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DAV Class 5 Hindi Chapter 11 Question Answer – बिरसा मुंडा
DAV Class 5 Hindi Ch 11 Question Answer – बिरसा मुंडा
पाठ में से (पृष्ठ संख्या – 63)
प्रश्न 1.
मुंडा कौन हैं? वे कहाँ रहते थे?
उत्तर:
मुंडा एक सच्चे देशभक्त हैं। वे चलकद गाँव में रहते थे।
प्रश्न 2.
किस आंदोलन को ‘सरदारी लड़ाई’ के नाम से जाना जाता है?
उत्तर:
जमींदारों द्वारा जमीन हथिया लिए जाने के कारण मुंडाओं ने एकजुट होकर जो आंदोलन चलाया वह आंदोलन ‘सरदारी लड़ाई’ के नाम से जाना जाता है।
प्रश्न 3.
मुंडा आदिवासी जंगलों की किस प्रकार रक्षा करते थे?
उत्तर:
मुंडा आदिवासी जंगलों में सूखी टहनियों, पत्तियों तथा गिरी हुई डालियों को एकत्र करने के अलावा कोई भी पेड़ नहीं काटते थे जिससे जंगल सुरक्षित रहता था।
प्रश्न 4.
अंग्रेजी राज समाप्त करने के लिए बिरसा मुंडा ने क्या-क्या किया?
उत्तर:
अंग्रेजी राज समाप्त करने के लिए बिरसा मुंडा ने सभी मुंडाओं को सलाह दी कि अब वे किसी को भी लगान नहीं देंगे और अंग्रेजी हुकूमत को नहीं मानेंगे। अतः उन्होंने विक्टोरिया का राज़ खत्म कर मुंडा राज शुरु करने की घोषणा की।
बातचीत के लिए (पृष्ठ संख्या – 63)
प्रश्न 1.
कुछ साथियों को मृत्युदंड दिया गया तो कुछ को काला पानी की सजा दी गई।
(क) काला पानी की सजा क्या है?
उत्तर:
काला पानी की सजा अंग्रेजों द्वारा क्रांतिकारियों को दी जाने वाली सजा है।
(ख) यह सजा कब और किसने शुरू की?
उत्तर:
यह सज़ा अंग्रेजों ने शुरू की।
(ग) क्या यह सजा आज भी दी जाती है?
उत्तर:
नहीं।
प्रश्न 2.
उन्होंने सभी के साथ मिलकर अंग्रेजी हुक्म न मानने का फैसला किया।
(क) यह फैसला क्यों लिया गया होगा?
उत्तर:
जब अंग्रेज़ों ने वनों को सुरक्षित घोषित कर मुंडाओं के जंगल हथिया लिए तब मुंडाओं ने इसके विरुद्ध आंदोलन छेड़ दिया तथा अंग्रेजी हुक्म न मानने का फैसला किया गया।
(ख) यह फ़ैसला स्वतंत्रता प्राप्त करने के किसी अन्य आंदोलन से समानता रखता है?
उत्तर:
हाँ।
(ग) मुंडाओं ने कौन-से अंग्रेज़ी फ़ैसलों को मानने से इंकार किया होगा ?
उत्तर:
अंग्रेज़ी सरकार किसी भी व्यक्ति की जमीन पर अपना कब्जा कर सकती है, इस फैसले को मुंडाओं ने मानने से इंकार किया होगा।
प्रश्न 3.
बिरसा मुंडा की तरह किन्हीं दो क्रांतिकारियों के बारे में जानकारी प्राप्त कीजिए और कक्षा में बताइए।
उत्तर:
छात्र / छात्राएँ स्वयं करें।
आपकी कल्पना ( पृष्ठ संख्या – 63)
प्रश्न 1.
आज जिस तरह जंगलों का विनाश होता जा रहा है और पर्यावरण का संतुलन भी बिगड़ता जा रहा है, वह एक चिंता का विषय है। यदि आज मुंडा जैसे महापुरुष हो जाए तो धरती का कुछ और ही रुप हो जाए। कल्पना करके बताइए, कैसे?
उत्तर:
यदि आज मुंडा जैसे महापुरुष हो जाए तो पेड़ों का कटना कम हो जाएगा। लोग अधिक से अधिक पेड़ लगाएंगे तथा चारों ओर हरियाली छा जाएगी, जिससे पर्यावरण का संतुलन कायम रहेगा।
भाषा की बात (पृष्ठ संख्या – 64 )
प्रश्न 1.
पाठ में आए ऐसे शब्दों को लिखिए जिनमें ‘नुक्ता’ (.) का प्रयोग हुआ है-
उत्तर:
- आज़ादी
- अंग्रेज़
- ज़मीन
- गिरफ़्तार
- चीज़
- ज़रूरत
- फ़ैसला
- खिलाफ़
प्रश्न 2.
जिस वाक्य में दो क्रियाओं का प्रयोग जुड़ा हुआ हो, उस क्रिया को संयुक्त क्रिया कहते हैं; जैसे- मुंडा आदिवासी अंग्रेज़ों से लोहा लेने के लिए तैयार थे। पाठ में से दो वाक्य और छाँटकर लिखिए-
(क) ________
(ख) ________
उत्तर:
(क) पिछली कई पीढ़ियों से मुंडा रहते थे और खेती-बाड़ी करते थे।
(ख) यह आंदोलन राँची से शुरू हुआ और सिंहभूम जिले तक फैल गया।
प्रश्न 3.
निम्नलिखित शब्दों में ‘र्’ प्रयोग कीजिए और दोबारा लिखिए-
दुभाग्यपूर्ण, अंगज़ों, क्रांतिकारी, विद्रोह, दर्ज
उत्तर:
दुर्भाग्यपूर्ण
अंग्रेज़ों
कांतिकारी
विदोह
दज
जीवन मूल्य (पृष्ठ संख्या – 64 )
प्रश्न 1.
आप अपने देश के लिए क्या-क्या कर सकते हैं? किन्हीं पाँच कामों की सूची बनाइए।
1. ईमानदारी पूर्वक काम कर सकते हैं।
2. बुरी आदतों जैसे- चोरी, घूसखोरी से बच सकते हैं।
3. दूसरों की सहायता कर सकते हैं।
4. वातावरण को साफ-सुथरा रख सकते हैं।
5. एक जागरूक नागरिक बन सकते हैं।
प्रश्न 2.
किसी ऐसी घटना का वर्णन कीजिए जब आपने अपने साथियों की सहायता से कोई काम पूरा किया हो।
उत्तर:
छात्र / छात्राएँ स्वयं करें।
प्रश्न 3.
आपको कब लगता है कि-
(क) आपके माता-पिता आप पर हुक्म चला रहे हैं।
उत्तर:
खेलने के समय।
(ख) आपको अपने साथियों के फैसले को मानने से इंकार कर देना चाहिए।
उत्तर:
अगर साथियों के द्वारा उचित फैसले लिये गए हों तो उन्हें मानने से इंकार नहीं करना चाहिए।
कुछ करने के लिए ( पृष्ठ संख्या – 65 )
प्रश्न 1.
हमारे देश में आज भी कई आदिवासी जनजातियाँ हैं। उनमें से किन्हीं पाँच के बारे में पता करके नीचे दी गई तालिका में भरिए-
उत्तर:
राज्य का नाम | आदिवासी जनजाति |
(क) बिहार | गोंड |
(ख) झारखंड | मुंडा |
(ग) नागालैंड | नागा |
(घ) हिमाचल प्रदेश | गुज्जर |
(ङ) मध्य प्रदेश | भील |
प्रश्न 2.
स्वतंत्रता प्राप्त करने में महान योगदान देने वाली किन्हीं दो महिलाओं के चित्र उनके नाम सहित नीचे दी गई तालिका में चिपकाइए। स्वतंत्रता प्राप्ति में उनके योगदान को संक्षेप में लिखिए।
उत्तर:
महिला स्वतंत्रता सेनानी ( चित्र/नाम ) | योगदान : |
1. सरोजनी नायडू: | इन्होंने गाँधी जी द्वारा चलाए गए नमक आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभाई थी। इन्होंने नमक के सरकारी डिपो तक अहिंसात्मक सत्याग्रहियों की यात्रा का नेतृत्व किया। |
2. सुचेता कृपलानी: | जब भारतीयों ने स्वतंत्रता आंदोलन छेड़ा तो ये भी इस आंदोलन में शामिल हो गईं तथा अरूणा आसफ़ अली के साथ भूमिगत रहकर कार्य किया। |
DAV Class 5 Hindi Ch 11 Solutions – बिरसा मुंडा
I. बहुविकल्पीय प्रश्न
1. बिरसा विद्रोह किस नाम से जाना जाता है?
(क) सिपाही विद्रोह
(ख) मुंडा विद्रोह
(ग) सरदारी लड़ाई
(घ) कोई नहीं।
उत्तर:
(ख) मुंडा विद्रोह
2. मुंडाओं ने ज़मींदारों के आंदोलन चलाया ?
(क) सरदारी लड़ाई
(ख) मुंडा विद्रोह
(ग) बिरसा विद्रोह
(घ) कोई नहीं।
उत्तर:
(क) सरदारी लड़ाई
3. बिरसा मुंडा को कब गिरफ्तार किया गया?
(क) रात में
(ख) दिन में
(ग) शाम में
(घ) इनमें से कोई नहीं।
उत्तर:
(क) रात में
4. बिरसा किसका पुतला बनाकर तीरंदाजी का पाठ्यपुस्तक से हल प्रश्न करते थे?
(क) आदिवासियों का
(ख) अंग्रेजों का
(ग) विक्टोरिया का
(घ) ज़मींदारों का।
उत्तर:
(ग) विक्टोरिया का
5. बिरसा मुंडा की मृत्यु कब हुई ?
(क) 9 जून, 1900
(ख) 16 अगस्त, 1900
(ग) 24 अगस्त, 1900
(घ) 25 दिसम्बर, 1899
उत्तर:
(क) 9 जून, 1900
6. बिरसा को गिरफ्तार कर किस जेल में भेज दिया गया?
(क) राँची
(ग) पटना
(ख) सिंहभूम
(घ) दरभंगा
उत्तर:
(क) राँची
II. अति लघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1.
पहला स्वतंत्रता आंदोलन कब हुआ था?
उत्तर:
पहला स्वतंत्रता आंदोलन सन् 1857 में हुआ था।
प्रश्न 2.
मंगल पांडे ने किसे चुनौती दी थी?
उत्तर:
मंगल पांडे ने अंग्रेज़ों को चुनौती दी थी।
प्रश्न 3.
बिरसा मुंडा ने किस चीज का विरोध किया? और क्यों?
उत्तर:
उन्होंने अपने जंगल, जमीन और अपनी आज़ादी के लिए शासकों का विरोध किया।
प्रश्न 4.
बिरसा विद्रोह किस नाम से जाना जाता है?
उत्तर:
बिरसा विद्रोह ‘मुंडा विद्रोह’ के नाम से जाना जाता है।
प्रश्न 5.
बिरसा मुंडा की मृत्यु कहाँ पर हुई?
उत्तर:
बिरसा मुंडा की मृत्यु राँची के जेल में हुई।
III. लघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1.
अंग्रेज आदिवासियों को बाहर क्यों निकालना चाहते थे?
उत्तर:
भारत के वनों में कीमती लकड़ियों का भंडार था। अतः उस पर कब्जा करने हेतु अंग्रेज़ आदिवासियों को बाहर निकालना चाहते थे।
प्रश्न 2.
मुंडाओं ने अपनी योजना का पहला चरण कब शुरू किया?
उत्तर:
25 दिसम्बर, 1898 को मुंडाओं ने अपनी योजना का पहला चरण शुरू किया।
IV. दीर्घ उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1.
24 अगस्त, 1895 की रात कौन-सी घटना घटित हुई ?
उत्तर:
24 अगस्त, 1895 की रात बिरसा मुंडा अपने घर में सो रहे थे तब अंग्रेजों ने उन्हें गिरफ्तार कर जेल में डाल दिया। जेल से छूटने के बाद भी उन्होंने अपनी गतिविधियाँ तेज़ कर दीं और लोगों को अंग्रेजों के विरुद्ध तैयार करने लगे।
प्रश्न 2.
‘सरदारी लड़ाई’ शुरू करने की क्या वजह थी?
उत्तर:
जमींदारों ने अपने छल-बल से मुंडाओं की ज़मीन हथिया ली, जिस पर वे पिछली कई पीढ़ियों से खेती-बाड़ी करते आ रहे थे। इसी कारण उनमें आक्रोश पैदा हुआ और उन्होंने अंग्रेज़ों के विरुद्ध आंदोलन चलाया, ‘सरदारी लड़ाई’ के नाम से जाना जाता है।
अर्थग्रहण संबंधी प्रश्न
1. ज़मींदारों द्वारा ज़मीन हथिया लिए जाने के कारण मुंडाओं का गुस्सा बढ़ता जा रहा था। मुंडाओं ने उसके विरुद्ध आंदोलन चलाया जिसे ‘सरदारी लड़ाई’ के नाम से जाना जाता है। यह आंदोलन राँची से शुरू होकर सिंहभूम जिले में फैल गया। एक वजह और थी आंदोलन शुरू होने की – जंगलों को सुरक्षित घोषित करना।
प्रश्न 1.
मुंडाओं की जमीन किसने हथिया ली?
उत्तर:
मुंडाओं की जमीन जमींदारों ने हथिया ली।
प्रश्न 2.
मुंडाओं ने किसके विरुद्ध आंदोलन चलाया?
उत्तर:
मुंडाओं ने जमींदारों के विरुद्ध आंदोलन चलाया।
प्रश्न 3.
इस आंदोलन को किस नाम से जाना जाता है?
उत्तर:
इस आंदोलन को ‘सरदारी लड़ाई’ के नाम से जाना जाता है।
प्रश्न 4.
यह आंदोलन कहाँ से कहाँ तक फैल गया?
उत्तर:
यह आंदोलन राँची से सिंहभूम जिले तक फैल गया।
प्रश्न 5.
इस आंदोलन का मुख्य कारण क्या था?
उत्तर:
इस आंदोलन का मुख्य कारण था जंगलों को सुरक्षित घोषित करना।
II. राँची जिले की दक्षिणी पहाड़ियों के बीच एक छोटा-सा गाँव बसा हुआ था। उस गाँव का नाम था – चलकद। बिरसा मुंडा इसी गाँव के रहने वाले थे। उन्होंने सभी जगह यह बात की कि अब महारानी विक्टोरिया का राज खत्म हो गया है और ‘मुंडा राज’ शुरू हो गया है। उन्होंने सभी मुंडाओं को यह सलाह दी कि अब वे किसी को भी लगान नहीं देंगे।
प्रश्न 1.
राँची जिला किस राज्य में पड़ता है?
उत्तर:
राँची जिला झारखंड राज्य में पड़ता है।
प्रश्न 2.
गाँव कहाँ बसा हुआ था ?
उत्तर:
दक्षिणी पहाड़ियों के बीच गाँव बसा हुआ था।
प्रश्न 3.
बिरसा मुंडा ने सभी जगह पर लोगों से क्या बात की?
उत्तर:
बिरसा मुंडा ने लोगों से कहा कि अब महारानी विक्टोरिया का राज खत्म हो गया है
प्रश्न 4.
बिरसा मुंडा के गाँव का क्या नाम था?
उत्तर:
बिरसा मुंडा के गाँव का नाम चलकद था।
प्रश्न 5.
उन्होंने लोगों को क्या सलाह दी?
उत्तर:
उन्होंने लोगों को यह सलाह दी कि अब वे किसी को भी लगान नहीं देंगे।
III. अंग्रेज़ों ने 16 अगस्त, 1895 को बिरसा को गिरफ्तार करने के लिए सिपाही भेजा। लेकिन चलकद के लोगों ने उसे गाँव की सीमा से बाहर धकेल दिया। 24 अगस्त, 1895 की रात उन्हें उनके घर से गिरफ्तार कर लिया गया। जब नवम्बर, 1897 में बिरसा जेल से छूटे तो उन्होंने अपनी गतिविधियाँ फिर से शुरू कर दीं। वे महारानी विक्टोरिया का पुतला बनाकर उस पर तीरंदाजी का पाठ्यपुस्तक से हल प्रश्न करते।
प्रश्न 1.
अंग्रेजों ने सिपाहियों को बिरसा को गिरफ्तार करने के लिए कब भेजा ?
उत्तर:
अंग्रेजों ने बिरसा मुंडा को गिरफ्तार करने के लिए सिपाहियों को 16 अगस्त, 1895 को भेजा था।
प्रश्न 2.
उनके गाँव के लोगों ने क्या किया?
उत्तर:
उनके गाँव के लोगों ने सिपाहियों को गाँव की सीमा से बाहर धकेल दिया।
प्रश्न 3.
बिरसा मुंडा को कब गिरफ्तार किया गया?
उत्तर:
24 अगस्त, 1895 की रात को बिरसा मुंडा को गिरफ्तार किया गया।
प्रश्न 4.
जेल से छूटने के बाद उन्होंने क्या किया?
उत्तर:
जेल से छूटने के बाद उन्होंने पुनः अपनी गतिविधियाँ तेज कर दी।
प्रश्न 5.
उन्हें उनके घर से गिरफ्तार कर लिया गया। इस वाक्य में ‘उन्हें’ किसके लिए प्रयुक्त हुआ है?
उत्तर:
इस वाक्य में ‘उन्हें’ शब्द बिरसा मुंडा के लिए प्रयुक्त हुआ है।
IV. 3 फरवरी, 1900 का दिन दुर्भाग्यपूर्ण रहा। सिंहभूम में बिरसा को गिरफ्तार कर राँची जेल भेज दिया गया। उन पर और उनके साथियों पर मुकदमा चलाया गया। 9 जून, 1900 को जेल में ही हैजे से बिरसा की मृत्यु हो गई। उनके कुछ साथियों को मृत्युदंड दिया गया तो कुछ को काला पानी की सज़ा दी गई। बिरसा मुंडा को आज भी एक सच्चे क्रांतिकारी, देशभक्त के रूप में याद किया जाता है।
प्रश्न 1.
3 फरवरी, 1900 को किसे गिरफ्तार किया गया?
उत्तर:
3 फरवरी, 1900 को बिरसा मुंडा को गिरफ्तार किया गया।
प्रश्न 2.
बिरसा मुंडा की मृत्यु किस कारण हुई थी?
उत्तर:
बिरसा मुंडा की मृत्यु हैजे के कारण हुई थी।
प्रश्न 3.
उनके साथियों को क्या सजा दी गई?
उत्तर:
उनके कुछ साथियों को मृत्युदंड तथा कुछ को काला पानी की सज़ा दी गई।
प्रश्न 4.
बिरसा मुंडा किस रूप में याद किए जाते हैं?
उत्तर:
बिरसा मुंडा एक सच्चे क्रांतिकारी तथा देशभक्त के रूप में याद किए जाते हैं?
प्रश्न 5.
‘गिरफ्तार’ का अर्थ क्या होता है?
उत्तर:
‘गिरफ्तार’ का अर्थ है-पकड़ा जाना।
शब्दार्थ :
- विद्रोह – बगावत।
- न्यौछावर – बलिदान।
- इतिहास – जो बीत गया।
- आज़ादी – स्वतंत्रता ।
- हथिया लेना – छीन लेना।
- एकत्र – इकट्ठा।
- नियम – कानून।
- कब्जा – अधिकार।
- आंदो लन – लड़ाई, संघर्ष।
- राज़- हुकूमत।
- हुक्म – आदेश।
- मुकदमा – केस।
बिरसा मुंडा Summary in Hindi
पाठ-परिचय:
‘बिरसा मुंडा’ पाठ बिरसा मुंडा के व्यक्तित्व पर आधारित है। इस पाठ में यह बताया गया है कि उन्होंने अपने अधिकारों के लिए किस प्रकार अंग्रेजों तथा जमींदारों के विरुद्ध संघर्ष किया।
पाठ का सारांश:
बिरसा मुंडा एक सच्चे क्रांतिकारी तथा देशभक्त के रूप में याद किए जाते हैं। उनका जन्म राँची जिले के एक छोटे से गाँव चलकद में हुआ था। जब ज़मींदारों ने छल-बल से मुंडाओं की जमीन हथिया ली, जिस पर वे लोग कई पीढ़ियों से खेती-बाड़ी करते आ रहे थे, तब उन्होंने अपने जंगल, ज़मीन तथा आज़ादी के लिए शासकों का घोर विरोध किया। इस आंदोलन को ‘सरदारी लड़ाई’ के नाम से जाना जाता है। यह आंदोलन राँची से शुरू होकर सिंहभूम जिले में फैल गया। इस आंदोलन का मुख्य कारण था- जंगलों को सुरक्षित घोषित करना। अंग्रेज़ों के आने से पहले, यहाँ सामाजिक प्रथा के अनुसार।
वन और वन की उपजों पर लोगों का अधिकार था। वन की सूखी टहनियों, पत्तों और गिरी हुई डालियों को एकत्र करने के अलावा कोई भी पेड़ों को हाथ नहीं लगाता था । आदिवासी स्वयं उन वनों की रक्षा करते थे। लेकिन अंग्रेज़ों ने भारत के वनों में कीमती लकड़ियों को देख वहाँ के आदिवासियों को बाहर निकालने के लिए कई नियम बनाकर पहाड़ी इलाके के वनों को सुरक्षित घोषित कर दिया। बिरसा मुंडा ने इसका घोर विरोध किया और लोगों से कहा, “हमें किसी भी कीमत पर अंग्रेज़ों का राज खत्म करना होगा। इसके लिए उन्होंने सभी मुंडाओं को सलाह दी कि अब वे किसी को लगान नहीं देंगे तथा अंग्रेज़ी हुक्म को भी नहीं मानेंगे।” इससे अंग्रेजी सरकार परेशान हो गई।
अंग्रेजों ने उन्हें 24 अगस्त, 1895 को गिरफ्तार कर लिया। बिरसा मुंडा नवम्बर 1897 को जब जेल से छूटे तो पुनः जगह-जगह सभाएँ कर लोगों को अंग्रेजों के विरुद्ध करने लगे। मुंडाओं ने अपनी योजना का पहला चरण 25 दिसम्बर, 1898 को शुरू किया। खुन्ती, तमार वासिया और राँची के थानों पर हमला किए। दुर्भाग्यवश 3 फरवरी, 1900 में बिरसा को सिंहभूम में गिरफ्तार कर राँची जेल भेज दिया जहाँ 9 जून, 1900 को हैजे के कारण उनकी मृत्यु हो गई।