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DAV Class 5 Hindi Chapter 9 Question Answer – अजंता की सैर
DAV Class 5 Hindi Ch 9 Question Answer – अजंता की सैर
पाठ में से (पृष्ठ संख्या – 54 )
प्रश्न 1.
अजंता की गुफाएँ किसने और क्यों बनवाई?
उत्तर:
अजंता की गुफाएँ कुछ धनी व्यापारियों और किसानों ने मिलकर बौद्ध भिक्षुओं के रहने और उपासना करने के लिए बनवाई थीं।
प्रश्न 2.
अजंता के चित्रों में नज़र आने वाले रंग इतने दिनों तक कैसे टिक पाए?
उत्तर:
अजंता में बने चित्रों के रंग खनिजों से बने जिन्हें पीसकर गोंद के साथ मिलाकर तैयार किया जाता था। यही कारण है कि चित्रों में नज़र आने वाले रंग इतने दिनों तक टिक पाए।
प्रश्न 3.
उचित उत्तर पर सही (✓) का निशान लगाइए-
(क) अनुपमा दशहरे की छुट्टी में कहाँ गई?
(a) चेन्नई
(b) शिमला
(c) महाराष्ट्र
उत्तर:
(c) महाराष्ट्र
(ख) अनुपमा सपरिवार मामाजी के घर कैसे गई?
(a) बस से
(b) रेलगाड़ी से
(c) हवाई जहाज से
उत्तर:
रेलगाड़ी से
प्रश्न 4.
पाठ के आधार पर नीचे लिखे कथनों के सामने सही या गलत (✓) का निशान लगाइए-
(क) अजंता की गुफाएँ एक अत्यंत रमणीक जगह पर बनी हुई हैं।
(ख) वे लोग लंबी और पतली आँखों को सुंदर नहीं मानते थे।
(ग) अजंता के चित्र अनेक कलाकारों की मिली- जुली प्रतिभा के उत्कृष्ट नमूने हैं।
(घ) हमारी संस्कृति कितनी समृद्ध है- अजंता इस बात का प्रमाण है।
(ङ) अजंता में सबसे अधिक लाल रंग का प्रयोग हुआ है।
उत्तर:
(क) अजंता की गुफाएँ एक अत्यंत रमणीक जगह पर बनी हुई हैं। (✓)
(ख) वे लोग लंबी और पतली आँखों को सुंदर नहीं मानते थे। (✗)
(ग) अजंता के चित्र अनेक कलाकारों की मिली- जुली प्रतिभा के उत्कृष्ट नमूने हैं। (✓)
(घ) हमारी संस्कृति कितनी समृद्ध है- अजंता इस बात का प्रमाण है। (✓)
(ङ) अजंता में सबसे अधिक लाल रंग का प्रयोग हुआ है। (✗)
बातचीत के लिए (पृष्ठ संख्या-54-55)
प्रश्न 1.
अजंता की गुफाओं में बने चित्रों का क्या विषय था? इन चित्रों को देखकर क्या पता चलता है?
उत्तर:
अजंता की गुफाओं में बने चित्रों का मुख्य विषय बुद्ध के जीवन से जुड़ी जातक कथाएँ और बौद्ध धर्म हैं, जिन्हें देखकर यह पता चलता है कि हमारी संस्कृति कितनी समृद्ध है।
प्रश्न 2.
आप अपने घर, कमरे की दीवारों को किस तरह सजाना चाहते हैं?
उत्तर:
छात्र / छात्राएँ स्वयं करें।
प्रश्न 3.
आपको किस तरह की जगहों पर जाना पसंद है और क्यों?
उत्तर:
हमें पर्वतीय स्थानों पर जाना पसंद है क्योंकि वहाँ का मौसम सुहावना होता है और दृश्य मन को भाता है।
प्रश्न 4.
‘अजंता की सैर’ पाठ पढ़ते-पढ़ते आपको भी अपनी कोई छोटी या लंबी यात्रा याद आ रही हो तो उसे कक्षा में ‘सुनाइए।
उत्तर:
छात्र / छात्राएँ स्वयं करें।
अनुमान और कल्पना ( पृष्ठ संख्या – 55 )
प्रश्न 1.
सांस्कृतिक धरोहरों के साथ लोग किस प्रकार का व्यवहार करते हैं? हमें किस तरह का व्यवहार करना चाहिए? नीचे दी गई तालिका में भरिए-
उत्तर:
लोगों का व्यवहार | मेरा व्यवहार |
(क) दीवारों पर अपना नाम लिखना | हम दीवारों पर नाम नहीं लिखते। |
(ख) कूड़ा-कचड़ा इधर-उधर फेंकना। | हम कूड़ा-कचड़ा को इधर-उधर नहीं फेंकते। |
(ग) किसी चीज़ को नुकसान पहुँचाना। | हम किसी चीज़ को नुकसान नहीं पहुँचाते। |
(घ) संगीत बजाना | हम इन जगहों पर संगीत नहीं बजाते। |
(ङ) जूते-चप्पल इधर-उधर रखना। | हम इन जगहों पर जूतेचप्पलों को उचित जगहों पर रखते हैं। |
प्रश्न 2.
अगर आज गुफाओं की दीवारों पर चित्र – कारी की जाती तो उनमें क्या-क्या बनाया जाता?
उत्तर:
अगर आज गुफाओं की दीवारों पर चित्रकारी की जाती तो उनमें प्रकृति से संबंधित चित्र बनाए जाते।
भाषा की बात (पृष्ठ संख्या – 56 )
प्रश्न 1.
पाठ में आए इन शब्दों में उचित स्थान पर नुक्ता (.) लगाकर शब्द को दोबारा लिखिए-
(क) मजे -_______
(ख) हजार – _______
(ग) लेपिज – _______
(घ) ज्यादा – _______
(ङ) सफेद – _______
उत्तर:
(क) मजे – मज़े
(ख) हजार – हज़ार
(ग) लेपिज – लेपिज़
(घ) ज्यादा – ज्यादा
(ङ) सफेद – सफ़ेद
प्रश्न 2.
नीचे पाठ में से कुछ वाक्यों के अंश दिए गए हैं। इनमें रेखांकित शब्दों का लिंग पहचानकर लिखिए-
उत्तर:
वाक्य का अंश | लिंग |
(क) तुम्हारा पत्र मिला | (क) पुल्लिग, |
(ख) सपनों की दुनिया | (ख) स्त्रीलिंग, |
(ग) हज़ार साल पुरानी | (ग) स्त्रीलिंग, |
(घ) आस-पास के शहरों | (घ) पुल्लिग, |
(ङ) ध्यान लगाना | (ङ) पुल्लिग, |
(च) हमारी संस्कृति | (च) स्त्रीलिंग। |
प्रश्न 3.
नीचे लिखे शब्दों के विलोम शब्द पाठ में से ढूँढ़कर लिखिए-
(क) धीरे _______
(ग) निर्जीव _______
(ख) गाँव _______
(घ) बाहर _______
उत्तर:
(क) धीरे – तेज़
(ग) निर्जीव – शहर
(ख) गाँव – सजीव
(घ) बाहर – भीतर।
जीवन मूल्य (पृष्ठ संख्या – 56 ) तब लोग अत्यधिक प्रकृति-प्रेमी थे।
प्रश्न 1.
क्या आप भी प्रकृति-प्रेमी हैं?
उत्तर:
हाँ, हम भी प्रकृति-प्रेमी हैं।
प्रश्न 2.
आप प्रकृति का ध्यान किस प्रकार रखते हैं?
उत्तर:
हम प्रकृति का ध्यान रखने के लिए उसके साथ छेड़छाड़ नहीं करते हैं। पेड़-पौधों तथा जीव-जंतुओं को सुरक्षा प्रदान करते हैं।
कुछ करने के लिए (पृष्ठ संख्या – 57 )
प्रश्न 1.
अजंता की गुफाएँ महाराष्ट्र में हैं। भारत के नक्शे में ढूँढ़िए कि महाराष्ट्र कहाँ है?
उत्तर:
छात्र / छात्राएँ स्वयं करें।
प्रश्न 2.
पता कीजिए कि जहाँ आप रहते हैं वहाँ से महाराष्ट्र पहुँचने में कितने दिन लग सकते हैं और वहाँ यातायात के किन-किन साधनों से पहुँचा जा सकता है?
उत्तर:
छात्र / छात्राएँ स्वयं करें।
प्रश्न 3.
कोलाज – कोलाज उस तस्वीर को कहते हैं जो कई तस्वीरों को छोटे-छोटे टुकड़ों में काटकर एक कागज़ पर चिपकाकर बनाई जाती है। अब आप अजंता की गुफाओं के चित्र इकट्ठे करके उनका कोलाज बनाइए।
उत्तर:
छात्र / छात्राएँ स्वयं करें।
प्रश्न 4.
आइए, मिथिला पेंटिंग सीखें। मिथिला शैली की मोहक पेंटिंग से हम अपने घर की सजावट तो कर ही सकते हैं, साथ ही हम अपने पहनने के कुर्ते, साड़ी, पर्दा आदि पर भी फूल-पत्तियाँ, चिड़िया, हाथी, लड़की आदि का चित्रण कर कपड़े को और भी खूबसूरत बना सकते हैं। पहनने के कपड़ों पर चित्र बनाने के लिए ‘0’ नं० का गोल ब्रुश और फेबरिक कलर (कपड़ों वाला रंग) का इस्तेमाल होता है। आइए, इन नमूनों का पाठ्यपुस्तक से हल प्रश्न करते हैं और इन्हें आगे बढ़ाते हैं- (चित्रों के लिए पेज संख्या 57 देखें।)
उत्तर:
छात्र / छात्राएँ स्वयं करें।
DAV Class 5 Hindi Ch 9 Solutions – अजंता की सैर
I. बहुविकल्पीय प्रश्न
1. अनुपमा ने किसे पत्र लिखा है?
(क) सहेली
(ग) बहन
(ख) पिता
(घ) माँ
उत्तर:
(क) सहेली
2. मधु की सहेली का क्या नाम है?
(क) रानी
(ख) अनुपमा
(ग) अंजू
(घ) राधा
उत्तर:
(ख) अनुपमा
3. अनुपमा दशहरा की
(क) मामा के घर
(ख) बुआ के घर
(ग) ताई के घर
(घ) दादा के घर।
उत्तर:
(क) मामा के घर
4. अजंता की गुफा कहाँ है?
(क) मध्य प्रदेश
(ख) दिल्ली
(ग) महाराष्ट्र
(घ) उत्तर प्रदेश
उत्तर:
(ग) महाराष्ट्र
5. अनुपमा किसके साथ अजंता की सैर करने गई थी?
(क) परिवार के साथ
(ख) सहेली के साथ
(ग) मौसी के साथ
(घ) अकेली।
उत्तर:
(क) परिवार के साथ
6. यह पत्र अनुपमा कहाँ से लिख रही है?
(क) पटना
(ख) दिल्ली
(ग) महाराष्ट्र
(घ) कोलकता
उत्तर:
(ख) दिल्ली
7. अनुपमा अपनी सहेली को किस चीज़ के बारे में बताती है?
(क) अजंता की सैर
(ख) लाल किला
(ग) तारामंडल
(घ) भूल भूलैया
उत्तर:
(क) अजंता की सैर
8. अजंता में सबसे अधिक किस रंग का प्रयोग हुआ है?
(क) लाल
(ख) पीला
(ग) हरा
(घ) सफेद
उत्तर:
(ग) हरा
9. उन दिनों लोग कैसी आँखों को सुंदर मानते थे?
(क) गोल
(ग) पतली
(ख) लंबी
(घ) लंबी और पतली।
उत्तर:
(घ) लंबी और पतली।
10. अजंता की गुफाएँ किसके लिए बनवाई गई थीं ?
(क) बौद्ध भिक्षुओं
(ख) किसानों
(ग) व्यापारियों
(घ) पर्यटकों के लिए।
उत्तर:
(क) बौद्ध भिक्षुओं
II. अति लघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1.
अनुपमा को शुरू से किसने अपनी ओर आकर्षित किया है?
उत्तर:
अनुपमा को शुरू से मूर्तियों, चित्रों और रंगों ने अपनी ओर आकर्षित किया है।
प्रश्न 2.
मामा जी के घर जाने का क्या कारण था?
उत्तर:
मामा जी के घर जाने का कारण अजंता की गुफाओं की कलाकारी का आनंद लेना था।
प्रश्न 3.
अनुपमा अपने परिवार के साथ किस साधन के द्वारा मामा के घर गई?
उत्तर:
अनुपमा अपने परिवार के साथ रेलगाड़ी से मामा के घर गई।
प्रश्न 4.
अजंता की गुफाओं में कैसे चित्र बने हुए थे?
उत्तर:
अजंता की गुफाओं में सुंदर चित्र बने हुए थे।
प्रश्न 5.
अनुपमा ने अपनी सहेली को किसके बारे में बताया?
उत्तर:
अनुपमा ने अपनी सहेली को अजंता की गुफाओं के बारे में बताया।
प्रश्न 6.
अजंता की गुफाओं की दीवारों एवं छतों को देखकर क्या पता चलता है?
उत्तर:
अजंता की गुफाओं की दीवारों एवं छतों को देखकर पता चलता है कि उन दिनों लोगों को कोरी दीवारें पसंद नहीं थीं।
प्रश्न 7.
उस समय के लोग किसके प्रेमी थे?
उत्तर:
उस समय के लोग प्रकृति प्रेमी थे।
प्रश्न 8.
अजंता की गुफा किस बात का प्रमाण है?
उत्तर:
अजंता की गुफा हमारी समृद्ध संस्कृति का प्रमाण है।
III. लघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1.
गुफाओं के अंदर क्या-क्या बना हुआ है?
उत्तर:
गुफाओं के अंदर बड़े-बड़े कमरे, मंदिर और सभागृह बने हुए हैं। इनकी छतों और दीवारों पर चित्र और मूर्तियाँ बनी हुई हैं।
प्रश्न 2.
अजंता की गुफाएँ किस उद्देश्य से बनायी गई थी?
उत्तर:
अजंता की गुफाएँ बौद्ध भिक्षुओं के रहने तथा उपासना करने के उद्देश्य से बनाई गयी थीं क्योंकि बौद्ध भिक्षुओं को इन गुफाओं में रहकर पढ़ना- पढ़ाना तथा ध्यान लगाना पसंद था।
प्रश्न 3.
अजंता की गुफाओं में बने चित्र और मूर्तियाँ किसने बनवाई?
उत्तर:
इस संबंध में कोई एक मत नहीं है। कुछ लोगों का कहना है कि ये चित्र बौद्ध भिक्षुओं ने बनवाए हैं तो कुछ का कहना है कि किसानों और व्यापारियों ने बनवाए हैं।
IV. दीर्घ उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1.
अजंता की गुफाओं में बने चित्रों के रंग किन खनिजों से बने हैं? कौन-से रंग किन खनिजों से बने हैं?
उत्तर:
अजंता की गुफाओं में लाल रंग गेरू’ पत्थर, पीले रंग ‘प्योही’, सफ़ेद रंग ‘चूने’, नीले रंग ‘लेपिज़ लजूली’ तथा हरे रंग ‘ग्लूकोनाइट’ नामक पत्थरों से बनाए गए हैं। कुछ पत्थर अफगानिस्तान से मँगवाए गए तथा कुछ आसपास के पहाड़ों पर उपलब्ध थे। कुछ रंगों को बनाने के लिए पौधों का भी प्रयोग किया गया
अर्थग्रहण संबंधी प्रश्न
I. अजंता की गुफाओं की दीवारों, छतों को देखकर ऐसा लगता है कि लोगों को कोरी दीवारें बिलकुल पसंद नहीं थीं। तब लोग अत्यधिक प्रकृति-प्रेमी थे। दरअसल अजंता की गुफाएँ एक अत्यंत रमणीक जगह पर बनी हुई हैं । गुफाओं के अंदर, गुफाओं के भीतर बड़े-बड़े कमरे, मंदिर और सभागृह हैं। कुछ गुफाएँ दो हज़ार साल पुरानी हैं तो कुछ एक हज़ार छह सौ साल पुरानी।
प्रश्न 1.
कैसे पता चलता है कि लोगों को कोरी दीवारें पसंद नहीं थी?
उत्तर:
अजंता की गुफाओं की दीवारों और छतों को देखकर ऐसा लगता है कि लोगों को कोरी दीवारें पसंद नहीं थी।
प्रश्न 2.
उस समय के लोग किसके के प्रेमी थे?
उत्तर:
उस समय के लोग प्रकृति-प्रेमी थे।
प्रश्न 3.
अजंता की गुफाएँ कैसी जगह पर बनी हैं?
उत्तर:
अजंता की गुफाएँ अत्यंत रमणीक जगह पर बनी हुई हैं।
प्रश्न 4.
गुफाओं के अंदर क्या-क्या हैं?
उत्तर:
गुफाओं के अंदर कमरे, मंदिर और सभागृह बने हैं।
प्रश्न 5.
गुफाएँ कितनी साल पुरानी हैं?
उत्तर:
कुछ गुफाएँ दो हज़ार साल पुरानी हैं तो कुछ एक हजार छह सौ साल पुरानी हैं।
II. इन चित्रों का मुख्य विषय बुद्ध के जीवन से जुड़ी जातक कथाएँ और बौद्ध धर्म हैं। लेकिन शायद चित्र बनाने वालों को अपने आस-पास के जीवन को सजीव रूप देना भी पसंद था। इसीलिए चित्रों में जंगल जानवर, लोग, राजा-रानी आदि को बखूबी चित्रित किया गया है। उन दिनों लोग अपने जीवन व उसकी बातों से बहुत लगाव रखते थे। लोग लंबी और पतली आँखों को सुंदर मानते थे। चित्रों से उस समय के रहन-सहन, पहनावे, हाव-भाव आदि का भी पता चलता है।
प्रश्न 1.
अजंता की चित्रों के मुख्य विषय क्या हैं?
उत्तर:
अजंता की चित्रों के मुख्य विषय बुद्ध के जीवन से जुड़ी जातक कथाएँ और बौध धर्म हैं।
प्रश्न 2.
चित्र बनाने वालों को क्या पसंद था?
उत्तर:
चित्र बनाने वालों को अपने आस-पास के जीवन को सजीव रूप देना पसंद था।
प्रश्न 3.
उन दिनों लोग कैसी आँखें पसंद करते थे?
उत्तर:
उन दिनों लोग पतली और लंबी आँखें पसंद करते थे।
प्रश्न 4.
चित्रों से क्या पता चलता है?
उत्तर:
चित्रों से उस समय के रहन-सहन, पहनावे तथा हाव-भाव का पता चलता है।
प्रश्न 5.
उन दिनों लोग किन चीज़ों से लगाव रखते थे?
उत्तर:
उन दिनों लोग अपने जीवन और उसकी बातों से लगाव रखते थे।
III. अजंता में बने चित्रों के रंग खनिजों से बने हैं। इसलिए वे आज भी कुछ समय पुराने ही लगते हैं। चित्रों में लाल रंग के लिए ‘गेरू’, पीले के लिए ‘प्योढ़ी’ (पीला पत्थर) और सफ़ेद रंग के लिए ‘ चूने का प्रयोग किया गया था। नीले रंग के लिए ‘लेपिज़ लजूली’ नाम के पत्थर का उपयोग किया गया। यह पत्थर अफगानिस्तान से मँगवाया गया। हरा रंग बनाने के लिए ‘ग्लूकोनाइट’ नाम के पत्थर का भी प्रयोग किया गया जो आस-पास के पहाड़ों पर मिल जाता था ।
प्रश्न 1.
अजंता में बने चित्रों के रंग किस चीज़ से बने हैं?
उत्तर:
अजंता में बने चित्रों के रंग खनिजों से बने हैं।
प्रश्न 2.
सफ़ेद रंग के लिए किसका प्रयोग किया गया?
उत्तर:
सफ़ेद रंग के लिए ‘चूने’ का प्रयोग किया गया।
प्रश्न 3.
हरे रंग के लिए किस पत्थर का प्रयोग किया गया?
उत्तर:
हरे रंग के लिए ‘ग्लूकोनाइट’ नामक पत्थर का प्रयोग किया गया।
प्रश्न 4.
‘लेपिज़ लजूली’ नामक पत्थर कहाँ से मँगवाया गया ?
उत्तर:
‘लेपिज़ लजूली’ नामक पत्थर अफगानिस्तान से मँगवाया गया।
प्रश्न 5.
‘ग्लूकोनाइट पत्थर कहाँ मिल जाता था?
उत्तर:
‘ग्लूकोनाइट’ पत्थर आस-पास के पहाड़ों पर मिल जाता था।
शब्दार्थः
- आकर्षित – अपनी ओर खींचना।
- सपरिवार – परिवार के साथ।
- कोरी – सफेद।
- रमणीक – मनोहर।
- उत्कृष्ट – श्रेष्ठ, उत्तम।
- नमूना – उदाहरण।
अजंता की सैर Summary in Hindi
पाठ – परिचय:
‘अजंता की सैर’ शीर्षक पाठ के माध्यम से अनुपमा अपनी सहेली मधु को अजंता की गुफाओं की कलाकारी की चर्चा एक पत्र के माध्यम से करती है। वह बताती है कि अजंता की गुफाओं में अनेक कलाकारों की मिली-जुली प्रतिभा का उत्कृष्ट नमूना मौजूद है। वहाँ के चित्र और कलाकारी से यह पता चलता है कि हमारी संस्कृति कितनी समृद्ध है।
पाठ का सारांश:
‘अजंता की सैर’ नामक पाठ में अनुपमा अपनी सहेली मधु को पत्र लिखकर यह बताती है कि वह दशहरे की छुट्टी में रोहित के साथ अपने मामा के घर महाराष्ट्र गई थी, जहाँ पर उन लोगों ने अजंता की गुफा की सैर की।
अजंता के आस-पास के शहरों में जो धनी व्यापारी या किसान रहते थे, उन्होंने ये गुफाएँ बौद्ध भिक्षुओं के रहने और उपासना करने के लिए बनवाई थीं। आमतौर पर हमलोगों की दुनिया में शहरों एवं कस्बों की इमारतों की दीवारें सपाट और कोरी होती हैं। लेकिन वहाँ की गुफाओं की दीवारों एवं छतों को देखकर ऐसा लगता है कि लोगों को कोरी दीवारें पसंद नहीं थी। यह गुफा एक अत्यंत रमणीक जगह पर बनी हुई है, जिसके अंदर बड़े-बड़े कमरे, मंदिर और सभागृह हैं तथा इनकी छतों और दीवारों पर चित्र और मूर्तियाँ बनी हुई हैं। कुछ गुफाएँ दो हज़ार साल पुरानी हैं तो कुछ एक हज़ार छह सौ साल पुरानी।
अजंता के चित्रों का मुख्य विषय बुद्ध के जीवन से जुड़ी जातक कथाएँ और बौध धर्म हैं। इन चित्रों में जंगल, जानवर, लोग, राजा-रानी आदि चित्रों को बखूबी चित्रित किया गया है जिसे देखकर ऐसा लगता है कि उन दिनों लोग अपने जीवन और उसकी बातों से बहुत लगाव रखते थे। वे प्रकृति प्रेमी भी थे। अजंता में बने चित्रों के रंग खनिजों से बने हैं। लाल रंग के लिए ‘गेरू’, पीले के लिए ‘प्योढ़ी’, सफ़ेद के लिए ‘चूने’ का प्रयोग किया गया था। नीले रंग के लिए ‘लेपिज़ लजूली’ नाम के पत्थर का उपयोग किया गया था।
अजंता में सबसे अधिक हरे रंग का प्रयोग हुआ जो ‘ग्लूकोनाइट’ नामक पत्थर से तैयार किया गया। कुछ रंगों को बनाने के लिए पौधों का भी प्रयोग किया गया किंतु ये रंग जल्दी उड़ जाते थे। दरअसल यह गुफा कई लोगों के सहयोग से बनाया गया है। कुछ कलाकार आकृतियाँ बनाते थे तो कुछ जानवरों के चित्र बनाते थे। कुछ पेड़-पौधों का चित्र बनाते थे तो कुछ उसमें रंग भरने का काम करते थे। सचमुच अजंता के चित्र अनेक कलाकारों की मिली-जुली प्रतिभा के उत्कृष्ट नमूने हैं पत्र को समाप्त करते हुए अनुपमा अपनी सहेली से कहती है कि अजंता के चित्रों ने हम सबका मन मोह लिया।