Engaging with DAV Abhyas Sagar Class 7 Solutions and DAV Class 7 Hindi Chapter 13 Abhyas Sagar – साहस को सलाम can significantly boost students’ language confidence.
DAV Class 7 Hindi Abhyas Sagar Solution Chapter 13 – साहस को सलाम
- मैं राष्ट्रपति भवन के सुसज्जित कक्ष में बैठी हूँ।
- विश्व के सर्वोच्च शिखर माउंट एवरेस्ट पर विजय प्राप्त की।
- मेरा पूरा शरीर निर्जीव हो चुका था।
- पूरा अशोका हॉल करतल ध्वनि से गूँज रहा है।
- आपका स्वप्न साकार हो जाएगा।
- एक दिन तुम्हारा लक्ष्य तुम्हारे कदमों में होगा।
प्रश्न 1.
ऊपर दिए गए वाक्यों को ध्यानपूर्वक पढ़िए। अब इन वाक्यों में से भूतकाल, वर्तमान काल और भविष्यत् काल वाले वाक्यों को छाँटकर अलग-अलग लिखिए –
उत्तर:
(क) भूतकाल –
- विश्व के सर्वोच्च शिखर माउंट एवरेस्ट पर विजय प्राप्त की।
- मेरा पूरा शरीर निर्जीव हो चुका था।
(ख) वर्तमान काल –
- मैं राष्ट्रपति भवन के सुसज्जित कक्ष में बैठा हूँ।
- पूरा अशोका हॉल करतल ध्वनि से गूँज रहा है।
(ग) भविष्यत् काल –
- आपका स्वप्न साकार हो जाएगा।
- एक दिन तुम्हारा लक्ष्य तुम्हारे कदमों में होगा ।
अब नीचे दी गई परिभाषा को पूरा कीजिए-
उत्तर:
क्रिया के जिस रूप से उसके होने के समय का पता चलता है, उसे काल कहते हैं।
- जो समय बीत चुका है भूतकाल काल कहलाता है ।
- जो आने वाले समय के बारे में बताए वह भविष्यत् काल कहलाता है।
प्रश्न 2.
नीचे दिए गए वाक्यों में उन शब्दों (क्रिया पदों) पर घेरा लगाइए जो वर्तमान काल की जानकारी देते हैं।
उत्तर:
प्रश्न 3.
नीचे दिए गए वाक्यों में उन शब्दों (क्रिया पदों ) पर घेरा लगाइए जो भूतकाल की जानकारी देते हैं –
उत्तर:
प्रश्न 4.
नीचे दिए गए वाक्यों में उन शब्दों (क्रिया पदों) पर घेरा लगाइए जो भविष्यत् काल की जानकारी देते हैं –
उत्तर:
प्रश्न 5.
नीचे दिए गए वाक्यों से जिस काल का पता चलता है, उसके सामने उस काल का नाम लिखिए –
उत्तर:
वाक्य | काल |
(क) साधना ने पत्र पढ़कर सुनाया। | भूतकाल |
(ख) रूपा हरि को सवाल समझा रही है। | वर्तमान काल |
(ग) पिता जी की घड़ी खो गई। | भूतकाल |
(घ) समीरा कल सभी के लिए खीर लाएगी। | भविष्यत् काल |
(ङ) अनीता सावतीं कक्षा में पढ़ती है। | वर्तमान काल |
(च) अनिल कल छत पर पतंग उड़ाएगा। | भविष्यत् काल |
प्रश्न 6.
कोष्ठक में से उचित शब्द वाक्यों में भरते हुए वर्तमान काल की रचना कीजिए-
उत्तर:
(क) मैं रेडियो पर पुराने गीत सुनती हूँ। | (सुनता था/सुनती हूँ) |
(ख) चाची जी खाना खा रही हैं। | (खाएँगी/खा रही हैं) |
(ग) निशा का भाई आ रहा है। | (आया था/आ रहा है) |
(घ) हम ‘बहू की विदा’ नाटक देखने जा रहे हैं। | (जा रहे हैं/जा रहे थे) |
(ङ) शाहरूख खान अच्छा अभिनय करता है। | (करता था/करता है) |
प्रश्न 7.
कोष्ठक में से उचित शब्द वाक्यों में भरते हुए भूतकाल की रचना कीजिए-
उत्तर:
(क) बगीचे में माली बैठा था। | (बैठा है / बैठा था ) |
(ख) अमृत के घर में चोरी हो गई। | (हो रही है / हो गई) |
(ग) सातवीं कक्षा के सभी बच्चों ने गीत गाया। | (गाया / गाते हैं) |
(घ) मेरे पैरों में दर्द हो रहा था। | (रहा था / रहा है) |
(ङ) दुकान में रंग-बिरंगे खिलौने थे। | (हैं/ थे) |
प्रश्न 8.
कोष्ठक में से उचित शब्द वाक्यों में भरते हुए भविष्यत् काल की रचना कीजिए –
उत्तर:
(क) मैं आज की अपने कपड़े धोऊँगा। | (धोए/धोऊँगा ) |
(ख) स्नेहा दिल्ली नहीं जा पाएगी। | (पा रही/पाएगी) |
(ग) कल सभी बच्चे मेला देखने जाएँगे। | (गए / जाएँगे) |
(घ) लीला कल मेरे घर आएगा। | (आई थी / आएगा) |
(ङ) हम कल नाटक का अभ्यास करेंगे। | (करते है / करेंगे) |
प्रश्न 9.
नीचे दिए गए वाक्यों को निर्देश के अनुसार भिन्न-भिन्न कालों में परिवर्तित करके लिखिए-
(क) मुझे नोएडा में फुटबॉल मैच खेलना है। (भूतकाल में)
उत्तर:
मैंने नोएडा में फुटबॉल मैच खेला।
(ख) मेरा संकल्प साकार हो गया। (भविष्यत् काल)
उत्तर:
मेरा संकल्प साकार हो जाएगा।
(ग) अब यह विकलांग विश्व की सबसे ऊँची चोटी पर ही तुझे धन्यवाद देगी। (वर्तमान काल में)
उत्तर:
अब यह विकलांग विश्व की सबसे ऊँची चोटी पर ही तुझे धन्यवाद देती है।
(घ) रीढ़ की हड्डी में भयानक पीड़ा हो रही है। (भूतकाल में )
उत्तर:
रीढ़ की हड्डी में भयानक पीड़ा हो रही थी।
आओ दोहराएँ
प्रश्न 10.
नीचे दिए गए शब्दों में उचित स्थान पर नुक्ता (.) लगाइए –
उत्तर:
(क) कागज़
(घ) नाराज़
(ख) गुज़रना
(ग) अंदाज़ा
घ) ज़रूरत
(च) सफ़ाई
प्रश्न 11.
नीचे दिए गए शब्दों में ‘र’ के विभिन्न रूपों (र,,,,,,) में से उचित रूप का प्रयोग कीजिए-
उत्तर:
(क) प्रमाण
(ख) दुर्घटना
(ग) ट्रेन
(घ) राष्ट्रपति
(घ) साकार
(च) निर्जीव
प्रश्न 12.
नीचे दिए गए शब्दों में से मूल शब्द और प्रत्यय अलग करके लिखिए-
उत्तर:
शब्द – मूल शब्द – प्रत्यय
(क) सुसज्जित – सुसज्जा + इत
(ख) आनंदित – आनंद + इत
(ग) प्रचलित – प्रचलन + इत
(घ) प्रदूषित – प्रदूषण + इत
प्रश्न 13.
‘मन के हारे हार है, मन के जीते जीत’ – इस विचार को आधार बनाते हुए 100-125 शब्दों में अनुच्छेद लिखिए-
उत्तर:
मनुष्य एक मननशील प्राणी है। अपने मानसिक बल से ही उसने असंभव को भी संभव बना दिया है। मनुष्य को उसके लक्ष्य तक पहुँचने का कार्य उसकी इच्छा-शक्ति या मन ही करता है। यदि मनुष्य का मन क्रियाशील नहीं रहेगा अर्थात मर जाएगा। तो उसके लिए सारा संसार अर्थहीन हो जाएगा। उसे चारों तरफ से निराशा घेर लेगी। जिंदगी बोझ लगने लगेगी।
जब तक मनुष्य को अपने मानसिक बल पर विश्वास होता है, तब तक वह संसार को भी जीत लेता है। मानसिक-शक्ति मनुष्य की इच्छा-शक्ति पर निर्भर करती है। जिस व्यक्ति की इच्छा-शक्ति जितनी बलवती होगी, उसका मन उतना ही दृढ़ और संकल्पवान होगा।
श्री राम, नेपोलियन, गांधी जी, गुरु गोविंद सिंह, भीष्म पितामह आदि दृढ़ इच्छा-शक्ति वाले मानव थे, जिन्होंने कभी हार नहीं मानी । विषम परिस्थितियाँ और उन पर दृढ़तापूर्वक विजय प्राप्त करना ही मनुष्य को महान बनाता है। इसलिए जो व्यक्ति जीवन में कुछ पाना चाहता है तथा कुछ करना चाहता है, उसको कठिन से कठिन परिस्थितियों में भी अपने मन को विचलित नहीं होने देना चाहिए।