Detailed explanations in DAV Class 3 Hindi Book Solutions and DAV Class 3 Hindi Chapter 7 Question Answer – दादाजी offer clarity on challenging language concepts.
DAV Class 3 Hindi Chapter 7 Question Answer – दादाजी
DAV Class 3 Hindi Ch 7 Question Answer – दादाजी
कहानी में से-
प्रश्न 1.
एक रोज़ मस्ज़्ज़द से अज़ान की आवाज़ क्यों नहीं आई?
उत्तर :
दादाजी के बीमार होने के कारण मस्ज़्ज़द से अज़ान की आवाज़ नहीं आई।
प्रश्न 2.
पहले वाला लड़का नाराज़ क्यों हो गया?
उत्तर :
पहाड़ी पर एक भी अखरोट नहीं मिलने के कारण पहले वाला लड़का नाराज़ हो गया।
प्रश्न 3.
सोनाली दादाजी के लिए क्या लेकर गई?
उत्तर :
सोनाली दादाजी के लिए अखरोट लेकर गई।
प्रश्न 4.
दादाजी किसे देखकर खुश हो गए?
उत्तर :
दादाजी बच्चों को देखकर खुश हो गए।
प्रश्न 5.
कहानी में जो-जो हुआ, उस पर सही [✓] का निशान लगाइए-
(क) एक दिन सुबह अज़ान की आवाज़ न आने के कारण सोनाली परेशान हो गई। [ ]
(ख) सोनाली पहाड़ पर सैर करने गई। [ ]
(ग) सोनाली ने पहाड़ी पर पहुँचकर बादाम इकट्ठे किए। [ ]
(घ) वह डर के मारे एक पेड़ के पीछे छिप गई। [ ]
(ङ) वे सभी दादाजी के घर के तरफ़ चल दिए। [ ]
(च) सभी लड़के सोनाली से नाराज़ थे। [ ]
उत्तर :
(क) [✓]
(ख) [✓]
(ग) [✗]
(घ) [✗]
(ङ) [✓]
(च) [✗]
बातचीत के लिए-
प्रश्न 1.
सोनाली अपने दादाजी के लिए अखरोट लेकर क्यों गई?
उत्तर :
दादाजी को अखरोट बहुत पसंद् थे, इसलिए सोनाली दादाजी के लिए अखरोट लेकर गई।
प्रश्न 2.
आलसी होने का क्या मतलब है? क्या आप लालसी हैं? कैसे?
उत्तर :
आलसी होने का मतलब है, किसी काम को करने में मन नहीं लगना। हम आलसी नहीं हैं क्योंकि हम अपना सारा कार्य समय से करते हैं।
प्रश्न 3.
सरदी लगने पर क्या होता? क्या आपको भी कभी सरदी लगी है? फिर आपने क्या किया?
उत्तर :
सरदी लगने पर जुकाम-बुखार हो जाता है। हाँ, हमको भी कभी सरदी लगी है। सरदी लगने पर हमने दवाइयाँ लीं और गर्म पानी पिया।
प्रश्न 4.
दादाजी ने बच्चों को क्या दुआएँ दी होंगी? आपको कौन-कौन क्या दुआएँ वेता है?
उत्तर :
दादाजी ने बच्चों को यह दुआएँ दी होंगी-खुश रहो, स्वस्थ रहो और बड़े होकर माता-पिता तथा गुरु का नाम रोशन करो। मुझे मेरे माता-पिता, दादा-दादी, नाना-नानी, गुरु सभी दुआएँ देते हैं।
आपकी बात-
1. सोनाली के दादाजी को अखरोट पसंद थे।
आपके परिवार में किसे क्या पसंद है? पता करके बताइए।
उत्तर :
छात्र/छात्राएँ स्वयं करें।
आप अपने दादाजी को भेंट में क्या देना चाहेंगे? और क्यों?
उत्तर :
हम अपने दादाजी को काजू, बादाम भेंट में देना चाहेंगे क्योंकि काजू, बादाम उन्हें काफ़ी पसंद हैं।
2. कहानी में पूरा गाँव रोज़ सुबह तीन आवाज़ों से जगता था। पहली नदी के पानी की आवाज़, दूसरी दूर नदी पर बजते ढोल की आवाज़, तीसरी मस्जिद की मीनार से गूँजती अज़ान की आवाज़।
आप रोज़ किसकी आवाज़ सुनकर उठते है?
उत्तर :
हम रोज़ दादाजी की आवाज़ सुनकर उठते हैं।
सुबह किस-किसकी आवाज़ें सुनाई देती हैं?
उत्तर :
सुबह में मुर्गा, बकरी, कुत्ता तथा कौआ की आवाज़ें सुनाई देती है।
भाषा की बात-
प्रश्न 1.
नीचे दी गई शब्द-लड़ी को आगे बढ़ाए।
उत्तर :
प्रश्न 2.
नीचे दिए गए शब्दों को पढ़िए-
कहा-कहाँ
काटा-काँटा
बताइए, इनमें क्या अंतर है? इन शब्दों से एक-एक वाक्य बनाइए-
उत्तर :
कहा-सोनाली ने कहा, “हम सब दोस्त हैं।” कहाँ-तुम कहाँ जा रही हो?
काटा-लकड़हारे ने पेड़ काटा।
काँटा-हाथ में काँटा चुभ गया।
प्रश्न 3.
नीचे दिए गए वाक्यों में से काम वाले शब्द छाँटिए-
उत्तर :
(क) बहती
(ख) चल
(ग) दिए।
जीवन मूल्य-
प्रश्न 1.
जब आपके दादा-दादी या नाना-नानी का स्वास्थ्य ठीक नहीं होता तो आप उनकी देख-भाल और मदद किस प्रकार करते हैं?
उत्तर :
जब मेरे दादा-दादी या नाना-नानी का स्वास्थ्य ठीक नहीं होता तो हम हमेशा उनके साथ होते हैं। उन्हें समय पर दवा देते हैं। समय पर खाने-नाश्ते की व्यवस्था करते हैं। उनसे बातें करके उनका मन भी बहलाते हैं।
प्रश्न 2.
सोनाली सुबह उठती थी और समय पर काम करती थी। क्या आपको भी लगता है सुबह समय पर उठना चाहिए, क्यों? उससे क्या लाभ हो सकते हैं?
उत्तर :
हमको भी लगता है कि सुबह समय पर उठना चाहिए क्योंकि समय से उठने से काम सही समय पर आसानी से हो जाता है। सुबह उठने से मन प्रसन्न रहता है तथा स्वास्थ्य भी ठीक रहता है। शरीर में नई ताज़गी आ जाती है और पढ़ाई में मन लगता है।
कुछ करने के लिए-
प्रश्न 1.
अखरोट के छिलके लीजिए और उसे रंग कर अलग-अलग तरह से सजाइए।
उत्तर :
छात्र/छात्राएँ स्वयं करें।
DAV Class 3 Hindi Ch 7 Solutions – दादाजी
I. बहुविकल्पीय प्रश्न :
प्रश्न 1.
सोनाली किस गाँव में रहती थी?
(क) रामपुर
(ख) कानपुर
(ग) नागपुर
(घ) सोनपुर
उत्तर :
(क) रामपुर
प्रश्न 2.
गाँव में क्या बहती थी?
(क) नदी
(ख) तालाब
(ग) गंगा
(घ) नल
उत्तर :
(क) नदी
प्रश्न 3.
अज़ान की आवाज़ कहाँ से आती थी?
(क) मंदिर
(ख) मस्जिद
(ग) गुरुद्वारा
(घ) गिरजाघर
उत्तर :
(ख) मस्जिद
प्रश्न 4.
सोनाली कहाँ छिप गई?
(क) झाड़ी में
(ख) झोंपड़ी में
(ग) घर में
(घ) मंद्रि में
उत्तर :
(क) झाड़ी में
प्रश्न 5.
किसने कहा- “हम सब दोस्त हैं।”
(क) सोनाली
(ख) पहला लड़का
(ग) दूसरा लड़का
(घ) तीसरा लड़का
उत्तर :
(क) सोनाली
प्रश्न 6.
सबने सारे अखरोट किसे दे दिए?
(क) दादाजी को
(ख) नानाजी को
(ग) पापाजी
(घ) माँ को
उत्तर :
(क) दादाजी को
II. अति लघु उत्तरीय प्रश्न :
प्रश्न 1.
पूरा गाँव रोज़ कितनी आवाज़ों को सुनकर जगता था?
उत्तर :
पूरा गाँव रोज़ तीन आवाज़ों को सुनकर जगता था।
प्रश्न 2.
अज़ान की आवाज़ किसकी थी?
उत्तर :
अज़ान की आवाज़ सोनाली के दादाजी की थी।
प्रश्न 3.
गाँव में सब क्यों हैरान थे?
उत्तर :
एक रोज़ अज़ान की आवाज़ सुनाई नहीं दी, इस कारण गाँव में सब हैरान थे।
III. लघु उत्तरीय प्रश्न :
प्रश्न 1.
सोनाली ने पहाड़ी पर जाते समय क्या पहन रखा था?
उत्तर :
सोनाली ने पहाड़ी पर जाते समय बंद् गले का कोट और हाथों में दस्ताने पहन रखे थे।
प्रश्न 2.
गाँव के लड़कों को जब पहाड़ी पर अखरोट नहीं मिले, तो उन लोगों ने क्या सोचा?
उत्तर :
गाँव के लड़कों को जब पहाड़ी पर अखरोट नहीं मिले तो उन लोगों ने सोचा कि सोनाली जल्दी उठती है। उसी ने सारे अखरोट इकट्ठे किए होंगे।
IV. दीर्घ उत्तरीय प्रश्न :
प्रश्न 1.
सोनाली अपने दोस्तों के साथ दादाजी के घर गई तो क्या हुआ?
उत्तर :
सोनाली अपने दोस्तों के साथ जब दादाजी के घर गई तो चारों ओर रोशनी फैलने लगी थी। सबने दादाजी को सलाम किया और उन्हें भेंट दी। दादाजी बहुत खुश हुए। उन्होंने प्यार से सबको गले लगाया और ढेर सारी दुआएँ दीं।
अर्थग्रहण संबंधी प्रश्न :
1. एक सुबह अज़ान की आवाज़ नहीं आई। गाँव में सब हैरान थे। सोनाली भी परेशान हो गई। आज क्या हो गया? अज़ान की आवाज़ नहीं आई। कहीं दादाजी बीमार तो नहीं हो गए? सोनाली की दादाजी की चिंता होने लगी। उसने सोचा-‘मस्जिद जाकर ही देखती हूँ। लेकिन दादाजी के पास खाली हाथ जाना भी ठीक नहीं हैं। उनके लिए कोई भेंट ले जाना ठीक रहेगा। क्या ले जाऊँ? हाँ, अखरोट ले जाती हूँ। दादाजी को अखरोट बहुत पसंद है।
प्रश्न 1.
एक सुबह किसकी आवाज नहीं आई?
उत्तर :
एक सुबह अज़ान की आवाज़ नहीं आई।
प्रश्न 2.
सोनाली को किसकी चिंता होने लगी?
उत्तर :
सोनाली को दादाजी की चिता होने लगी।
प्रश्न 3.
दादाजी कहाँ रहते थे?
उत्तर :
दादाजी मस्जिद् में रहते थे।
प्रश्न 4.
सोनाली उनके लिए क्या ले जाना चाहती थी?
उत्तर :
सोनाली उनके लिए कुछ भेंट ले जाना चाहती थी।
प्रश्न 5.
दादाजी को क्या पसंद है?
उत्तर :
दादाजी को अखरोट पसंद् है।
2. उसने पहाड़ी पर पहुँचकर बहुत सारे अखरोट इकट्ठे किए और अपने कोट की जेब में भर लिए। अचानक उसे कुछ शोर सुनाई दिया। वे उसके गाँव के ही लड़के थे। वे भी अखरोट लेने आए थे। सोनाली डर गई। वह डर के मारे एक झाड़ी में छिप गई। उसे डर था कि कहीं वे लड़के मेरे अखरोट छीन न लें।
प्रश्न 1.
सोनाली ने अखरोट कहाँ से इकट्ठे किए?
उत्तर :
सोनाली ने पहाड़ी पर पहुँचकर अखरोट इकट्ठे किए।
प्रश्न 2.
उसने अखरोट कहाँ भर लिए?
उत्तर :
उसने अखरोट कोट की जेब में भर लिए।
प्रश्न 3.
सोनाली के अलावा कौन अखरोट लेने आए थे?
उत्तर :
सोनाली के अलावा गाँव के लड़के अखरोट लेने आए थे।
प्रश्न 4.
सोनाली क्यों डर गई?
उत्तर :
उसे डर था कि कहीं वे लड़के मेरे अखरोट छीन न लें।
प्रश्न 5.
सोनाली क्यों छिप गई?
उत्तर :
सोलानी डर के मारे एक झाड़ी में छिप गई।
3. वह रोज़ सुबह जल्दी-जल्दी उठकर सैर करने जाती है। वह हमारी तरह आलसी नहीं है। इसलिए सारे अखरोटों पर उसी का अधिकार है। वे घर की तरफ़ चलने लगे। तभी सोनाली झाड़ी में से निकली। उसने आवाज़ दी-“रूको! रूको! हम सब दोस्त हैं। हम आपस में अखरोट बाँट लेते हैं।”
प्रश्न 1.
सुबह-सुबह कौन सैर करने जाता था?
उत्तर :
सुबह-सुबह सोनाली सैर करने जाती थी।
प्रश्न 2.
कौन आलसी नहीं है?
उत्तर :
सोनाली आलसी नहीं है।
प्रश्न 3.
अखरोट पर किसका अधिकार है?
उत्तर :
अखरोट पर सोनाली का अधिकार है।
प्रश्न 4.
सोनाली ने झाड़ी से निकलकर क्या आवाज़ दी?
उत्तर :
सोनाली ने झाड़ी से निकलकर आवाज़ दी”रुको! रुको! हम सब दोस्त हैं।”
प्रश्न 5.
सोनाली ने दोस्तों से क्या कहा?
उत्तर :
सोनाली ने दोस्तों से कहा, “अखरोट हम सब आपस में बाँट लेते हैं।”
शब्दार्थः
- भेंट – उपहार
- अनुमान – अंदाज़
- अधिकार – हक
- सलाम – प्रणाम
- दुआ – आशीर्वाद।
दादाजी Summary in Hindi
पाठ-परिचय :
‘दादाजी’ शीर्षक पाठ में बालकों को बुजुर्गों के प्रति सजग रहने की सीख दी गई है। इस पाठ में सोनाली एक लड़की है, जिसे अपने दादाजी से काफ़ी लगाव है। वह उनकी पसंद-नापसंद का पूरा ध्यान रखती है।
पाठ का सारांश :
सोनाली रामपुर गाँव में रहती थी। गाँव के बीच से एक नदी बहती थी। गाँव के लोग तीन आवाज़ों को सुनकर उठते थे। पहली नदी की कल-कल की आवाज़, दूसरी नदी पार बजते ढोल की आवाज़ तीसरी मस्जिद से अज़ान की आवाज़।
सोनाली के दादा जी वहीं रहते थे। अज़ान की आवाज़ उन्हीं की थी। एक रोज़ अज़ान की आवाज़ सुनाई नहीं दी। गाँव के सब लोग हैरान थे। सोनाली समझ गई दादाजी बीमार होंगे। वह उनसे मिलने जाने लगी। कड़ाके की ठंड थी। हाथ में दस्ताने और गले में बंद गले का कोट पहनकर चल पड़ी। उसने पहाड़ी पर पहुँचकर बहुत सारे अखरोट इकट्ठे किए, तभी गाँव के ही कुछ लड़कों की आवाज़ सुनाई पड़ी। वह डरकर झाड़ी में छिप गई। उसे डर था कि कहीं वे लड़के मेरे अखरोट न छीन लें।
लड़कों ने देखा सारे अखरोट गायब है। सबने अंदाज़ लगाया कि यह काम सोनाली का ही है। वह सुबह उठती है। हमारी तरह वह आलसी नहीं है, इसलिए इन अखरोटों पर उसी का अधिकार है। तभी सोनाली झाड़ी से बाहर निकलकर उन लड़कों से कहती है कि इन अखरोटों को हम सब आपस में बाँट लेते हैं। सभी ने अखरोट लेने से इनकार कर दिया। तब सोनाली ने अखरोट इकट्ठे करने का कारण बताया। सब दादाजी को देखने गए। दादाजी बच्चों से मिलकर बहुत खुश हुए और उन्हें गले लगाकर ढेर सारी दुआएँ दीं।