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DAV Class 6 Hindi Chapter 6 Question Answer – अनोखा वरदान
DAV Class 6 Hindi Ch 6 Question Answer – अनोखा वरदान
पाठ में से
प्रश्न 1.
राजा भेस बदलकर क्यों घूमता था ?
उत्तर:
राजा प्रजा के दुख-सुख के बारे में स्वयं चुपचाप जानना चाहता था। वह राज्य के बारे में लोगों के विचार जानना चाहता था। इसलिए वह मामूली कपड़े पहनकर भेस बदलकर घूमा करता था।
प्रश्न 2.
राजा ने अपनी जान बचाने वाले नौजवानों का धन्यवाद कैसे किया ?
उत्तर:
राजा ने अपनी जान बचाने वाले नौजवानों का बहुत-बहुत धन्यवाद किया और उन्हें महल में ले आया। अगले दिन उन्हें सभा में लाया गया। राजा ने अपने सिंहासन से उतरकर उन्हें गले लगाया और उन्हें मनचाहा पुरस्कार माँगने के लिए कहा।
प्रश्न 3.
तीसरे नवयुवक ने राजा से क्या माँगा?
उत्तर:
तीसरे नवयुवक ने राजा से अपने गाँव तक के लिए सड़क बनवाने की इच्छा प्रकट की, क्योंकि सड़क के बिना उन्हें बड़ा कष्ट होता था, विशेष कर बरसात के मौसम में ।
प्रश्न 4.
छठे नौजवान ने राजा के सामने अपनी कौन-सी अनोखी इच्छा रखी?
उत्तर:
छठे नौजवान ने राजा के सामने अनोखी इच्छा रखी। उसने कहा, “महाराज! मेरी बस यही इच्छा है कि जब तक मैं और आप जीवित रहें, वर्ष में एक दिन आप मेरे यहाँ अतिथि बनकर आएँ। ताकि मैं आपका आतिथ्य सत्कार कर सकूँ।”
प्रश्न 5.
उचित शब्दों द्वारा रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए-
(क) राजा विजय सिंह ______ बदलकर प्रजा के हाल-चाल का पता लगाता था। (शक्ल/भेस)
(ख) डाकू राजा के ______ पर हाथ साफ़ करना चाहते थे। (पैसों/घोड़े)
(ग) राजा जहाँ भी जाता, उसके ______भी उसके पीछे रहते। (अंगरक्ष/गुप्तचर)
(घ) डाकू राजा पर लपकने ही वाले थे कि______ नौजवान वहाँ आ पहुँचे। (सात/छह)
(ङ) छठा नौजवान सबसे ______ था। (बुद्धिमान/मूर्ख)
उत्तर:
(क) राजा विजय सिंह भेस बदलकर प्रजा के हाल-चाल का पता लगाता था। (शक्ल/भेस)
(ख) डाकू राजा के घोड़े पर हाथ साफ़ करना चाहते थे। (पैसों/घोड़े)
(ग) राजा जहाँ भी जाता, उसके अंगरक्षक भी उसके पीछे रहते। (अंगरक्ष/गुप्तचर)
(घ) डाकू राजा पर लपकने ही वाले थे कि छह नौजवान वहाँ आ पहुँचे। (सात/छह)
(ङ) छठा नौजवान सबसे बुद्धिमान था। (बुद्धिमान/मूर्ख)
प्रश्न 6.
पाठ के आधार पर नीचे कुछ वाक्य दिए गए हैं। कहानी की घटनाओं के अनुसार उनके आगे क्रम संख्या लिखिए-
1. प्रश्न उठा कि राजा छोटे से मकान में कैसे रहेंगे।
2. वह भेस बदलकर अपनी प्रजा का हाल-चाल पता करता था।
3. राजा ने उन नौजवानों को मनचाहा पुरस्कार माँगने के लिए कहा।
4. छठे नवयुवक ने अपनी चतुराई से एक वरदान से सब कुछ पा लिया।
5. विजय सिंह नाम का एक राजा था।
6. तीसरे नौजवान ने अच्छी सड़कें माँगीं तो चौथे ने सुंदर पत्नी।
7. एक बार अचानक डाकुओं ने राजा को घेर लिया।
8. पहले नौजवान ने भवन माँगा तो दूसरे ने पद में तरक्की।
9. छठे नौजवान ने वर्ष में एक बार राजा को अतिथि रूप में अपने घर आने के लिए कहा।
10. छह नौजवानों ने राजा को डाकुओं से बचाया।
उत्तर:
- विजय सिंह नाम का एक राजा था।
- वह भेस बदलकर अपनी प्रजा का हाल-चाल पता करता था।
- एक बार अचानक डाकुओं ने राजा को घेर लिया।
- छह नौजवानों ने राजा को डाकुओं से बचाया।
- राजा ने उन नौजवानों को मनचाहा पुरस्कार माँगने के लिए कहा।
- पहले नौजवान ने भवन माँगा तो दूसरे ने पद में तरक्की।
- तीसरे नौजवान ने अच्छी सड़कें माँगीं तो चौथे ने सुंदर पत्नी।
- छठे नौजवान ने वर्ष में एक बार राजा को अतिथि रूप में अपने घर आने के लिए कहा।
- प्रश्न उठा कि राजा छोटे से मकान में कैसे रहेंगे।
- छठे नवयुवक ने अपनी चतुराई से एक वरदान से सब कुछ पा लिया।
बातचीत के लिए
प्रश्न 1.
राजा के पीछे-पीछे उसके अंगरक्षक क्यों चलते थे?
उत्तर:
राजा को किसी आकस्मिक खतरे से बचाने के लिए अंगरक्षक पीछे-पीछे चलते थे।
प्रश्न 2.
राजा को छठे नौजवान को राजदरबारी की पदवी क्यों देनी पड़ी?
उत्तर:
राजा को छठे नौजवान को राजदरबारी की पद्वी इसलिए देनी पड़ी, क्योंकि राजपरिवार की चली आ रही पुरानी प्रथा के अनुसार, राजा किसी राजदरबारी का ही अतिथि बन सकता था।
प्रश्न 3.
यदि राजा आपको कोई वरदान माँगने के लिए कहे तो आप क्या वरदान माँगेंगे और क्यों ?
उत्तर:
यदि राजा मुझसे कोई वरदान माँगने के लिए कहे तो मैं एक ऐसा विद्यालय खुलवाने का अनुरोध करूँगा जिसमें मुफ्त शिक्षा दी जाए क्योंकि इससे ज्ञान का आलोक फैलेगा।
अनुमान और कल्पना
प्रश्न 1.
यदि राजा पैदल ही जा रहे होते तो क्या होता?
उत्तर:
राजा पैदल जा रहे होते तो डाकू राहगीर समझकर उन्हें लूट लेते।
प्रश्न 2.
अगर छह नौजवान राजा की रक्षा नहीं करते तो कहानी में क्या बदलाव आता ?
उत्तर:
छह नौजवान राजा की रक्षा न करते तो डाकू राजा की हत्या कर उसका घोड़ा लेकर चले जाते ।
भाषा की बात
प्रश्न 1.
पाठ में आए कोई छह क्रिया शब्द छाँटकर लिखिए-
(क) ________
(ख) ________
(ग) ________
(घ) ________
(ङ) ________
(च) ________
उत्तर:
(क) बेचना
(ख) घबराना
(ग) फैलना
(घ) बोलना
(ङ) चलना
(च) चाहना
प्रश्न 2.
नीचे दिए गए शब्दों के विपरीत अर्थ वाले शब्द पाठ में से ढूँढ़कर लिखिए-
(क) रंक -________
(ग) अस्वीकार – ________
(ख) अंदर – ________
(घ) विद्वान -________
उत्तर:
(क) रंक – राजा
(ग) अस्वीकार – स्वीकार
(ख) अंदर – बाहर
(घ) विद्वान – मूर्ख
प्रश्न 3.
नीचे लिखे शब्दों को शब्दकोश के क्रमानुसार क्रम संख्या दीजिएउत्तर
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उत्तर:
- अंगरक्षकों
- अतिथि
- गृहिणी
- जीवित
- पुरस्कार
- भेस
- शीघ्र
- स्वयं
जीवन-मूल्य
- एक ओर से छह नौजवान वहाँ जा पहुँचे। उन्होंने देखा कि एक आदमी मुसीबत में है। उन्होंने डाकुओं पर हमला किया।
प्रश्न 1.
इन नौजवानों का मुसीबत में फँसे आदमी की मदद करना ठीक था, कैसे?
उत्तर:
इन नौजवानों का मुसीबत में फँसे आदमी की मदद करना बिलकुल ठीक था। यह प्रत्येक व्यक्ति का कर्तव्य है कि उसे मुसीबत में फँसे आदमी की हर संभव मदद करनी चाहिए । इसलिए नौजवानों ने भी बिना पहचाने, एक आम आदमी समझते हुए राजा की मदद की । इतिहास में ऐसे अनेक उदाहरण मिल जाएँगे, जब मुसीबत में फँसे आदमी को बचाने के लिए किसी ने अपने प्राणों की बाजी तक लगा दी ।
प्रश्न 2.
मुसीबत में आए इंसानों की सहायता हम किस प्रकार कर सकते हैं?
उत्तर:
मुसीबत में आए इंसानों की सहायता हम कई प्रकार से कर सकते हैं-
- बाढ़ में फँसे व्यक्तियों के पास राशन, दवाइयाँ और अन्य राहत सामग्री पहुँचाकर।
- घायल व्यक्ति के अस्पताल पहुँचाकर।
- अंधे को सड़क पार करवाकर।
- रीब को भोजन, कपड़े आदि देकर।
कुछ करने के लिए
प्रश्न 1.
‘विक्रम और बेताल’ की कहानियाँ पढ़िए व कोई एक रोचक कहानी कक्षा में सुनाइए।
उत्तर:
पुस्तकालय से पुस्तक लेकर ( स्वयं करें। ) कहानी पढ़िए तथा कक्षा में सुनाइए ।
प्रश्न 2.
कक्षा में सारे विद्यार्थी मिलकर इस कहानी का मंचन कीजिए।
उत्तर:
स्वयं करें।
DAV Class 6 Hindi Ch 6 Solutions – अनोखा वरदान
I. बहुविकल्पीय प्रश्न
1. विजय सिंह इनमें से किसका बहुत ध्यान रखता था?
(क) सैनिकों का
(ख) प्रजा का
(ग) घोड़ों का
(घ) अंगरक्षकों का
उत्तर:
(ख) प्रजा का
2. राजा किस प्रकार की रात में भेस बदलकर निकला था ?
(क) तूफ़ानी
(ख) बर्फानी
(ग) चाँदनी
(घ) अँधेरी
उत्तर:
(क) तूफ़ानी
3. डाकू किस पर हाथ साफ़ करना चाहते थे ?
(क) धन पर
(ख) तलवार पर
(ग) घोड़े पर
(घ) मुकुट पर
उत्तर:
(ग) घोड़े पर
4. डाकुओं का ध्यान बँटने का क्या कारण था ?
(क) पुलिस का आ जाना
(ग) राजा की सेना का आ जाना
(ख) अंगरक्षकों का आ जाना
(घ) नवयुवकों का हमला कर देना
उत्तर:
(घ) नवयुवकों का हमला कर देना
5. नवयुवकों के साहस की प्रशंसा किसने की?
(क) मंत्रियों ने
(ख) दरबारियों ने
(ग) राज्य परिवार के लोगों ने
(घ) उपर्युक्त सभी ने
उत्तर:
(घ) उपर्युक्त सभी ने
6. राजा ने सबसे पहले किससे उसकी इच्छा के बारे में पूछा?
(क) जो सबसे छोटा था
(ख) जो सबसे बड़ा था
(ग) जो सबसे मोटा था
(घ) जो सबसे अधिक बोलता था
उत्तर:
(ख) जो सबसे बड़ा था
7. पहले नौजवान ने इसमें से क्या माँगा?
(क) तरक्की
(ख) सड़क
(ग) महल
(घ) पत्नी
उत्तर:
(ग) महल
8. इनमें से सड़क किस नवयुवक द्वारा माँगी गई थी?
(क) पहले
(ख) दूसरे
(ग) तीसरे
(घ) चौथे
उत्तर:
(ग) तीसरे
9. एक नौजवान का विवाह ______ की पुत्री से हो गया।
(क) राजदरबारी
(ख) विदूषक
(ग) मंत्री
(घ) सैनिक
उत्तर:
(ख) विदूषक
10. बोरों में भरकर सोना किस नौजवान को दिया गया ?
(क) पाँचवें
(ख) छठे
(ग) चौथे
(घ) दूसरे
उत्तर:
(क) पाँचवें
11. आपकी दृष्टि में सबसे बुद्धिमान कौन – सा नौजवान था?
(क) पहला
(ख) तीसरा
(ग) पाँचवा
(घ) छठा
उत्तर:
(घ) छठा
12. छठे नौजवान के विवाह की तैयारियाँ किससे होने लगीं?
(क) सैनिक-पुत्री से
(ग) विदूषक की पुत्री से
(ख) राजदरबारी की पुत्री से
(घ) राजा की पुत्री से
उत्तर:
(घ) राजा की पुत्री से
II. अति लघु उत्तरीय प्रश्न
(क) राजा अपनी प्रजा का दुख-सुख कैसे जानता था?
उत्तर:
राजा भेस बदलकर रात को घूम-घूमकर अपनी प्रजा का दुख-सुख जानता था।
(ख) राजा नवयुवकों को पुरस्कार क्यों देना चाहता था?
उत्तर:
नवयुवकों ने बिना जाने-पहचाने राजा की जान डाकुओं से बचाई थी, इसलिए वह उसे पुरस्कार देना चाहता था।
(ग) छठे नवयुवक के विवाह की राजकुमारी से करने की तैयारियाँ क्यों की जाने लगीं?
उत्तर:
छठे नवयुवक के यहाँ रहने वाले राजा के स्वभाव को राजकुमारी ही जानती थी, इसलिए उसके विवाह की तैयारी राजकुमारी से की जाने लगी।
III. लघु उत्तरीय प्रश्न (30 से 35 शब्दों में )
प्रश्न 1.
राजा पर हमला करने वाले डाकू किस प्रकार पकड़े गए?
उत्तर:
प्रजा का हालचाल जानने निकले राजा पर डाकुओं ने हमला किया तो उन डाकुओं पर छह नौजवानों ने हमला कर उनका ध्यान बँटाया। इतने में पीछे से राजा के अंगरक्षकों का दल आ पहुँचा जो राजा के पीछे-पीछे कुछ दूरी पर चल रहा था। उन्होंने सभी डाकुओं को बंदी बना लिया।
IV. दीर्घ उत्तरीय प्रश्न ( 70 से 80 शब्दों में )
प्रश्न 1.
छठे नौजवान ने वह सब अकेले कैसे पा लिया जो पाँचों ने अलग-अलग पाया था?
उत्तर;
छठे नौजवान ने अपनी इच्छा बताते हुए कहा कि आप (राजा) और मैं जब तक जीवित रहें, तब तक वर्ष में एक दिन आप अतिथि बनकर मेरे यहाँ बिताएँ । वचनबद्ध राजा को यह बात माननी पड़ी। अब राजा को वहाँ तक पहुँचने, रहने आदि के लिए सुविधाओं की भी आवश्यकता थी । इसके लिए उस नवयुवक के घर तक सड़क बनवाई गई ताकि राजा का रथ पहुँच सके। राजा के रहने के लिए आलीशान महल बनवाया गया। नवयुवक को महल के खर्च, राजा और उसके साथियों की देखरेख के लिए पर्याप्त धन दिया गया और प्रथा के अनुसार राजदरबारी भी बनाया गया। फिर उसका विवाह राजकुमारी से करने की तैयारी होने लगी। इस प्रकार उसने पाँचों नवयुवकों के बराबर पा लिया।
V. मूल्यपरक प्रश्न
प्रश्न 1.
सभी नवयुवकों में से आपको किसमें परोपकार की भावना दिखी और कैसे ?
उत्तर:
सभी नवयुवकों में मुझे उस नवयुवक में परोपकार की भावना दिखी जिसने अपने गाँव तक सड़क बनवाने की इच्छा प्रकट की थी। उसने अपनी इच्छापूर्ति में अपनी नहीं बल्कि गाँववालों के कष्टों को ध्यान में रखा और अपने लिए कुछ नहीं माँगा।
क्रियाकलाप
- इस कहानी का नाट्य रूपांतरण करें तथा कक्षा में अभिनय करें। पात्रों के अनुसार संवाद – लेखन का काम भी छात्र ही करेंगे।
अर्थग्रहण संबंधी प्रश्न
प्रश्न 1.
एक रात राजा भेस बदलकर जा रहा था। तभी वर्षा होने लगी। कुछ ही देर में वह बिलकुल भीग गया। परंतु उसे इसकी चिंता नहीं थी । उसे अँधेरे की भी परवाह नहीं थी। वह धीमे-धीमे लेकिन सावधानी से चल रहा था। उसके घोड़े का पीछा करते हुए डाकू भी चुपके-चुपके चले जा रहे थे। डाकू राजा के शानदार घोड़े पर हाथ साफ़ करना चाहते थे।
प्रश्न (क) राजा भेस बदलकर क्यों जा रहा था?
(ख) राजा को किसकी चिंता नहीं थी?
(ग) डाकू कहाँ और कैसे चले जा रहे थे?
(घ) डाकुओं का इरादा क्या था?
(ङ) उपर्युक्त गद्यांश के पाठ का नाम लिखिए।
उत्तर:
(क) राजा को कोई पहचान न सके, इसलिए वह भेस बदलकर जा रहा था।
(ख) राजा को अपने भीग जाने की चिंता नहीं थी।
(ग) डाकू राजा के पीछे-पीछे चुपके-चुपके जा रहे थे।
(घ) डाकुओं का इरादा राजा का शानदार घोड़ा किसी तरह हड़पने का था।
(ङ) गद्यांश के पाठ का नाम है – अनोखा वरदान।
प्रश्न 2.
राजा जहाँ भी भेस बदलकर जाता था, उसके पीछे-पीछे, कुछ दूरी पर, उसके चुने हुए अंगरक्षक भी रहते थे। थोड़ी देर बाद राजा के अंगरक्षकों का दल भी आ पहुँचा। उन्होंने सभी डाकुओं को बंदी बना लिया। राजा उन नवयुवकों से बड़ा प्रसन्न था, क्योंकि बिना यह जाने कि वह राजा है, डाकुओं से उसकी रक्षा की थी। राजा ने उन्हें बहुत-बहुत धन्यवाद दिया और कहा कि वे उसके साथ महल तक चलें।
प्रश्न (क) राजा के पीछे-पीछे कौन लोग रहते थे?
(ख) डाकुओं को किसने बंदी बनाया?
(ग) राजा नवयुवकों से प्रसन्न क्यों हुआ?
(घ) राजा ने नवयुवकों से कहाँ चलने के लिए कहा?
(ङ) गद्यांश के पाठ का नाम लिखिए।
उत्तर:
(क) राजा के पीछे-पीछे कुछ दूरी पर उसके चुने हुए अंगरक्षक रहते थे।
(ख) डाकुओं को अंगरक्षकों के दल ने बंदी बनाया।
(ग) राजा नवयुवकों से इसलिए प्रसन्न हुआ, क्योंकि उन्होंने उसकी जान बचाई थी।
(घ) राजा ने नवयुवकों से अपने साथ महल तक चलने के लिए कहा।
(ङ) गद्यांश के पाठ का नाम है – अनोखा वरदान।
प्रश्न 3.
तीसरे नवयुवक ने कहा, “सरकार ! मेरे गाँव के लोग हर सप्ताह नगर में सब्ज़ी – तरकारी बेचने आते हैं। गाँव और शहर के बीच कोई अच्छी सड़क नहीं है, इसलिए उन्हें बड़ा कष्ट होता है, खासकर बरसात में। मेरी विनती है कि एक अच्छी सड़क बनवा दी जाए ताकि उनका कष्ट दूर हो। ” राजा ने उसी समय सड़क और पुलों का निर्माण कराने वाले मंत्री को हुक्म दिया कि फौरन सड़क बनाने का काम शुरू कर दिया जाए।
प्रश्न (क) पहली पंक्ति में ‘मेरे’ शब्द का प्रयोग किसके लिए किया गया है ?
(ख) गाँव के लोग नगर क्यों जाते थे?
(ग) गाँववालों को क्या कष्ट था?
(घ) राजा ने मंत्रियों को क्या आदेश दिया?
(ङ) तीसरे युवक की इच्छा में कौन-सी भावना छिपी थी ?
उत्तर:
(क) ‘मेरे’ शब्द का प्रयोग तीसरे नवयुवक के लिए किया गया है।
(ख) गाँव के लोग नगर में सब्ज़ियाँ बेचने जाते थे।
(ग) गाँव से नगर के बीच सड़क न होने से गाँववालों को वहाँ तक आने-जाने में कष्ट होता था।
(घ) राजा ने मंत्रियों को सड़क और पुल बनवाने का आदेश दिया।
(ङ) तीसरे नवयुवक की इच्छा में परोपकार की भावना छिपी थी, क्योंकि उसने अपने लिए कुछ नहीं माँगा था।
प्रश्न 4.
बहुत से लोगों ने तो नौजवान को मूर्ख समझा। स्वयं राजा को भी यह बात अजीब-सी लगी कि नौजवान अपने लिए कुछ माँगने के बजाए उसी को अतिथि बनाना चाहता है। लेकिन उसने तो शुरू में ही कह दिया था कि जब तक उसके वश में होगा, वह उनकी इच्छा पूरी करेगा। बस फिर क्या था। वर्ष में एक दिन और एक रात उसने उस नवयुवक का अतिथि बनना स्वीकार कर लिया।
प्रश्न (क) यहाँ किस नौजवान के विषय में बात कही गई है ?
(ख) नौजवान ने राजा के सामने क्या इच्छा प्रकट की थी?
(ग) राजा ने नौजवानों को क्या वचन दिया था ?
(घ) राजा को नौजवान की बात अजीब सी क्यों लगी?
(ङ) उपर्युक्त गद्यांश के पाठ का नाम लिखिए।
उत्तर:
(क) यहाँ उस छठे नौजवान की बात हो रही है, जिसने राजा की जान बचाने में सहयोग दिया था।
(ख) नौजवान ने राजा के सामने इच्छा प्रकट की कि वर्ष में एक बार एक दिन और एक रात के लिए राजा उसका अतिथि बनें।
(ग) राजा ने नौजवानों को वचन दिया था कि जब तक उसके वश में होगा वह उनकी इच्छा पूरी करेगा।
(घ) राजा को नौजवान की बात अजीब लगी, क्योंकि वह अपने लिए कुछ न माँगकर उसे ही अतिथि बनाना चाह रहा है।
(ङ) गद्यांश के पाठ का नाम है- अनोखा वरदान।
प्रश्न 5.
पुरानी चली आ रही प्रथा के अनुसार, राजा किसी राजदरबारी का ही अतिथि बन सकता था इसलिए उस नवयुवक को राजदरबारी की पदवी भी देनी पड़ी। अब तो उसका उतना ही सम्मान होने लगा जितना किसी राजकुमार का होता था। अभी एक और बात बाकी थी। जिस घर में राजा अतिथि बनकर ठहरेगा उसकी गृहिणी को राजा के नाजुक मिज़ाज और पसंद का पता होना चाहिए । इस बात की जानकारी राजकुमारी से अधिक और किसे हो सकती थी? शीघ्र ही नवयुवक से राजकुमारी के विवाह की तैयारियाँ की जाने लगीं।
(ख) नवयुवक को कौन-सी पदवी दी गई ?
(ग) राजा के स्वभाव का पता किसे होता है ?
(घ) नवयुवक का विवाह किससे होना तय हुआ?
(ङ) नवयुवक का सम्मान राजकुमार जैसा क्यों होने लगा ?
उत्तर:
(क) पुरानी प्रथा यह थी कि राजा किसी राजदरबारी के यहाँ ही ठहर सकता है।
(ख) नवयुवक को राजदरबारी की पदवी दी गई।
(ग) राजा के स्वभाव का पता राजकुमारी को होता है।
(घ) नवयुवक का विवाह राजकुमारी से होना तय हुआ।
(ङ) नवयुवक राजदरबारी बन चुका था, इसलिए उसका सम्मान राजकुमार जैसा होने लगा।
शब्दार्थ:
पृष्ठ संख्या: 23
- तंग- सँकरा, कम चौड़ा।
- भेस – रूप, पहनावा।
- अचानक – एकाएक।
- सकते में आ जाना – चिंता में पड़ जाना।
- तरकीब – उपाय।
पृष्ठ संख्या: 24
- लपकना – झपट्टा मारना।
- मुसीबत – संकट।
- अंगरक्षक – विपदा से बचाने वाला।
- दल-समूह।
- बंदी – कैदी।
- भोर – सबेरा, प्रातः।
- बाल बाँका न कर पाना कोई नुकसान न कर पाना।
- साहस – हिम्मत।
- प्रशंसा – बड़ाई।
- लालसा – इच्छा।
- आलीशान – शानदार।
- बारी – क्रम।
- नियुक्त – लगाया हुआ।
पृष्ठ संख्या – 25
- खासकर – विशेष रूप से।
- विदूषक – हँसी-मज़ाक द्वारा मनोरंजन करने वाला।
- अतिथि- मेहमान।
- अनोखी – विचित्र।
- अजीब – विचित्र।
- दौरा – जाँच-पड़ताल हेतु आना-जाना।
पृष्ठ संख्या – 26
- प्रथा – रीति-रिवाज़।
- पदवी – उपाधि।
- सम्मान – आदर।
- गृहिणी – घर की मालकिन, पत्नी।
- नाजुक – कमज़ोर।
- मिज़ाज – स्वभाव।
- शीघ्र- जल्दी।
अनोखा वरदान Summary in Hindi
पाठ- परिचय:
‘अनोखा वरदान’ नामक कहानी में उस नवयुवक की बुद्धिमत्ता का वर्णन है, जो अपनी बुद्धि के बल पर उतना कुछ प्राप्त कर लेता है, जितना कि उसके पाँच साथी मिलकर प्राप्त करते हैं। इस नवयुवक की माँग को सुनकर एक बार तो राजा सहित सभी आश्चर्य में पड़ जाते हैं, पर राजा की वचनबद्धता के कारण युवक बहुत कुछ पा लेता है।
पाठ का सार:
राजा विजय सिंह अपनी प्रजा का बहुत ध्यान रखता था । वह मामूली कपड़े पहनकर जनता के बीच जाकर उनके सुख-दुख की जानकारी लिया करता था। एक बार वह अपने राज्य में भेस बदलकर जा रहा था कि रात हो गई और वर्षा शुरू हो गई। राजा निडर होकर किंतु सावधानी से आगे बढ़ता जा रहा था कि डाकुओं ने उसका शानदार घोड़ा हथियाने के लिए उस पर हमला कर दिया। राजा बचने का उपाय सोच ही रहा था कि उसके घोड़े का खुर गड्ढे में फँस गया। वे राजा पर हमला करने वाले ही थे कि अचानक छह नौजवानों ने राजा को मुसीबत में देख डाकुओं पर हमला कर दिया। डाकुओं का ध्यान बँटते ही राजा बच निकला। इतने में राजा के अंगरक्षकों का दल आ गया। उन्होंने डाकुओं को बंदी बना लिया । राजा ने उन छह नवयुवकों को अपने साथ महल तक चलने के लिए कहा।
भोर होने पर इस घटना का समाचार सब जगह तक फैल गया। राजा के बच जाने से प्रजा खुश थी। मंत्री, दरबारी और सारी जनता ने इन नवयुवकों के साहस की प्रशंसा की। अगले दिन राजदरबार में आने पर राजा ने इन नौजवानों को गले लगाकर पुरस्कार माँगने को कहा और सामर्थ्य में होने पर तुरंत पूरा करने का आश्वासन दिया। अब उनमें से प्रत्येक ने अपनी-अपनी इच्छा राजा के सम्मुख प्रकट की। उनमें सबसे पहले सबसे बड़े जवान से राजा ने उसकी इच्छा पूछी तो उसने रहने के लिए एक अच्छे-से घर की चाह व्यक्त की। राजा ने उसी समय भवन बनाने की आज्ञा प्रदान कर दी। दूसरे नौजवान को तरक्की की चाहत थी। उसे राज्य में दरबारी नियुक्त कर दिया गया। तीसरे नौजवान ने अपने गाँव तक पक्की सड़क बनवाने की इच्छा व्यक्त की ताकि लोग आसानी से वहाँ तक आ-जा सकें, विशेष रूप से बरसात में।
राजा ने ऐसा करने की उसी समय आज्ञा प्रदान कर दी। चौथे नौजवान ने शरमाते हुए सुंदर पत्नी की इच्छा प्रकट की। उसका विवाह राजा के विदूषक की पुत्री के साथ कर दिया गया। पाँचवें नौजवान ने धन माँगा। उसे बोरों में भरकर सोना दे दिया गया। छठे नौजवान ने कहा कि जब तक वह और महाराज जीवित हैं तब तक साल में एक दिन राजा अतिथि के रूप में उसके घर रहेंगे। इसे सुनकर सब हैरान रह गए। बहुतों ने नौजवान को मूर्ख समझा पर वचनबद्ध राजा ने वर्ष में एक दिन और एक रात के लिए उसका अतिथि बनना स्वीकार कर लिया।
अब राज्य के विभिन्न विभागों ने राजा के जाने का प्रबंध करना शुरू कर दिया। राजा का रथ आसानी से वहाँ तक पहुँच सके इसके लिए सड़कें बनवाईं गईं। राजा के रहने के लिए महल बनवाया गया और देखभाल के लिए बहुत सारा धन। राजा किसी राजदरबारी का ही अतिथि बन सकता था, इसलिए उसे राजदरबारी बनाया गया। राजा की पसंद और मिज़ाज राजकुमारी ही जानती थी, अतः उसका विवाह राजकुमारी से कराने की तैयारियाँ की जाने लगीं। इस प्रकार चतुर नौजवान ने एक ही वरदान में वह सब कुछ पा लिया था जो पाँचों ने अलग-अलग माँगकर पाया था।