। घंटी बजते ही बच्च …