Detailed explanations in DAV Class 4 Hindi Book Solutions and DAV Class 4 Hindi Chapter 13 Question Answer – चतुर चित्रकार offer clarity on challenging language concepts.
DAV Class 4 Hindi Chapter 13 Question Answer – चतुर चित्रकार
DAV Class 4 Hindi Ch 13 Question Answer – चतुर चित्रकार
कविता में से
1. कविता के आधार पर उत्तर दीजिए-
(क) चित्रकार सुनसान जगह में, बना रहा था चित्र।
इतने ही में वहाँ आ गया, यम राजा का मित्र।।
(i) चित्रकार कहाँ पर चित्र बना रहा था?
उत्तर :
चित्रकार सुनसान जगह में चित्र बना रहा था।
(ii) चित्रकार के सामने कौन आ गया?
उत्तर :
चित्रकार के सामने शेर आ गया ।
(ख) झील किनारे नाव लगी थी, एक रखा था बाँस।
चित्रकार ने नाव पकड़कर, ली जी भरके साँस।।
(i) झील के किनारे क्या था?
उत्तर :
झील के किनारे नाव था।
(ii) चित्रकार ने नाव पकड़कर क्या किया?
उत्तर :
चित्रकार ने नाव पकड़कर जी भरके साँस लिया।
2. उचित उत्तर पर सही (✓) का चिहून लगाइए-
(क) शेर को किसका मित्र कहा गया है?
(ख) उकरू-मुकरू होकर कौन बैठ गया?
(ग) शेर ने चित्रकार को क्या ले जाने को कहा?
उत्तर :
(क) [✓] यम राजा
(ख) [✓] शेर
(ग) [✓] कागज
3. नीचे दिए गए वाक्य किसने किससे कहे, लिखिए-
उत्तर :
किसने कहा – किससे कहा
(क) चित्रकार ने – शेर से
(ख) शेर ने – चित्रकार से
(ग) चित्रकार ने – शेर से
बातचीत के लिए
प्रश्न 1.
शेर को देखकर चित्रकार के होश उड़ गए। आपके होश कब उड़ जाते हैं, बताइए।
उत्तर :
जब मैं एक साथ बहुत सारे कुत्तों को देखता हूँ तब मेरे होश उड़ जाते हैं।
प्रश्न 2.
ऐसी घटना के बारे में बताइए जब आप किसी से बहुत डर गए हों। उस समय आपने क्या किया?
उत्तर :
एक बार मैं स्कूल से घर जा रहा था। रास्ते में कुछ कुत्तों ने मुझे घेर लिया। बहुत कुत्तों को एक झुंड में देखकर मेरे होश उड़ गए। उनसे बचने के लिए मैंने अपने बैग से टिफिन बाक्स निकाल कर, दूर तक फेंक दिया। सारे कुत्ते टिफिन के पास दौड़ पड़े। तब मैं झटपट वहाँ से खिसक गया।
आपकी कल्पना
प्रश्न 1.
यदि आप चित्रकार की जगह होते तो शेर से कैसे छुटकारा पाते?
उत्तर :
अगर चित्रकार की जगह हम होते तो हम भी उसी की तरह बुद्धि और विवेक से काम लेते और अवसर मिलते ही वहाँ से खिसक कर शेर से छुटकारा पा लेते।
प्रश्न 2.
क्या होता, अगर झील के किनारे नाव न होती?
उत्तर :
अर झील के किनारे नाव नहीं होती तो चित्रकार अपनी जान बचाने के लिए तैर कर निकल जाता।
आपकी बात
कविता ‘चतुर चित्रकार’ के लिए आप कौन-सा नाम या शीर्षक देना चाहोगे? यह भी बताइए कि आपने यह शीर्षक क्यों चुना?
शीर्षक – __________________
कारण – __________________
उत्तर :
शीर्षक – ‘शेर और चित्रकार’
कारण – क्योंकि इस कविता में शेर और चित्रकार की चर्चा की गई है।
भाषा की बात
प्रश्न 1.
सुनसान जगह; सुंदर चित्र – यहाँ पर ‘सुनसान’ शब्द ‘जगह’ और ‘सुंदर’ शब्द ‘चित्र’ की विशेषता बता रहे हैं। इस प्रकार अब पाठ के आधार पर आप चित्रकार और शेर की विशेषताएँ लिखिए’-
(क) चित्रकार – ______ ______ _______
(ख) शेर – ______ _______ _______
उत्तर :
(क) चित्रकार – निडर, समझदार, होशियार
(ख) शेर – बलवान, हिंसक, ताकतवर
प्रश्न 2.
बनाना, पढ़ना, लिखना, कीजिए ‘काम वाले’ शब्द हैं। काम वाले शब्दों को ‘क्रिया’ कहते हैं। अब आप कविता में आए कोई छह क्रिया शब्द छाँटकर लिखिए-
उत्तर :
(क) बटोरना
(ख) तैयार होना
(ग) घुमाना
(घ) खिसियाना
(ङ) झुंझलाना
(च) अभ्यास करना
प्रश्न 3.
आपने जो क्रियाएँ छाँटी हैं, वर्णमाला के हिसाब से उनके आगे 1, 2, 3, आदि लिखकर उन्हें क्रम दीजिए।
उत्तर :
(क) [6]
(ग) [3]
(ङ) [4]
(ख) [5]
(घ) [2]
(च) [1]
जीवन मूल्य
प्रश्न 1.
चित्रकार ने हिम्मत से काम लिया और शेर से छुटकारा पाया। हिम्मत से काम लेने का क्या मतलब होता है?
उत्तर :
हिम्मत से काम लेने का मतलब है-मुसीबत आने पर बिना डरे किसी काम को करना।
प्रश्न 2.
यदि हम हिम्मत से, धैर्य से काम लें तो किसी भी मुसीबत से बच सकते हैं? कैसे?
उत्तर :
क्योंकि मुसीबत आने पर हिम्मत और धैर्य से किये गए काम में सफलता मिलती है। व्यक्ति उस मुसीबत से निकल पाता है। जैसे चित्रकार ने हिम्मत और धैर्य से काम किया तो शेर जैसे हिंसक पशु के सामने से जान बचा कर भाग पाया।
कुछ करने के लिए
प्रश्न 1.
नीचे कुछ वाक्य लिखे हैं। आपको इनका अभिनय करना है। आप चाहो तो कविता में देख सकते हो कि इन कामों का जिक्र कहाँ आया है?
- यम राजा का मित्र
- होश उड़ जाना
- झुझलाहट में चूर होना
- खिसियाकर बोलना
- उकरू-मुकरू होना
- जंगल के सरदार
- चुपके से खिसकना
- आँखें मूँदकर बैठना
- जी भरकर साँस लेना
- कुछ जोश न रहना
उत्तर :
छात्र/छात्राएँ स्वयं करें।
प्रश्न 2.
अपना मनपसंद चित्र बनाकर रंग भरिए-
उत्तर :
छात्र/छात्राएँ स्वयं करें।
DAV Class 4 Hindi Ch 13 Solutions – चतुर चित्रकार
I. बहुविकल्पीय प्रश्न
प्रश्न 1.
चित्रकार सुनसान जंगल में क्या बना रहा था?
(क) घड़ा
(ख) चित्र
(ग) मेज
(घ) कुर्सी
उत्तर :
(ख) चित्र
प्रश्न 2.
चित्रकार के होश क्यों उड़ गए?
(क) पुलिस को देखकर
(ख) पिताजी को देखकर
(ग) शेर को देखकर
(घ) शिक्षक को देखकर
उत्तर :
(ग) शेर को देखकर
प्रश्न 3.
चित्रकार क्या पकड़कर दूर निकल गया?
(क) नाव
(ख) रेलगाड़ी
(ग) बस
(घ) कार
उत्तर :
(क) नाव
प्रश्न 4.
शेर ने चित्रकार को कायर और डरपोक क्यों कहा?
(क) गुस्सा के कारण
(ख) धोखा के कारण
(ग) भागने के कारण
(घ) उपरोक्त में से कोई नहीं।
उत्तर :
(ख) धोखा के कारण
प्रश्न 5.
चित्रकार ने शेर से कहाँ अभ्यास करने को कहा?
(क) घर में
(ख) विद्यालय
(ग) सड़क पर
(घ) जंगल में
उत्तर :
(घ) जंगल में
II. अति लघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1.
चित्रकार क्यों भयभीत हो गया?
उत्तर :
शेर को देखकर चित्रकार भयभीत हो गया।
प्रश्न 2.
शेर अपने सारे अंग बटोर कर क्यों बैठ गया?
उत्तर :
अपना सुंदर चित्र बनवाने के लिए शेर अपने सारे अंग बटोर कर बैठ गया।
प्रश्न 3.
जब शेर का आगे का चित्र बन गया तो चित्रकार ने शेर से क्या कहा?
उत्तर :
जब शेर का आगे का चित्र बन गया तो चित्रकार ने शेर को पीठ घूमाकर बैठने को कहा।
प्रश्न 4.
शेर बैठे-बैठे क्या सोचने लगा?
उत्तर :
शेर बैठे-बैठे यह सोचने लगा कि चित्रकार को पीठ की तरफ का चित्र बनाने में देर क्यों हो रही है।
अर्थग्रहण संबंधी प्रश्न
I. चित्रकार सुनसान जगह में, बना रहा था चित्र।
इतने ही में वहाँ आ गया, यम राजा का मित्र।।
उसे देख चित्रकार के, तुरंत उड़ गए होश।
नदी, पहाड़, पेड़, पत्तों का, रह न गया कुछ जोश।
फिर उसको कुछ हिम्मत हुई, देख उसे चुपचाप।
बोला-सुंदर चित्र बना दूँ, बैठ जाइए आप।।
उकरू-मुकरू, बैठे गया वह, सारे अंग बटोर।
बड़े ध्यान से लगा देखने, चित्रकार की ओर।।
चित्रकार ने कहा-हो गया, आगे का तैयार।
अब मुँह आप उधर तो करिए, जंगल के सरदार।।
प्रसंग-प्रस्तुत पंक्तियाँ हमारी पाठ्यपुस्तक ‘भाषा-माधुरी’ में संकलित ‘चतुर चित्रकार’ शीर्षक पाठ से ली गई हैं। इसके कवि रामनरेश त्रिपाठी जी हैं। इस पाठ में एक चित्रकार और शेर के बारे में बताया गया है।
व्याख्या-एक चित्रकार सुनसान जगह में चित्र बना रहा होता है तभी उसके सामने एक शेर आ जाता है। चित्रकार डर जाता है। फिर वह हिम्मत बटोर कर शेर से कहता है कि आप बैठ जाइए, मैं आपका सुन्दर चित्र बना देता हूँ। शेर अपने सारे अंगों को सिमटकर बैठ जाता है और उसकी ओर ध्यान से देखने लगता है। फिर चित्रकार शेर से पीठ घुमाकर बैठने को कहता है।
बहुविकल्पीय प्रश्न
प्रश्न 1.
चित्रकार चित्र ______ जगह पर बना रहा था।
(क) बाज़ार
(ख) सुनसान
(ग) घर
(घ) विद्यालय
उत्तर :
(ख) सुनसान
प्रश्न 2.
यम राजा का मित्र कहा गया है-
(क) शेर
(ख) भालू
(ग) बकरी
(घ) कुत्ता
उत्तर :
(क) शेर
प्रश्न 3.
शेर को देखकर चित्रकार _________ गया।
(क) डर गया
(ख) होश उड़ गए
(ग) भाग गया
(घ) खुश हो गया।
उत्तर :
(ख) होश उड़ गए
प्रश्न 4.
चित्रकार ने शेर को कैसे बैठने के लिए कहा?
(क) सीधा
(ख) पलटकर
(ग) चुपचाप
(घ) सिमटकर
उत्तर :
(घ) सिमटकर
प्रश्न 5.
‘उकरू-मुकरू’ कौन बैठ गया?
(क) कुत्ता
(ख) शेर
(ग) चित्रकार
(घ) भालू
उत्तर :
(ख) शेर
प्रश्न 6.
‘यम’ का अर्थ क्या होता है?
(क) यमराज
(ख) शेर
(ग) चित्रकार
(घ) कुत्ता
उत्तर :
(क) यमराज
II. बैठ गया वह पीठ फिराकर, चित्रकार की ओर।
चित्रकार चुपके से खिसका, जैसे कोई चोर।।
बहुत देर तक आँख मूँदकर, पीठ घुमाकर शेर।
बैठे-बैठे लगा सोचने, इधर हुई क्यों देर।।
झील किनारे नाव लगी थी, एक रखा था बाँस।
चित्रकार ने नाव पकड़कर, ली जी भरके साँस।।
जल्दी-जल्दी नाव चलाकर, निकल गया वह दूर।
इधर शेर था धोखा खाकर झुंझलाहट में चूर।।
शेर बहुत खिसियाकर बोला, नाव ज़रा-सी रोक।
कलम और काग़ज़ तो ले जा, रे कायर डरपोक।।
चित्रकार ने कहा तुरंत ही, रखिए अपने पास।
चित्रकला का आप कीजिए, जंगल में अभ्यास।
प्रसंग-प्रस्तुत पंक्तियाँ हमारी पाठ्यपुस्तक ‘भाषा-माधुरी’ में संकलित ‘चतुर चित्रकार’ शीर्षक पाठ से ली गई हैं। इन पक्तियों में यह बताया गया है कि चित्रकार शेर से पीछा छुडाकर कैसे भाग जाता है।
व्याख्या-चित्रकार के कहने पर शेर पीठ घूमा कर अपनी आँखें बंद कर बैठ जाता है। तब तक चित्रकार धीरे से चोरों की तरह नाव पर चढ़कर भाग जाता है। बहुत देर होने पर शेर समझ जाता है कि चित्रकार ने उसके साथ धोखा किया है। वह गुस्से में चित्रकार को कायर डरपोक कहता है और यह भी कहता है कि जाते-जाते अपना कागज-कलम लेते जाओ। चित्रकार शेर से कहता है कि कागज-कलम आप रखिए और जंगल में चित्रकला का अभ्यास कीजिए।
बहुविकल्पीय प्रश्न
प्रश्न 1.
शेर पीठ घूमा कर क्यों बैठ गया?
(क) खाने के लिए
(ख) चित्र बनवाने के लिए
(ग) सोने के लिए
(घ) डराने के लिए
उत्तर :
(ख) चित्र बनवाने के लिए
प्रश्न 2.
चित्रकार चुपके क्यों खिसक गया?
(क) डर से
(ख) भागने के लिए
(ग) खाने के लिए
(घ) सोने के लिए
उत्तर :
(ख) भागने के लिए
प्रश्न 3.
नाव कहाँ लगी थी?
(क) झील के किनारे
(ख) नदी के किनारे
(ग) तालाब के किनारे
(घ) जंगल के किनारे
उत्तर :
(क) झील के किनारे
प्रश्न 4.
इस कविता के कवि कौन हैं
(क) रामनरेश त्रिपाठी
(ख) जयशंकर प्रसाद
(ग) मैथिलीशरण गुप्त
(घ) सफ़दर हाशमी
उत्तर :
(क) रामनरेश त्रिपाठी
शब्दार्थ :
- चित्रकार – चित्र बनाने वाला
- यम – यमराज, मित्र-साथी
- सुनसान – जहाँ कोई न हो
- हिम्मत – साहस
- खिसियाकर – खीझना
- झुंझलाहट – चिड़चिड़ाहट।
चतुर चित्रकार Summary in Hindi
कविता-परिचय :
‘चतुर चित्रकार’ शीर्षक कविता में कवि रामनरेश त्रिपाठी जी ने एक चित्रकार का वर्णन बड़े ही सुंदर ढंग से किया है। इस कविता में यह बताया गया है कि किस प्रकार चित्रकार ने संकट के समय धैर्य न खोकर अपनी जान बचाई। उसी प्रकार संकट के समय हमें भी धैर्य और हिम्मत नहीं खोना चाहिए क्योंकि संकट में धैर्य ही सच्चा साथी होता है।
कविता का सारांश :
एक चित्रकार किसी सुनसान जंगल में नदी, पहाड़ आदि का चित्र बना रहा था। उसी समय एक हिंसक जानवर, शेर वहाँ आ धमका। शेर को देखते ही चित्रकार के होश उड़ गए। शेर चित्रकार को चित्र बनाते देख चुपचाप खड़ा रहा। शेर को शांत देख चित्रकार ने हिम्मत जुटा कर उसे बैठने को कहा। चित्रकार ने शेर से बोला, “अरे वनराज, आप तो बहुत सुंदर हैं, आप बैठे रहिए, मैं आपका चित्र बनाता हूँ।” अपनी तारीफ़ सुनकर शेर अपने सारे अंगों को समेट कर बैठ गया। चित्रकार ने पहले शेर के मुँह का चित्र बनाने का अभिनय किया।
फिर वह शेर से बोला, “हे जंगल के राजा! अब आप अपना मुँह दूसरी तरफ करके बैठें। मुझे आपकी पीठ के तरफ का भी चित्र बनाना है।” शेर जैसे ही चित्रकार की ओर पीठ करके बैठा वैसे ही चुपके से वह खिसक गया और झील किनारे लगी नाव पर बैठ कर चैन की साँस ली। कुछ देर बाद शेर ने जब अपनी आँखें खोली तो चित्रकार को नाव पर सवार देखकर धिक्कारते हुए कहा, कि रे कायर डरपोक! अपना कागज और कलम तो लेते जाओ। लेकिन चित्रकार यह कहते हुए चला गया कि अब जंगल में बैठे चित्रकला का अभ्यास तुम ही करो।