Engaging with DAV Class 8 Abhyas Sagar Solution and DAV Class 8 Hindi Chapter 17 Abhyas Sagar – सोना can significantly boost students’ language confidence.
DAV Class 8 Hindi Abhyas Sagar Solution Chapter 17 सोना
व्यंजन संधि
प्रश्न 1.
नीचे लिखे शब्दों में संधि के बाद हुए परिवर्तन को ध्यानपूर्वक देखिए-
(क) गण + ईश = गणेश
(ख) वार्षिक + उत्सव = वार्षिकोत्सव
(ग) शुभ + आरंभ = शुभारंभ
(घ) जगत् + अंबा = जगदंबा
(ङ) वाक् + ईश = वागीश
(च) उत् + ज्वल = उज्ज्वल
अध्यापन संकेत: अध्यापक व्यंजन संधि में वर्णों का संयोग समझाने से पहले हिंदी वर्णमाला ( स्वर, व्यंजन) कंठस्थ करवाएँ। व्यंजनों का वर्गानुसार (क् वर्ग, च् वर्ग, त् वर्ग आदि) विभाजन समझाएँ।
‘गणेश’, ‘वार्षिकोत्सव’, ‘शुभारंभ’ शब्दों में पूर्वपद में अंतिम वर्ण (स्वर) का उत्तरपद के प्रथम वर्ण (स्वर) से मेल हुआ है। ये ‘स्वर संधि’ के उदाहरण हैं। ‘जगदंबा’, ‘वागीश’, ‘उज्ज्वल’ शब्दों में पूर्वपद के अंतिम वर्ण (व्यंजन) का उत्तरपद के प्रथम वर्ण ( स्वर या व्यंजन ) से मेल हुआ है। ये ‘व्यंजन संधि’ के उदाहरण हैं।
याद रखिए-
- व्यंजन के साथ व्यंजन या स्वर का मेल होने से जो विकर होता है, उसे ‘व्यंजन संधि’ कहते हैं।
प्रश्न 2.
नीचे लिखे संधि-विच्छेद और संधियुक्त शब्दों को ध्यानपूर्वक पढ़िए-
(क) दिक् + गज = दिग्गज
(ख) जगत् + अंबा = जगदंबा
(ग) सत् + वाणी = सद्वाणी
(घ) अच् + अंत = अजंत
(ङ) षट् + आनन = षडानन
ऊपर लिखे शब्दों में पूर्वपद का अंतिम वर्ण सभी वर्गों का पहला व्यंजन है। यदि उत्तरपद के पहले सभी वर्ण वर्ग के तीसरे, चौथे व्यंजन, स्वर या ‘य’, ‘र’, ‘ल’, ‘व’ हों तो पूर्वपद का अंतिम व्यंजन अपने ही वर्ग का तीसरा वर्ण हो जाता है।
याद रखिए-
• यदि पहले शब्द का अंतिम व्यंजन ‘क्’, ‘च्’, ‘ट्’, ‘त्’, ‘प’ हो और दूसरे शब्द का पहला वर्ण कोई स्वर अथवा किसी वर्ग का तीसरा या चौथा वर्ण अथवा ‘य’, ‘र’, ‘ल’, ‘व’ आए तो पूर्वपद का अंतिम वर्ण अपने ही वर्ग के तीसरे वर्ण में परिवर्तित हो जाता है।
प्रश्न 3.
नीचे दिए गए शब्दों में संधि कीजिए-
(क) वाक् + जाल = ________
(ख) दिक् + गज = ________
(ग) सत् + गुण = ________
उत्तर:
(क) वाक् + जाल = वाग्जाल
(ख) दिक् + गज = दिग्गज
(ग) सत् + गुण = सद्गुण
प्रश्न 4.
नीचे दिए गए शब्दों का संधि-विच्छेद कीजिए-
(क) भगवद्गीता = ________
(ख) जगदीश = ________
(ग) दिग्दर्शन = ________
(घ) दिग्ज्ञान = ________
उत्तर:
(क) भगवद्गीता = भगवत् + गीता
(ख) जगदीश = जगत् + ईश
(ग) दिग्दर्शन = दिक् + दर्शन
(घ) दिग्ज्ञान = दिक् + ज्ञान
प्रश्न 5.
नीचे लिखे संधियुक्त शब्दों और संधि-विच्छेद को ध्यानपूर्वक देखिए-
उत्तर:
(क) वाक् + मय = वाङ्मय
(ख) षट् + मास = षण्मास
(ग) उत् + मत्त = उन्मत्त
(घ) उत् + नति = उन्नति
ऊपर लिखे पहले शब्दों के अंतिम वर्ण ‘क्’, ‘ट्’ तथा ‘त्’ हैं। दूसरे शब्दों के पहले वर्ण ‘म’ तथा ‘न’ हैं। ध्यान दीजिए पहले शब्दों के अंतिम वर्ण संधि करने पर उसी वर्ग के पाँचवें वर्ण बन गए हैं।
याद रखिए-
- यदि पहले शब्द का अंतिम व्यंजन ‘क्’, ‘च्’, ‘ट्’, ‘प्’ हो और दूसरे शब्द का पहला वर्ण कोई नासिक्य व्यंजन हो तो उसके स्थान पर उसी वर्ग का पाँचवाँ वर्ण हो जाता है।
प्रश्न 6.
नीचे दिए गए शब्दों में संधि कीजिए-
(क) चित् + मय = ________
ख) उत् + नयन = ________
(ग) षट् + मुख = ________
उत्तर:
(क) चित् + मय = चिन्मय
ख) उत् + नयन = उन्नयन
(ग) षट् + मुख = षण्मुख
प्रश्न 7.
नीचे दिए गए शब्दों का संधि-विच्छेद कीजिए-
(क) उन्मेष = ________ + ________
(ख) सन्मार्ग = ________ +________
(ग) उन्नयन =_________ + ________
उत्तर:
(क) उन्मेष = उत् + मेष
(ख) सन्मार्ग = सत् + मार्ग
(ग) उन्नयन = उत् + नयन
प्रश्न 8.
नीचे दिए गए शब्दों में संधि के बाद हुए परिवर्तन को ध्यानपूर्वक देखिए-
उत्तर:
(क) उत् + लेख = उल्लेख
(ख) सत् + जन = सज्जन
(ग) तत् + टीका = तट्टीका
ऊपर लिखे शब्दों के पूर्वपद के अंतिम वर्ण ‘त्’ हैं तथा उत्तरपद के पहले वर्ण ‘ल’, ‘ज’, हैं। संधि करने पर पहले शब्द का अंतिम वर्ण ‘ल’, ‘ज’, ‘ट’ हो गया है।
याद रखिए-
- यदि ‘त्’ के बाद ‘च’, ‘ज/झ’, ‘ट/ड’, ‘ल’ आए तो पहले शब्द का अंतिम वर्ण दूसरे शब्द के वर्ण में परिवर्तित हो जाता है।
प्रश्न 9.
नीचे दिए गए शब्दों में संधि कीजिए-
(क) तत् + लीन = ________
(ख) उत् + ज्वल = ________
(ग) तत् + टीका = ________
(घ) उत् + डयन = ________
(ङ) उत् + चारण = ________
उत्तर:
(क) तत् + लीन = तल्लीन
(ख) उत् + ज्वल = उज्ज्वल
(ग) तत् + टीका = तट्टीका
(घ) उत् + डयन = उड्डयन
(ङ) उत् + चारण = उच्चारण
प्रश्न 10.
नीचे लिखे शब्दों में संधि के पश्चात् हुए परिवर्तन को ध्यानपूर्वक देखिए-
उत्तर:
(क) उत् + श्वास = उच्छवास
(ख) उत् + शिष्ट = उच्छिष्ट
याद रखिए
- यदि ‘त्’ के बाद दूसरे शब्द का पहला वर्ण ‘श्’ है तो संधि करने पर ‘त्’ का ‘च’ और ‘श’ का ‘छ’ हो जाता है।
प्रश्न 11.
नीचे दिए गए शब्दों में संधि कीजिए-
(क) सत् + शास्त्र = _______
(ख) तत् + शिव = _______
उत्तर:
(क) सत् + शास्त्र = सच्छास्त्र
(ख) तत् + शिव = तच्छिव
प्रश्न 12.
नीचे लिखे शब्दों में संधि के बाद हुए परिवर्तन को ध्यानपूर्वक देखिए-
(क) पत् + हति = पद्धति
(ख) उत् + हत = उद्धत
याद रखिए-
- यदि ‘त्’ के बाद ‘ह’ हो, तो ‘तू’ के स्थान पर ‘द्’ तथा ‘ह’ के स्थान पर ‘ध’ हो जाता है।
प्रश्न 13.
नीचे दिए गए शब्दों में संधि कीजिए-
(क) उत् + हार = _______
(ख) तत् + हित = _______
उत्तर:
(क) उत् + हार = उद्धार
(ख) तत् + हित = तद्धित
आओ दोहराएँ
प्रश्न 14.
नीचे लिखे वाक्यों में उपयुक्त विराम चिह्नों का प्रयोग कीजिए-
(क) क्या आप ही श्री राम कुमार हैं
(ख) भाई भरत तुम अयोध्या लौट जाओ
(ग) राजा उदास होकर बोला अब क्या होगा
(घ) अहा कैसे काले-काले मेघ चारों ओर से घिरकर आकाश पर छा गए हैं
(ङ) गीता का वचन है कर्म करो किंतु फल की इच्छा न रखो
उत्तर:
(क) क्या आप ही श्री राम कुमार हैं?”
(ख) ” भाई भरत तुम अयोध्या लौट जाओ।”
(ग) राजा उदास होकर बोला, ” अब क्या होगा?”
(घ) अहा ! कैसे काले-काले मेघ चारों ओर से घिरकर आकाश पर छा गए हैं।
(ङ) गीता का वचन है – कर्म करो किंतु फल की इच्छा न रखो।
प्रश्न 15.
निर्देशानुसार वाक्य परिवर्तन कीजिए-
(क) उस आदमी ने कल चोरी की थी। (मिश्र वाक्य में)
उत्तर:
यही वह आदमी है, जिसने कल चोरी की थी।
(ख) यह वही गाँव है, जहाँ के लोग कसरत के शौकीन हैं। (सरल वाक्य में)
उत्तर:
इस गाँव के लोग कसरत के शौकीन हैं।
(ग) मैं नित्य व्यायाम करके स्नान करता हूँ। (संयुक्त वाक्य में)
उत्तर:
मैं नित्य व्यायाम करता हूँ, तब स्नान करता हूँ।
(घ) उसने मेरी किताब ली है। (मिश्र वाक्य में)
उत्तर:
उसने जो किताब ली है, वह मेरी है।
(ङ) उसने खाना खाया और सो गया। (सरल वाक्य में)
उत्तर:
वह खाना खाकर सो गया।
प्रश्न 16.
नीचे लिखे वाक्यों के रचना के आधार पर वाक्य-भेद बताइए-
उत्तर:
(क) खेल बड़े सुंदर होते हैं। | सरल वाक्य |
(ख) उसने कपड़े डाले और बाज़ार चला गया। | संयुक्त वाक्य |
(ग) हमने इस वर्ष दशहरे का उत्सव उत्साह से मनाया। | सरल वाक्य |
(घ) बच्चे वैसा करते हैं, जैसा उन्हें सिखाया जाता है। | मिश्र वाक्य |
(ङ) जैसे ही वह बिस्तर पर लेटा, वह सो गया। | मिश्र वाक्य |
प्रश्न 17.
दिए गए शब्दों के पर्यायवाची शब्द वर्ग पहेली में से छाँटकर लिखिए-
उत्तर:
महादेव – शिव
मर्कट – वानर
रोष – क्रोध
नदी – सरिता
अश्व – तुरंग
आलोक – प्रकाश
दिन – दिवस
मनुष्य – मानव
आओ लिखें
प्रश्न 18.
‘यदि मैं पक्षी होता/होती’ विषय पर 100-150 शब्दों में अनुच्छेद लिखिए-
उत्तर:
यदि मैं पक्षी होता
पक्षी बनने या होने की कल्पना मात्र से मन रोमांचित हो उठता है। आखिर हो भी क्यों न, मनुष्य की आदिकाल से अभिलाषा रही है कि वह पक्षियों की तरह नील गगन में उन्मुक्त उड़े। उसने अपने उड़ने की कल्पना को साकार रूप देने के लिए जहाज आदि का आकार पक्षियों जैसा बनाया। पक्षी उन्मुक्त रूप से उड़ते हुए आकाश की ऊँचाइयों को नाप लेना चाहते हैं। मैं भी पक्षी बनकर उड़ान भरते हुए आकाश की सीमा देख लेना चाहता हूँ। मैं जंगल में सबसे ऊँचे पेड़ की डालियों पर घोंसला बनाता।
मैं अपनी मर्जी से जंगल में उड़ता फिरता और कच्चे-पके अनाज के दानों का स्वाद चखता। यद्यपि भोजन, पानी आदि की परेशानी होती, पर स्वतंत्रता का जो आनंद मिलता, उसकी अभिव्यक्ति शब्दों में कर पाना कठिन है। एक पक्षी बनकर चिंतामुक्त जीवन बिताता, तब न कपड़े सिलवाने की चिंता और न स्कूल जाने की। ज़मीन-जायदाद आदि का हमारे बीच कोई वाद-विवाद न रहता। सचमुच पक्षी बनकर हम कितना स्वतंत्र रहते और जहाँ मन करता, वहाँ आते-आते। काश! अगला जन्म पक्षी का मिल जाता।