Engaging with DAV Abhyas Sagar Class 7 Solutions and DAV Class 7 Hindi Chapter 18 Abhyas Sagar – बाल लीला और कुंडलिया can significantly boost students’ language confidence.
DAV Class 7 Hindi Abhyas Sagar Solution Chapter 18 – बाल लीला और कुंडलिया
(क) मैया मोहिं दाऊ बहुत खिझायौ।
(ख) तू मोहीं को मारन सीखी, दाउहिं कबहुँ न खीझै।
(ग) मोहन को मुख रिस समेत लखि, जसुमति मन महिं रीझै
(घ) कहा कहों इहि रिस के मारे, खेलन को नहिं जात।
(ङ) खान-पान सम्मान, राग-रंग मनहि न भावै।
(च) बिना विचारे जो करे, सो पाछे पछताय।
प्रश्न 1.
अभी जो पंक्तियाँ आपने पढ़ीं, उन पंक्तियों में कुछ शब्द ऐसे हैं, जिनका प्रारंभ एक ही वर्ण से होता है। ऐसे शब्दों को छाँटकर लिखिए और यह भी लिखिए कि कौन-सा वर्ण बार-बार आया है-
उत्तर:
शब्द | वर्ण |
(क) मैया, मोहिं | म |
(ख) मोहीं, मारन | म |
(ग) मोहन, मुख, मन | म |
(घ) कहा कहौं | क |
(ङ) राग-रंग | र |
(च) पाछे, पछताय | प |
प्रश्न 2.
नीचे दी गई पंक्तियों को ध्यान से पढ़िए और लिखिए कि पंक्तियों में किन शब्दों में कौन-सा वर्ण बार-बार आया है-
(क) काम बिगारे आपनो, जग में होत हँसाय।
उत्तर:
‘होत, हँसाय’ में ‘ह’ वर्ण की आवृत्ति है।
(ख) जग में होत हँसाय, चित्त में चैन न पावै।
उत्तर:
‘चित्त, चैन’ में ‘च’ वर्ण की आवृत्ति है।
(ग) कह गिरधर कविराय, दुःख कुछ टरत न टारे।
उत्तर:
‘कह, कविराय, कुछ’ में ‘क’ वर्ण की आवृत्ति है।
(घ) सूर स्याम मोहिं गोधन की सौं, हौं माता तू पूत।
उत्तर:
‘सूर, स्याम, सौं’ में ‘स’ वर्ण की आवृत्ति है।
(ङ) मोसौं कहत मोल को लीन्हौ, तू जसुमति कब जायौ।
उत्तर:
‘मोसौं, मोल’ में ‘म’ वर्ण की आवृत्ति है।
प्रश्न 3.
नीचे दी गई काव्य पंक्तियों में अनुप्रास अलंकार का प्रयोग कहाँ क्यों हुआ है, लिखिए
उत्तर:
(क) मुदित, महीपति, मंदिर आए।
‘मुदित महीपति मंदिर’ में ‘म’ वर्ण की आवृत्ति के कारण अनुप्रास अलंकार है।
(ख) पीपर पात सरिस मन डोला।
‘पीपर पात’ में ‘प’ वर्ण की आवृत्ति के कारण अनुप्रास अलंकार है।
(ग) कालिदी कूल कदंब की डारन।
‘कालिंदी कूल कदंब’ में ‘क’ वर्ण की आवृत्ति के कारण अनुप्रास अलंकार है।
(घ) झरते हैं झाग भरे निर्झर।
‘झरते हैं झाग’ में ‘झ’ वर्ण की आवृत्ति के कारण अनुप्रास अलंकार है।
(ङ) कितनी करुणा कितने संदेश।
‘कितनी करुणा कितने’ में ‘क’ वर्ण की आवृत्ति के कारण अनुप्रास अलंकार है।
(च) चारु चंद्र की चंचल किरणें।
‘चारु चंद्र की चंचल’ में ‘च’ वर्ण की आवृत्ति के कारण अनुप्रास अलंकार है।
आओ दोहराएँ
प्रश्न 4.
दिए गए तत्सम शब्दों के तद्भव रूप छाँटकर लिखिए-
पूरा, तीसरा, काँटा, बाल, कपूर
उत्तर:
(क) कंटक – काँटा
(ख) कर्पूर – कपूर
(ग) पूर्ण – पूरा
(घ) तृतीय – तीसरा
(ङ) बाल्य – बाल
प्रश्न 5.
नीचे दिए गए वाक्यों में संयुक्त क्रिया के नीचे रेखा खींचिए-
उत्तर:
(क) बच्चा झूला झुल रहा था।
(ख) वह सर्र से पर्दे पर चढ़ जाता।
(ग) मेरे कॉलंज से लौटने पर कमरा खोला गया।
(घ) जया खिड़की से बाहर देखती रहती थी।
(ङ) गिल्लू ने अपने पंजे हे हाथ पकड़ लिया।
प्रश्न 6.
ने दिए गए वाक्यांशों के लिए एक शब्द छाँटकर लिखिए-
आकर्षक, गुप्तचर, अल्पाहारी, जिज्ञासु, अक्षम्य, दर्शनीय
उत्तर:
(क) जो गुप्त बातों का पता लगाए | गुप्तचर |
(ख) जानने की इच्छा रखने वाला | जिज्ञासु |
(ग) जो देखने योग्य हो | दर्शनीय |
(घ) जो कम खाता हो | अल्पाहारी |
(ङ) जिसे क्षमा न किया जा सके | अक्षम्य |
(च) जो अपनी ओर खींचे | आकर्षक |
आओ लिखें
प्रश्न 7.
निम्नलिखित शब्दों का प्रयोग करते हुए कविता पूरी कीजिएहँसना, हँसाना, दीवाना, नाव चलाना, मम्मी, पापा, खिलाना, बहाना, दोस्ती, मस्ती, दिखाना, सपने गाना, तराना, अपने सबसे अलग है दोस्तों, बचपन का ज़माना खेलना वो कूदना और बारिश में नहाना।
उत्तर:
पापा-मम्मी के साथ, हँँसना-हँसाना
दोस्तों के साथ मस्ती करना और गाने गाना तराने गाना।
बारिश में कागज़ की नाव बहाना
दोस्तों संग नाव चलाने का आनंद उठाना।
अपने-आप को दिवाने जैसा दिखाना
खाली समय में खेलना और खिलाना
मम्मी पापा के सपने को पूरा करके दिखाना।