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DAV Class 4 Hindi Chapter 17 Question Answer – कोयल
DAV Class 4 Hindi Ch 17 Question Answer – कोयल
कविता में से
प्रश्न 1.
कोयल देखने में कैसी है और उसकी बोली कैसी है?
उत्तर :
कोयल देखने में काली है और उसकी बोली मीठी है।
प्रश्न 2.
कोयल ने यह मिठास किससे पाई है?
उत्तर :
कोयल ने यह मिठास अपनी माँ से पाई है।
प्रश्न 3.
माँ ने कोयल को क्या-क्या सिखाया है?
उत्तर :
माँ ने कोयल को डाल-डाल पर उड़ना सिखाया है। साथ ही मीठा बोल बोलने को भी सिखाया है।
प्रश्न 4.
सदा माँ की बात मानने के कारण कोयल क्या कहलाती है?
उत्तर :
सदा माँ की बात मानने के कारण कोयल ‘चिड़ियों की रानी’ कहलाती है।
प्रश्न 5.
कविता की पंक्तियाँ पूरी कीजिए-
कोयल-कोयल __________ बतलाना
क्या __________ लाई हो?
बहुत दिनों के बाद _________ फिर
इस _________ पर आई हो।
क्या गाती हो किसे _________
बतला दो कोयल _________
प्यासी _______ देख माँगती
हो क्या _________ से पानी?
उत्तर :
कोयल-कोयल सच बतलाना
क्या संदेसा लाई हो?
बहुत दिनों के बाद आज फिर
इस डाली पर आई हो।
क्या गाती हो किसे बुलाती
बतला दो कोयल रानी।
प्यासी धरती देख माँगती
हो क्या मेघों से पानी?
बातचीत के लिए
कोयल हमें मीठी वाणी बोलने का संदेश देती है।
कबीरदास जी ने भी कहा है-
ऐसी वाणी बोलिए, मन का आपा खोय।
औरन को सीतल करै, आपहु सीतल होय।।
आप भी मीठी वाणी से संबंधित कोई कविता या दोहा सुनाइए।
उत्तर :
मीठे बोल सभी को भाए यह सबके दिल को सकुन पहुँचाए।
कक्षा में मीठी वाणी बोलने की आवश्यकता पर चर्चा कीजिए।
उत्तर :
छात्र/छात्राएँ स्वयं करें। आपकी कल्पना
अगर आप कोयल होते/होतीं तो क्या-क्या करते? सोचकर बताइए।
उत्तर :
अगर हम कोयल होते तो हम भी कोयल की तरह मीठी वाणी बोलते। इस डाल से उस डाल पर बैठकर गाना गाते और खुले आकाश में विचरन करते।
आपकी बात
कोयल ने अपनी माँ से बहुत कुछ सीखा है। अब आप लिखिए कि आपने अपनी माँ से क्या-क्या सीखा है?
उत्तर :
हमने अपनी माँ से अच्छे गुण, अच्छे व्यवहार, ईमानदारी और कर्त्तव्यनिष्ठा सीखी है।
भाषा की बात
1. नीचे लिखे शब्दों की जगह और कौन-सा शब्द इस्तेमाल हो सकता है?
खाली जगह में लिखिए-
(क) धरती – ___________
(ख) पानी – ___________
(ग) मेघ – ___________
(घ) माँ – ___________
उत्तर :
(क) धरती – धरा
(ख) पानी – जल
(ग) मेघ – बादल
(घ) माँ – जननी
2. इसे पढ़िए-
देखो कोयल काली है पर
मीठी इसकी बोली है।
ऊपर लिखी कविता की दूसरी पंक्ति में ‘कोयल’ की जगह ‘इसकी’ शब्द आया है। हम अकसर एक ही शब्द को दोहराने की बजाय उसकी जगह किसी दूसरे शब्द का इस्तेमाल करते हैं। ‘मै’, ‘तुम’, ‘इस’ भी ऐसे ही शब्द हैं। कविता में कोयल की जगह पर आए ऐसे पाँच शब्द छाँट कर लिखिए-
(क) ____________
(ख) ____________
(ग) ____________
(घ) ____________
(ङ) ____________
उत्तर :
(क) इसकी
(ख) अपनी
(ग) तुमको
(घ) तुम्हें
(ङ) तुमने
प्रश्न 3.
कविता में आई कोयल की कोई तीन विशेषताएँ लिखिए-
(क) ____________
(ख) ____________
(ग) ____________
उत्तर-
(क) कोयल काली है।
(ख) कोयल की बोली मीठी है।
(ग) कोयल ने यह मिठास अपनी माँ से पाई है।
जीवन मूल्य
प्रश्न 1.
कोयल काली है मगर उसकी बोली बहुत मीठी है। हमारे लिए किसका महत्त्व होना चाहिए-रंग का या व्यवहार का।
उत्तर :
हमारे लिए व्यवहार का महत्त्व होना चाहिए।
प्रश्न 2.
जिन बच्चों में किसी प्रकार की विकलांगता है, उनके प्रति हमारा व्यवहार किस प्रकार का होना चाहिए?
उत्तर :
जिन बच्चों में किसी प्रकार की विकलांगता है, उनके प्रति हमारा व्यवहार सहयोग का होना चाहिए।
कुछ करने के लिए
कोयल की तरह आपको कुछ अन्य पक्षी भी अच्छे लगते होंगे। उन पक्षियों के चित्र बनाइए या चिपकाइए और उनके नाम भी लिखिए।
उत्तर :
छात्र/छात्राएँ स्वयं करें।
DAV Class 4 Hindi Ch 17 Solutions – कोयल
I. अति लघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1.
कोयल आमों में मिश्री कैसे घोलती है?
उत्तर :
कोयल कूक-कूक कर आमों में मिश्री घोलती है।
प्रश्न 2.
प्यासी धरती मेघों से क्या माँगती है?
उत्तर :
प्यासी धरती मेघों से वर्षा माँगती है।
प्रश्न 3.
कोयल बहुत भली है। ऐसा क्यों कहा गया है?
उत्तर :
कोयल सदा अपनी माँ की बात मानती है, इसलिए ऐसा कहा गया है।
प्रश्न 4.
कोयल क्या कहलाती है?
उत्तर :
कोयल ‘चिड़ियों की रानी’ कहलाती है।
प्रश्न 5.
कवयित्री कोयल से क्या पूछती है?
उत्तर :
कवयित्री कोयल से पूछती है कि सच-सच बतलाओ क्या संदेश लाई हो तथा यह मिठास तुम कहाँ से लाई हो।
II. लघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1.
डाल-डाल पर गाना कोयल को किसने सिखाया है?
उत्तर :
डाल-डाल पर गाना कोयल को उसकी माँ ने सिखाया है।
प्रश्न 2.
कोयल ‘चिड़ियों की रानी’ क्यों कहलाती है?
उत्तर :
कोयल अपनी माँ की बात हमेशा मानती है इसलिए वह ‘चिड़ियों की रानी’ कहलाती है।
प्रश्न 3.
कोयल हमें क्या शिक्षा देती है?
उत्तर :
कोयल हमें यह शिक्षा देती है कि हमें हमेशा मीठी वाणी बोलनी चाहिए और माँ की बात हमेशा माननी चाहिए।
अर्थग्रहण संबंधी प्रश्न
I. देखो कोयल काली है पर
मीठी है इसकी बोली।
इसने ही तो कूक-कूककर
आमों में मिश्री घोली।
कोयल-कोयल सच बतलाना
क्या संदेसा लाई हो?
बहुत दिनों के बाद आज फिर
इस डाली पर आई हो।
क्या गाती हो, किसे बुलाती
बतला दो कोयल रानी।
प्यासी धरती देख माँगती
हो क्या मेघों से पानी?
प्रसंग-प्रस्तुत पंक्तियाँ हमारी पाठ्यपुस्तक ‘भाषा-माधुरी’ में संकलित ‘कोयल’ शीर्षक पाठ से ली गई हैं। इस कविता की कवयित्री सुभद्रा कुमारी चौहान हैं।
व्याख्या-‘कोयल’ शीर्षक कविता में कवयित्री कहती है कि कोयल काली है किंतु उसकी बोली में मिठास है। कोयल बहुत दिनों के बाद डाली पर आई है। कवयित्री पूछती है बताओ, क्या संदेशा लेकर आई हो। कूक-कूककर तुम किसे बुलाती हो। कोयल प्यासी धरती के लिए मेघों से पानी माँगती है।
बहुविकल्पीय प्रश्न
प्रश्न 1.
इस कविता का शीर्षक क्या है?
(क) कोयल
(ख) मौसम
(ग) वर्षा
(घ) पेड़
उत्तर :
(क) कोयल
प्रश्न 2.
इस कविता की कवयित्री कौन हैं?
(क) जयशंकर प्रसाद
(ख) हरिवंशराय बच्चन
(ग) सुभद्रा कुमारी चौहान
(घ) निराला।
उत्तर :
(ग) सुभद्रा कुमारी चौहान
प्रश्न 3.
प्यासी धरती क्या माँगती है?
(क) बादल
(ख) वर्षा
(ग) ओला
(घ) उपर्युक्त तीनों
उत्तर :
(ख) वर्षा
प्रश्न 4.
कोयल की बोली कैसी होती है?
(क) मीठी
(ख) तीखी
(ग) कडु
(घ) अच्छा
उत्तर :
(क) मीठी
प्रश्न 5.
‘मेघ’ का पर्याय इनमें से कौन है?
(क) हवा
(ख) बादल
(ग) वर्षा
(घ) पेड़
उत्तर :
(ख) बादल
II. कोयल यह मिठास क्या तुमने अपनी माँ से पाई है?
माँ ने ही क्या तुमको मीठी बोली यह सिखलाई है?
डाल-डाल पर उड़ना गाना
जिसने तुम्हें सिखाया है
सबसे मीठे-मीठे बोलो
यह भी तुम्हें बताया है।
बहुत भली हो तुमने माँ की
बात सदा ही है मानी
इसीलिए तो तुम कहलाती
हो सब चिड़ियों की रानी।
प्रसंग-प्रस्तुत पंक्तियाँ हमारी पाठ्यपुस्तक ‘भाषा-माधुरी’ में संकलित ‘कोयल’ शीर्षक कविता से ली गई हैं। इन पक्तियों में कोयल के माध्यम से यह बताया गया है कि हमें भी कोयल की तरह अपनी माँ की बात माननी चाहिए।
व्याख्या-कवियित्री कोयल से पूछती है कि क्या तुम अपनी बोली में इतनी मिठास अपनी माँ से पाई हो? डाल-डाल पर उड़ना, गीत गाना और सबसे मीठे बोल बोलना क्या तुम्हारी माँ ने तुम्हें सिखाया है? तुम बहुत भली हो जो अपनी माँ की बात हमेशा मानती हो। इसी कारण तुम सब चिड़ियों की रानी कहलाती हो। तात्पर्य यह है कि हमें भी हमेशा मीठी वाणी बोलनी चाहिए और बड़ों की बात भी माननी चाहिए।
बहुविकल्पीय प्रश्न
प्रश्न 1.
कोयल ने मिठास किससे पाई है?
(क) आम
(ख) पेड़
(ग) माँ
(घ) बादल
उत्तर :
(ग) माँ
प्रश्न 2.
कोयल कूक-कूककर किसमें मिश्री घोलती है?
(क) सेव
(ख) केला
(ग) अनार
(घ) आम
उत्तर :
(घ) आम
प्रश्न 3.
कोयल किसकी बात मानता है?
(क) माँ
(ख) पेड़
(ग) मेघ
(घ) आम
उत्तर :
(क) माँ
प्रश्न 4.
‘चिड़ियों की रानो’ कौन कहलाती है?
(क) गोरैया
(ख) कोयल
(ग) मुर्गी
(घ) बुलबुल
उत्तर :
(ख) कोयल
प्रश्न 5.
भली का अर्थ क्या होता है?
(क) अच्छी
(ख) बुरी
(ग) लालची
(घ) गंदी
उत्तर :
(क) अच्छी
शब्दार्थः
- संदेसा – समाचार, संदेश
- भली – अच्छी
- सदा – हर समय
- मेघ – बादल
- मिठास – मीठी।
कोयल Summary in Hindi
कविता-परिचय
‘कोयल’ शीर्षक कविता के माध्यम से कवयित्री सुभद्रा कुमारी चौहान ने यह संदेश दिया है कि हमें भी कोयल की तरह मीठी वाणी बोलनी चाहिए।
कविता का सारांश :
कोयल काली होती है फिर भी उसकी बोली में मिठास होती है। वह आम की डाल पर बैठ कर कूक-कूककर अपनी मीठी वाणी से आमों में मिठास लाती है।
कवयित्री कोयल से पूछती है – कोयल, तुम इस डाली पर बहुत दिनों बाद आई हो। बताओ, क्या संदेशा लेकर आई हो तथा कूक-कूककर किसे बुलाती हो। कोयल प्यासी धरती के लिए मेघों से पानी माँगती है।
कोयल यह मिठास अपनी माँ से पाई है तथा माँ ने उसे डाल-डाल उड़ना तथा गीत गाना सिखाया है। कोयल भी अपनी माँ की बात हमेशा मानती है। इसलिए वह भी ‘चिड़ियों की रानी कहलाती है।