DAV Class 6 Hindi Chapter 19 Abhyas Sagar Solutions – सिकंदर और साधु

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DAV Class 6 Hindi Abhyas Sagar Solution Chapter 19 सिकंदर और साधु

DAV Class 6 Hindi Chapter 19 Abhyas Sagar Solutions - सिकंदर और साधु

प्रश्न 1.
जब सिकंदर साधु के पास पहुँचा तो उसने क्या देखा? ‘सिकंदर और साधु’ की इस घटना को संवाद रूप में लिखिए-
उत्तर:
[महात्मा जी ध्यान में मग्न थे। उनके मुखमंडल पर अपूर्व शांति और अपूर्व आभा थी। कुछ देर बाद ध्यान टूटने पर उन्होंने सिकंदर को देखा। सिकंदर ने प्रणाम कर अपने अमूल्य उपहार उनके सामने रख दिए।]

सिकंदर: यह आपके लिए मेरी भेंट है। दया करके इसे स्वीकार कीजिए।

महात्मा: पर इन चीज़ों को लेकर मैं क्या करूँगा? अगर इन्हें लेना होता तो मैं घर क्यों छोड़ता?

सिकंदर: बड़ी ज़ोरों की सरदी पड़ रही है, पर आपके शरीर पर तो एक भी वस्त्र नहीं है। ये वस्त्र आपको सरदी से बचाएँगे।

महात्मा (मुस्कराकर): आपके सारे शरीर पर गरम कपड़े हैं, पर नाक और आँखें खुली हुई हैं। क्या उनको सरदी नहीं लग रही है?
(सिकंदर महात्मा की बात सुनकर मौन रहा।)

महात्मा: आपकी नाक और आँखों को सरदी सहने का अभ्यास हो गया है। यही हाल मेरा है। मुझे भी सरदी – गरमी सहने का अभ्यास हो गया है।

सिकंदर: (महात्मा के तप और त्याग की सराहना करते हुए।) हे महात्मा ! मेरे पास धन और वैभव है, पर शांति नहीं। दया करके बताइए कि मुझे शांति कैसे मिलेगी ?

महात्मा: तुम्हारे मन में दूसरों को हराने की लालसा है। तुमने खून की नदियाँ बहाई हैं । फिर तुम्हें शांति किस प्रकार मिल सकती है।

सिकंदर: हे महात्मन्! तो अब शांति का क्या उपाय है?

महात्मा: आप लड़ाई-झगड़े छोड़कर भगवान के भजन में अपना मन लगाएँ । (सिकंदर महात्मा की बात सुनकर युद्ध का विचार त्यागकर यूनान लौट गया।)