DAV Class 6 Hindi Chapter 13 Question Answer – अनोखी दौड़

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DAV Class 6 Hindi Chapter 13 Question Answer – अनोखी दौड़

DAV Class 6 Hindi Ch 13 Question Answer – अनोखी दौड़

पाठ में से

प्रश्न 1.
सिद्धार्थ अपने माता-पिता के साथ कहाँ गया और क्यों?
उत्तर:
सिद्धार्थ अपने माता – पिता के साथ अपनी छोटी बहन के विद्यालय गया, क्योंकि उस दिन उनका खेल दिवस मनाया जा रहा था।

प्रश्न 2.
कौन-स – सा दृश्य सबसे अधिक रोमांचित करने वाला था?
उत्तर:
दृष्टि – बाधित छात्रों का इन खेलों में पूरे उत्साह से भाग लेने वाला दृश्य सबसे अधिक रोमांचित करने वाला था।

प्रश्न 3.
अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पैरालंपिक खेलों का आयोजन कैसे होता है?
उत्तर:
अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पैरालंपिक खेलों का आयोजन ओलंपिक खेलों के समान होता है। ये खेल भी ओलंपिक खेलों के समान चार वर्ष के अंतराल पर होते हैं। जिस वर्ष जिस देश में ओलंपिक खेलों का आयोजन होता है, उसी वर्ष उस देश में पैरालंपिक खेलों का आयोजन भी होता है।

प्रश्न 4.
पैरालंपिक खेलों का आयोजन किन खिलाड़ियों के लिए होता है?
उत्तर:
पैरालंपिक खेलों का आयोजन विकलांग (भिन्न योग्यता वाले) (दृष्टि बाधित, मूक बधिर, पैरों की असमर्थता वाले आदि) खिलाड़ियों के लिए होता है।

प्रश्न 5.
उचित उत्तर पर सही (✓) का निशान लगाइए-
(क) पैरालंपिक खेलों का आयोजन कितने वर्षों के अंतराल पर होता है?
(a) दो
(b) तीन
(c) चार
(d) पाँच
उत्तर:
(c) चार

(ख) यह पत्र पढ़कर कौन नवीन स्फूर्ति का अनुभव करेगा?
(a) मित्र
(b) बच्चे
(c) खिलाड़ी
(d) माता-पिता
उत्तर:
(a) मित्र

प्रश्न 6.
नीचे दिए गए रिक्त स्थान भरिए-
(क) सब बच्चे अपने मित्रों को _______ कर रहे थे।
(ख) यह नज़ारा देखकर मैं _______ हो उठा।
(ग) मेरे मन में अनेक _______ उत्पन्न हो गईं।
(घ) उन बच्चों में भी बहुत-सी _______होती हैं।
(ङ) भारत में भी हमारे देश की _______ समिति है।
उत्तर:
(क) सब बच्चे अपने मित्रों को प्रोत्साहित कर रहे थे।
(ख) यह नज़ारा देखकर मैं आनंदित हो उठा।
(ग) मेरे मन में अनेक जिज्ञासाएँ उत्पन्न हो गईं।
(घ) उन बच्चों में भी बहुत-सी योग्यताएँ होती हैं।
(ङ) भारत में भी हमारे देश की पैरालंपिक समिति है।

बातचीत के लिए

प्रश्न 1.
आपको कौन-कौन से खेल पसंद हैं?
उत्तर:
मुझे क्रिकेट, तैराकी, लम्बी कूद, वालीबॉल व हॉकी ज्यादा पसंद है।

प्रश्न 2.
भिन्न योग्यता वाले बच्चों के लिए आप कौन-से खेल का आयोजन करेंगे? खेल के नियम भी बताइए।
उत्तर:
भिन्न योग्यता वाले बच्चों के लिए हम दौड़ का आयोजन करेंगे। इसमें हवेल के नियम के आधार पर एक-एक सहायक दिशा-निर्देशक जाएँगे। जो कम समय में दौड़ तय करेगा, वह विजेता घोषित किया जाएगा। दौड़ लगाते वक्त कोई किसी दूसरे को हतोत्साहित नहीं करेगा। सीटी बजाने पर ही दौड़ शुरू करने आदि नियमों का पालन करना होगा।

प्रश्न 3.
आपके विद्यालय में खेल दिवस पर कौन-कौन से खेल होते हैं?
उत्तर:
हमारे विद्यालय में खेल दिवस पर लम्बी दौड़, लम्बी कूद, मटका दौड़, ऊँची-कूद, शतरंज, खो-खो, फुटबॉल, गोला फेंक, चक्का फेंक, तैराकी व वालीबॉल आदि खेलों की प्रतियोगिताएँ आयोजित की जाती हैं।

अनुमान और कल्पना

प्रश्न 1.
भिन्न योग्यता वाले बच्चों के लिए आप क्या-क्या करना चाहेंगे? बताइए।
उत्तर:
भिन्न योग्यता वाले बच्चों के लिए हम उनकी इच्छानुसार अलग-अलग कार्य करना चाहेंगे। जैसे जो खेलने के इच्छुक हैं, उन्हें खेलने के लिए उचित सामान व सहायता, ट्रेनिंग आदि का प्रबंध करेंगे। जो पढ़ना चाहते हैं, उन्हें पढ़ाई संबंधी सुविधाएँ एवं सामग्री प्रदान करवाएँगे। जो अलग क्षेत्र में जाना चाहते हैं, उनके क्षेत्रों से संबंधी सहायक सामग्री प्रदान करेंगे।

प्रश्न 2.
खेल दिवस पर आपके विद्यालय में हुई किसी अनोखी दौड़ का वर्णन आप कैसे करेंगे?
उत्तर:
इस खेल दिवस के अवसर पर हमारे विद्यालय में एक अनोखी दौड़ का आयोजन किया गया, जिसका नाम था – मटका दौड़। अनोखी इसलिए कि इसमें माता-पिता में से एक को भाग लेना था। जो भाग लेगा, उसको ऊँची एड़ी के सैंडल पहनकर, सिर पर मटका लेकर अपनी लाइन में दौड़ते हुए या तेज़ चलते हुए सबसे पहले पहुँचना था। इस दौड़ में कई माता-पिता तो बीच में ही गिर पड़े। जो लचक-लचक कर चल रहे थे, उनको देखते ही हँसी आ जाती थी। इस दौड़ ने सबको हँसा हँसा कर पागल कर दिया। अंत तक तीन प्रतियोगी ही पहुँच पाए। जो सबसे पहले पहुँचीं, वह मेरे मित्र की माता जी थी, जिन्हें प्रथम पुरस्कार मिला।

भाषा की बात

प्रश्न 1.
पाठ में से नीचे दिए गए शब्दों के लिए विशेषण या विशेष्य छाँटकर लिखिए-
DAV Class 6 Hindi Chapter 13 Question Answer - अनोखी दौड़ 2
उत्तर:

विशेषण विशेष्य
(क) पिछले रविवार
(ख) अद्भुत नज़ारा
(ग) छोटी बहन
(घ) अच्छी कविताएँ

प्रश्न 2.
जो शब्दांश शब्द के अंत में जुड़कर नया शब्द बनाता है उसे ‘प्रत्यय’ कहते हैं।
जैसे – कुशल + ता = कुशलता
अब आप दिए गए शब्दों में प्रत्यय जोड़कर नया शब्द लिखिए-
DAV Class 6 Hindi Chapter 13 Question Answer - अनोखी दौड़ 1
उत्तर:

मूल शब्द प्रत्यय नया शब्द
(क) प्रसन्न + ता = प्रसन्नता
(ख) विद्या + आलय = विद्यालय
(ग) रोमांच + इत = रोमांचित
(घ) योग्य + ता = योग्यता
(ङ) प्रमाण + इत = प्रमाणित

जीवन मूल्य

  • ये खेल मात्र प्रतिस्पर्धा में भाग लेने जैसे नहीं थे।
  • यह जीवन के प्रति उनके उत्साह एवं विश्वास का प्रतीक भी है।
  • इन खेलों से मन, सोच व ज़िदगी भी बदल जाती है।

प्रश्न 1.
खेल खेलने से हमारे अंदर कौन-कौन से गुण आते हैं? विचार कीजिए।
उत्तर:
खेलकूद से हमारे अंदर संगठन और सहयोग, सहनशीलता परस्पर विश्वास, अनुशासन, आज्ञाकारिता, मैत्री – भावना, हार-जीत को सहर्ष स्वीकारना, कुशलता, चालाकी, सूझ-बूझ आदि अनेक अच्छे गुणों का विकास करते हैं।

प्रश्न 2.
खेल खेलने से भिन्न क्षमता वाले खिलाड़ियों के जीवन में परिवर्तन आना अच्छी बात है, कैसे?
उत्तर:
खेल खेलने से भिन्न क्षमता वाले खिलाड़ियों के जीवन में परिवर्तन आना अच्छी बात है। खेल उनके जीवन को बदल देता है। खेल से वे प्रसिद्धि और पैसा दोनों प्राप्त करते हैं। खेल उनमें नवजीवन का संचार करते हैं। उनकी निराशा को दूर करते हुए उनमें आगे बढ़ने की शक्ति का संचार करते हैं। खेलों द्वारा उनके जीवन में खुशियों की बहार आ जाती है। जो उनके लिए भार स्वरूप जीवन था, आज वह उनके लिए वरदान साबित हो रहा है। जिन्हें कल शहर वाले नहीं जानते थे, आज उन्हें सारा देश जानता है। इसलिए खेल खेलने से भिन्न क्षमता वाले खिलाड़ियों को नवजीवन मिलता है। जीवन के प्रति उनका दृष्टिकोण बदल जाता है।

कुछ करने के लिए

प्रश्न 1.
कोई भी शारीरिक, मानसिक व बौद्धिक विकार होने पर भी जीवन में सफल रहे किसी ऐसे व्यक्ति की कामयाबी की कहानी कक्षा में सुनाइए।
उत्तर:
स्वयं करें।

प्रश्न 2.
कक्षा में अनमोल वचन पढ़कर सुनाइए।
उत्तर:
स्वयं करें।

प्रश्न 3.
हिंदी फ़िल्म ‘इकबाल’ और ‘तारे ज़मीन पर’ देखिए। कक्षा में चर्चा कीजिए कि इन फ़िल्मों में आपको क्या अच्छा लगा और क्यों।
उत्तर:
स्वयं करें।

DAV Class 6 Hindi Ch 13 Solutions – अनोखी दौड़

I. बहुविकल्पीय प्रश्न

1. किस दिन सिद्धार्थ अपने माता-पिता के साथ छोटी बहन के विद्यालय गया?
(क) सोमवार
(ख) वीरवार
(ग) शनिवार
(घ) रविवार
उत्तर:
(घ) रविवार

2. सिद्धार्थ की छोटी बहन के स्कूल में क्या मनाया जा रहा था?
(क) मातृ दिवस
(ख) महिला दिवस
(ग) हिंदी दिवस
(घ) खेल दिवस
उत्तर:
(घ) खेल दिवस

3. पैरालंपिक खेल कितने वर्ष के अंतराल के बाद होते हैं?
(क) तीन
(ख) चार
(ग) पाँच
(घ) दो
उत्तर:
(ख) चार

4. सिद्धार्थ ने अपने मन में उठने वाले सवालों के विषय में किससे बातचीत की ?
(क) पिताजी से
(ख) माताजी से
(ग) दादाजी से
(घ) छोटी बहन से
उत्तर:
(क) पिताजी से

5. अनोखी दौड़ में भाग लेने वाले बच्चों को दिशा-निर्देश के लिए क्या दिया गया?
(क) छड़ी
(ख) सहायक
(ग) पैन
(घ) साइकिल
उत्तर:
(ख) सहायक

II. अति लघुउत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1.
सिद्धार्थ किसके साथ छोटी बहन के विद्यालय गया ?
उत्तर:
सिद्धार्थ अपने माता-पिता के साथ छोटी बहन के विद्यालय गया।

प्रश्न 2.
दृष्टिबाधित बच्चों के लिए किन-किन प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया?
उत्तर:
दृष्टिबाधित बच्चों के लिए लंबी कूद, गोला फेंक, अनोखी दौड़ जैसी प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया।

प्रश्न 3.
बच्चे किस प्रकार अपने मित्रों को प्रोत्साहित कर रहे थे?
उत्तर:
बच्चे प्रतियोगिता में भाग लेने वाले अपने मित्रों को ज़ोर-ज़ोर से नाम पुकारकर और तालियाँ बजाकर उत्साह बढ़ा रहे थे।

प्रश्न 4.
भिन्न क्षमता वाले बच्चों में कौन-कौन सी योग्यताएँ होती हैं?
उत्तर:
भिन्न क्षमता वाले बच्चों में अच्छी कविताएँ व लेख लिखने, मधुर गीत गाने, खेलों में भाग लेने जैसी योग्यताएँ होती हैं।

III. लघु उत्तरीय प्रश्न ( 30-35 शब्दों में )

प्रश्न 1.
खेल – प्रतियोगिता में सिद्धार्थ को सबसे रोमांचित करने वाला दृश्य कौन-स – सा लगा और क्यों?
उत्तर:
खेल – प्रतियोगिता में सिद्धार्थ को सबसे रोमांचित करने वाला दृश्य दृष्टि- बाधित बच्चों का अनोखी दौड़ प्रतियोगिता में भाग लेना लगा, क्योंकि उनको दौड़ में सही दिशा-निर्देश के लिए एक-एक सहायक दिया गया। वे उसको पकड़कर बखूबी दौड़े। उनके मित्रों ने तालियाँ बजाकर उनका जोश बढ़ाया।

प्रश्न 2.
पैरालंपिक खेल के बारे में बताइए।
उत्तर:
पैरालंपिक खेल का अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ओलंपिक खेलों के समान ही आयोजन होता है। ये खेल चार वर्ष के अंतराल पर आयोजित किए जाते हैं। ग्रीष्म और शीत पैरालंपिक खेल अलग-अलग होते हैं। इन खेलों में विश्व के अनेक देशों के भिन्न क्षमता वाले खिलाड़ी भाग लेते हैं। इन खेलों में भाग लेने से उनका आत्मविश्वास व आत्मनिर्भरता बढ़ती है और मन, सोच व ज़िदगी भी बदल जाती है।

IV. मूल्यपरक प्रश्न

प्रश्न 1.
इस पाठ से आपको क्या प्रेरणा मिलती है?
उत्तर:
इस पाठ से हमें प्रेरणा मिलती है कि विपरीत परिस्थितियों में भी हमें हार नहीं माननी चाहिए। हमें शारीरिक चुनौती को झेलते लोगों के प्रति अच्छा व्यवहार करना चाहिए। हमें उन्हें किसी भी तरह हतोत्साहित नहीं करना चाहिए बल्कि उनकी सहायता करते हुए उनका मनोबल बढ़ाना चाहिए। उनमें भी सामान्य व्यक्ति की तरह बहुत सी योग्यताएँ होती हैं। उन्हें पहचानकर जीवन में आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए।

अर्थग्रहण संबंधी प्रश्न

प्रश्न 1.
पिछले रविवार मैं अपने माता-पिता के साथ छोटी बहन के विद्यालय गया। जहाँ उनका खेल दिवस मनाया जा रहा था। इस अवसर पर मैंने एक अद्भुत नज़ारा देखा, जिसके विषय में मैं तुम्हें कुछ बताना चाहता हूँ। खेल दिवस के उपलक्ष्य में वहाँ अनेक खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया था; जैसे- जूडो, शतरंज, कबड्डी, वॉली-बॉल, तैराकी आदि। उस दिन कुछ दौड़ प्रतियोगिताएँ भी हुई, जिनमें बच्चों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया।

प्रश्न (क) पिछले रविवार कौन, कहाँ गया?
(ख) सिद्धार्थ किसके साथ विद्यालय गया ?
(ग) वहाँ पहुँचकर सिद्धार्थ ने कैसा नज़ारा देखा?
(घ) स्कूल में क्या मनाया जा रहा था?
(ङ) खेल – दिवस पर कौन-कौन सी प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया?
उत्तर:
(क) पिछले रविवार सिद्धार्थ अपनी छोटी बहन के विद्यालय गया।
(ख) सिद्धार्थ अपने माता-पिता के साथ विद्यालय गया।
(ग) वहाँ पहुँचकर सिद्धार्थ ने अद्भुत नज़ारा देखा।
(घ) स्कूल में खेल दिवस मनाया जा रहा था।
(ङ) खेल दिवस पर जूडो, शतरंज, कबड्डी, वॉलीबॉल, तैराकी आदि प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया।

प्रश्न 2.
जो दृश्य सबसे अधिक रोमांचित करने वाला था, वह दृष्टि – बाधित छात्रों का इन खेलों में पूरे उत्साह से भाग लेना था। उनके लिए लंबी-कूद, गोला फेंक जैसी प्रतियोगिताओं के साथ-साथ एक अनोखी दौड़ का भी आयोजन किया गया था। इस दौड़ में इन बच्चों के सही दिशा-निर्देश के लिए उनको एक-एक सहायक दिया गया था। वे उसको पकड़कर बखूबी दौड़े। जब इनकी प्रतियोगिता चल रही थी तो सब बच्चे अपने मित्रों को प्रोत्साहित कर रहे थे। वे सब ज़ोर-ज़ोर से इनके नाम पुकारकर और तालियाँ बजाकर इनका जोश बढ़ा रहे थे। यह नज़ारा देखकर मैं आनंदित हो उठा।

प्रश्न (क) सिद्धार्थ को कौन – सा दृश्य सबसे रोमांचित करने वाला लगा?
(ख) दृष्टि बाधित छात्रों के लिए कौन-कौन सी प्रतियोगिताएँ आयोजित की गईं?
(ग) दौड़ में इन बच्चों के सही दिशा-निर्देश के लिए क्या प्रबंध किया गया?
(घ) दृष्टि-बाधित बच्चे किसको पकड़कर बखूबी दौड़े?
(ङ) प्रतियोगिता के दौरान अन्य बच्चे क्या कर रहे थे?
उत्तर:
(क) सिद्धार्थ को खेल दिवस पर खेलों में दृष्टि बाधित छात्रों का भाग लेने वाला दृश्य सबसे रोमांचित करने वाला लगा।
(ख) दृष्टि – बाधित छात्रों के लिए लंबी कूद, गोला फेंक के अलावा एक अनोखी दौड़ जैसी प्रतियोगिताएँ आयोजित की गई।
(ग) दौड़ में इन बच्चों के सही दिशा-निर्देश के लिए एक-एक सहायक का प्रबंध किया गया।
(घ) दृष्टि-बाधित बच्चे अपने – अपने सहायक को पकड़कर दौड़े।
(ङ) प्रतियोगिता के दौरान अन्य बच्चों ने तालियाँ बजा-बजाकर इनका उत्साहवर्द्धन किया।

प्रश्न 3.
खेलों में तो अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ओलंपिक खेलों के समान इनके लिए पैरालंपिक खेलों का आयोजन होता है। पैरालंपिक खेल ओलंपिक के ही समान चार वर्ष के अंतराल पर होते हैं। जिस वर्ष जिस देश में ओलंपिक खेलों का अयोजन होता है, उसी वर्ष उस देश में पैरालंपिक खेलों का अयोजन भी होता है। ग्रीष्म तथा शीत पैरालंपिक खेल अलग-अलग होते हैं। इन खेलों में विश्व के अलग-अलग देशों के भिन्न क्षमता वाले खिलाड़ी भाग लेते हैं। ब्रेल उनके लिए मात्र प्रतिस्पर्धा में भाग लेना नहीं, बल्कि स्वयं को प्रमाणित करने का अवसर है। यह जीवन प्रति उनके उत्साह और विश्वास का प्रतीक भी है।

प्रश्न (क) अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ओलंपिक खेलों के समान किनका आयोजन होता है?
(ख) पैरालंपिक खेल का अयोजन कितने वर्ष बाद होता है?
(ग) पैरालंपिक खेलों में कौन भाग लेता है?
(घ) इन खेलों में खिलाड़ियों के पास किस चीज़ का अवसर होता है?
(ङ) ये खेल उन खिलाड़ियों के लिए किसका प्रतीक हैं?
उत्तर:
(क) अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ओलंपिक खेलों के समान पैरालंपिक खेलों का आयोजन होता है।
(ख) पैरालंपिक खेलों का आयोजन चार वर्ष बाद होता है।
(ग) पैरालंपिक खेलों में भिन्न क्षमता वाले खिलाड़ी भाग लेते हैं।
(घ) इन खेलों में खिलाड़ियों के पास स्वयं को प्रमाणित करने का अवसर होता है।
(ङ) ये खेल उन खिलाड़ियों के उत्साह और विश्वास का प्रतीक हैं।

शब्दार्थ:

पृष्ठ संख्या : 58

  • इच्छा – चाह।
  • जल्दी – शीघ्र।
  • पत्र – चिट्ठी।

पृष्ठ संख्या : 59

  • विद्यालय – स्कूल।
  • अवसर – समय।
  • अद्भुत हैरानी भरा।
  • नज़ारा – दृश्य।
  • प्रतियोगिता – मुकाबला।
  • रोमांचित – उत्साहवर्धक।
  • सहायक – सहायता प्रदान करने वाला।
  • बखूबी – अच्छी प्रकार।
  • जोश – उत्साह।
  • आनंदित – खुश/ प्रसन्न।
  • मधुर-मीठे।
  • निपुण – दक्ष।
  • पर्याप्त – बहुत, काफ़ी।
  • अंतराल – समय।
  • विश्व – संसार, दुनिया।
  • प्रतिस्पर्धा – मुकाबला।
  • प्रमाणित – सिद्ध।

पृष्ठ संख्या: 60

  • दृष्टिकोण – सोचने का तरीका।
  • नवीन – नया।

अनोखी दौड़  Summary in Hindi

पाठ-परिचय:

इस पाठ में एक मित्र दूसरे मित्र को पत्र के माध्यम से विभिन्न योग्यता वाले बच्चों के बारे में बताता है। वे किस प्रकार जीवन में परिस्थितियों का सामना करते हुए उनपर विजय हासिल करते हैं तथा अवसर मिलने पर किस प्रकार अपने बारे में दूसरों की सोच बदलते हैं।

पाठ का सार:

सिद्धार्थ अपने मित्र राज को पत्र लिखकर बताता है कि पिछले रविवार वह (सिद्धार्थ ) अपने माता-पिता के साथ अपनी छोटी बहन के विद्यालय गया। जहाँ उनका खेल दिवस मनाया जा रहा था। इसमें विभिन्न प्रतियोगिताएँ; जैसे- जूडो, शतरंज, कबड्डी, बॉली-बॉल, तैराकी आदि आयोजित की गईं, जिसमें बच्चों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। सबसे रोमांचित करने वाला था, दृष्टिबाधित बच्चों का इन खेलों में पूरे उत्साह से भाग लेना। उनके लिए एक अनोखी दौड़ का आयोजन किया गया, जिसमें इनका एक सहायक दिया गया, जो उनकी सहायता कर सके। सब बच्चों ने उनको तालियाँ बजा-बजाकर प्रोत्साहित किया।

इस दृश्य को देखकर मेरे मन में अनेक जिज्ञासाएँ व सवाल उत्पन्न हुए, जिनको मैंने अपने पिताजी को बताया । उन्होंने मुझे समझाते हुए जो बताया, वह मैं तुम्हें भी बताना चाहता हूँ। उन्होंने कहा कि जिन्हें हम विकलांग समझते हैं, उनमें बहुत-सी योग्यताएँ होती हैं। वे अच्छी-अच्छी कविताएँ व लेख लिखते हैं, तो कई मधुर गीत गाते हैं। कुछ तो खेलों में भी निपुण होते हैं। उन्हें भी समाज का अभिन्न अंग मानते हुए जीवन में आगे बढ़ने के लिए पर्याप्त अवसर दिए जा रहे हैं। उनके लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पैरालंपिक खेलों का आयोजन किया जाता है। ये खेल ओलंपिक के समान चार वर्ष के अंतराल पर होते हैं। विश्व के अलग-अलग देशों के भिन्न क्षमता वाले खिलाड़ी इनमें भाग लेते हैं। यह अवसर जीवन के प्रति उनके उत्साह और विश्वास का प्रतीक है।

भारत में भी हमारे देश की पैरालंपिक समिति इन बच्चों के लिए समय-समय पर खेलों का आयोजन करवाती है। इन खेलों के माध्यम से उनका आत्मविश्वास व आत्मनिर्भरता बढ़ती है और मन, सोच व जिंदगी में भी बदलाव आता है। यह सब देखकर व सुनकर मेरा भी इनके प्रति दृष्टिकोण बदल गया। मैं आशा करता हूँ कि तुम भी यह सुनकर एक नई स्फूर्ति का अनुभव करोगे । हम सब बच्चों को मिलकर इनके बारे में समाज की सोच बदलनी होगी। तभी मानवता की बगिया महकती रहेगी।