Well-structured DAV Class 6 Hindi Abhyas Book Solutions and DAV Class 6 Hindi Chapter 1 Abhyas Sagar – साथी हाथ बढ़ाना provide a solid foundation for mastering language skills.
DAV Class 6 Hindi Abhyas Sagar Solution Chapter 1 – साथी हाथ बढ़ाना
(पंक्तियाँ अभ्यास सागर पृष्ठ संख्या 1 पर देखें)
प्रश्न 1.
ऊपर दी गई पंक्तियों में आए मोटे काले शब्दों को जोड़े के रूप में लिखिए –
अब इन शब्दों को बोल-बोलकर पढ़िए।
याद रखिए – लगभग समान उच्चारण वाले शब्दों के प्रयोग को तुकांत शब्द कहते हैं। जैसे-बढाना, उठाना
उत्तर:
(क) बढ़ाना, उठाना
(ख) बढ़ाया, झुकाया
(ग) बाँहें, राहें।
प्रश्न 2.
प्रश्न 1 में दिए गए उदाहरणों के अतिरिक्त कविता में आए कोई अन्य तुकांत शब्दों के जोड़े लिखिए –
उत्तर:
(क) डरना, करना
(ख) एक, नेक
(ग) परबत, किस्मत
(घ) दुख, सुख
प्रश्न 3.
नीचे दिए गए शब्दों के तुकांत वाले शब्द लिखिए-
उत्तर:
(क) जाएगा | खाएगा | आएगा | लाएगा |
(ख) कल | नल | पल | जल |
(ग) छोड़ा | थोड़ा | घोड़ा | जोड़ा |
(घ) चहक | महक | बहक | दहक |
(ङ) बजाना | सजाना | लजाना | ख़जाना |
प्रश्न 4.
नीचे दिए गए शब्द-समूहों में से सही शब्दों पर घेरा लगाइए-
(क) अविष्कार | आविष्कार | आविश्कार |
(ख) अभिलाशा | अभीलाषा | अभिलाषा |
(ग) व्यक्ती | व्यक्ति | वयक्ति |
(घ) परीणाम | परिनाम | परिणाम |
(ङ) मुनि | मुनी | मूनि |
उत्तर:
प्रश्न 5.
नीचे दिए गए शब्दों को ध्यान से पढ़िए-
कृषिण ………………….
किसिमत ………………….
चट्टिटानों ………………….
उत्तर:
उपर्युक्त शब्दों में उन वर्णों पर घेरा लगाइए जिनमें कोई स्वर नहीं है।
याद रखिए – जब दो या तीन व्यंजनों के बीच कोई स्वर नहीं होता तो वे सहयोगी या संयुक्त रूप से लिखे जाते हैं। इन्हें संयुक्त व्यंजन अथवा व्यंजन गुच्छ भी कहा जाता है।
अब नीचे दिए गए चित्रों के सामने उनके नाम लिखिए, जिनमें संयुक्त व्यंजनों का प्रयोग हुआ हो-
उत्तर:
आओ दोहराएँ
प्रश्न 6.
नीचे दिए गए शब्दों को और क्या कहते हैं? लिखिए-
उत्तर:
(क) रस्ता | रास्ता | किस्मत |
(ख) परबत | पर्वत | रास्ता |
(ग) लेख | किस्मत | शीश |
(घ) दरिया | सागर | पर्वत |
(ङ) सीस | शीश | सागर |
प्रश्न 7.
नीचे दिए गए शब्दों के उलटे अर्थ वाले शब्द लिखिए-
उत्तर:
(क) एक – अनेक
(ग) सच – झूठ
(ग) अपने – पराए
(घ) दुख – सुख
प्रश्न 8.
नीचे दिए गए शब्दों से वाक्य बनाइए-
उत्तर:
(क) साथी – राम और श्याम बचपन के साथी हैं।
(ख) मेहनत – मेहनत करने से ही सफलता मिलती है।
(ग) नेक – राम एक नेक दिल इंसान है।
(घ) अकेला – रघु आजकल अकेला रहता है।
प्रश्न 9.
नीचे दिए गए दो-दो शब्दों का इस प्रकार वाक्यों में प्रयोग कीजिए कि उनके अर्थ में अंतर स्पष्ट हो सके –
उत्तर:
(क) पता – सोहन, आप अपना पता बताइए।
पत्ता – टहनी से पत्ता टूटकर नीचे गिर गया।
(ख) बचा – अब खाने को कुछ नहीं बचा।
बच्चा – बच्चा मैदान में खेल रहा है।
(ग) समान – हमें लड़का-लड़की को एक समान समझाना चाहिए।
सम्मान – सभा में सम्मान मिलना किसको अच्छा नहीं लगता।
आओ लिखें
प्रश्न 10.
मेहनत और मिल-जुलकर काम करने के महत्व पर 100 – 150 शब्दों में अनुच्छेद लिखिए-
उत्तर:
सृष्टि के प्रारंभ से लेकर आज तक के इतिहास पर यदि नज़र दौड़ाई जाए, तो हम पाएँगे कि यह सब आज संसार में जो दिखाई दे रहा है, मानव की मेहनत तथा मिल-जुलकर कार्य करने की प्रवृत्ति का ही परिणाम है। यदि मनुष्य मेहनत नहीं करता और दूसरे उसका साथ नहीं देते तो जहाँ पर आज हम हैं वहाँ कभी नहीं होते। हमारा इतिहास इस बात का साक्षी है कि मेहनत-पथ पर चलनेवाले व्यक्तियों ने ही इतिहास का निर्माण किया है।
मेहनत और मिल-जुलकर कार्य करने से ही हमें आज़ादी का अमृत प्राप्त हुआ। हमें एकता में बल वाली कहानी भी नहीं भूलनी चाहिए। मेहनत ही सफलता की कुंजी है, पर इसके साथ-साथ दूसरों का साथ भी उतना ही ज़रूरी है। हमारी जितनी भी भव्य इमारतें, उद्यान, कारखानें आदि दिखाई दे रहे हैं, ये सब मेहनत और मिल-जुलकर कार्य करने का ही परिणाम हैं। यदि हमें ज़िंदगी में आगे बढ़ना है तो मेहनत के साथ-साथ मिल-जुलकर काम करने के महत्व को भी समझना होगा।