जनसँख्या पर निबंध – Essay On Population In Hindi
भारत की बढ़ती जनसंख्या एक गंभीर समस्या है। भारत जनसंख्या की दृष्टि से चीन के बाद दूसरा देश है। अभी वर्तमान समय में अनुमानित एक सौ तीस करोड़ के आँकड़े को भी पार कर गई है।
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यदि इसी गति से बढ़ती गई, तो एक दिन चीन को भी पीछे छोड़ देगी। जनसंख्या वृद्धि की समस्या अत्यंत विकराल है। यह ऐसी समस्या है जो स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद से अब तक लगातार बढ़ती ही जा रही है। वर्तमान में यह समस्या गंभीर चिंता का विषय बन गई है।
भारत में जनसंख्या वृद्धि के अनेक कारण हैं, इनमें सबसे प्रमुख है भारतीयों की धार्मिक भावनाएँ, अंधविश्वास तथा अशिक्षा। भारत की अधिकांश जनसंख्या गाँवों में रहती है। गाँवों में रहने वाले लोग अंधविश्वासी, अशिक्षित तथा धार्मिक मान्यताओं को मानने वाले होते हैं।
वे संतान को ईश्वर का दिया हुआ वरदान मानते हैं। परिवार नियोजन के साधनों को धर्म विरोधी तथा अनैतिक बताते हैं। इसीलिए गाँवों में जनसंख्या का विस्तार तेजी से हुआ है और हो रहा है। जनसंख्या की वृद्धि का अन्य कारण है बाल विवाह।
गाँवों में लड़कियों की शादी अल्पायु में यानी चौदह-पंद्रह वर्षों में कर दी जाती है। इस कारण वे जल्दी माँ बन जाती हैं। इससे उनको संतानोत्पत्ति के लिए लंबा समय मिल जाता है। पुत्र की चाहत में कई-कई बेटियाँ होना सामान्य बात है। जनसंख्या की वृधि के अनेक दुष्परिणाम सामने आ रहे हैं। इसी के प्रभाव से बेकारी की समस्या बढ़ रही है।
बेकारी की समस्या बढ़ने के कारण इससे संबंधित अनेक प्रकार की समस्याएँ जैसे अपराध, भ्रष्टाचार, गरीबी, जीवन स्तर में कमी, कुपोषण आदि की समस्याएँ भी उपस्थित हो गई हैं। जनसंख्या की अधिकता के कारण गाँवों के लोगों का पलायन शहरों की ओर हो रहा है। आज महानगरों में बढ़ती हुई जनसंख्या के लिए आवास योग्य भूमि का इतना अभाव हो गया है कि लोगों को झुगी-झोपड़ियों, स्लम आदि में रहने को विवश होना पड़ रहा है।
यद्यपि भारत ने औद्योगिक क्षेत्र में अभूतपूर्व प्रगति की है, परंतु जनसंख्या की निरंतर वृद्धि के कारण यह प्रगति बहुत कम लगती है। बेरोजगारी को बढ़ाने में भी सर्वाधिक योगदान जनसंख्या की वृधि ही है। बेरोजगार होने के कारण युवकों में अपराध करने की प्रवृत्ति बढ़ती रहती है। जिससे देश में शांति और व्यवस्था भंग हो जाती है।
जनसंख्या की वृद्धि पर अंकुश लगाने के लिए गाँवों के लोगों में जागृति लाना आवश्यक है। उन्हें परिवार नियोजन के लिए प्रोत्साहित किया जाना अनिवार्य है। इसके लिए विवाह कानून को भी कठोरता से लागू किया जाना चाहिए। इसके लिए शिक्षा का प्रचार-प्रसार बहुत आवश्यक है।
सरकार को इसके लिए ठोस कदम उठाने होंगे, एक या दो संतान वाले लोगों को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। तथा अधिक संतान वालों पर कर आदि लगाकर या उन्हें मिलने वाली सुविधाओं में कमी कर हतोत्साहित करना चाहिए।