मेरा प्रिय खिलाड़ी निबंध इन हिंदी – My Favourite Player Essay in Hindi

मेरा प्रिय खेल निबंध इन हिंदी – Essay on My Favourite Sport in Hindi

“मैं क्रिकेट के बारे में नहीं जानता, पर फिर भी मैं सचिन को खेलते हुए देखने के लिए क्रिकेट देखता हूँ। इसलिए नहीं कि मुझे उसका खेल पसन्द है, बल्कि इसलिए क्योंकि मैं जानना चाहता हूँ कि आखिर जब वो | बैटिंग करता है तो मेरे देश का प्रोडक्शन 5% गिर क्यों जाता है।”

–बराक ओबामा

रूपरेखा–

  • प्रस्तावना,
  • मेरा प्रिय खेल और खिलाड़ी,
  • क्रिकेट : संक्षिप्त परिचय,
  • महेन्द्र सिंह धोनी का संक्षिप्त परिचय,
  • धोनी की खेल–शैली,
  • धोनी की उपलब्धियाँ,
  • सम्मान एवं पुरस्कार,
  • उपसंहार।

साथ ही, कक्षा 1 से 10 तक के छात्र उदाहरणों के साथ इस पृष्ठ से विभिन्न हिंदी निबंध विषय पा सकते हैं।

मेरा प्रिय खिलाड़ी निबंध इन हिंदी – Mera Priy Khilaadee Nibandh In Hindee

प्रस्तावना–
खेलकूद आज विभिन्न राष्ट्रों के मध्य सांस्कृतिक मेलजोल बढ़ाने का उत्तम माध्यम बन गया है। आज गेम्स डिप्लोमेसी अर्थात् खेल कूटनीति के क्षेत्र में क्रिकेट सर्वाधिक चर्चित खेल रहा है। भारत–पाकिस्तान के मध्य तो क्रिकेट दोनों देशों के आपसी सम्बन्धों की दृढ़ता और राजनयिक सम्बन्धों की दशा और दिशा को अत्यधिक प्रभावित करता है।

Mera Priy Khilaadee Nibandh In Hindee

मेरा प्रिय खेल और खिलाड़ी–
आज अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर अनेक खेल खेले जा रहे हैं। फुटबॉल, टेनिस, बैडमिंटन, हॉकी, क्रिकेट आदि खेलों को पसन्द करनेवालों की कमी नहीं है, परन्तु क्रिकेट सबसे अधिक लोकप्रिय खेल है। मेरा प्रिय खेल भी यही क्रिकेट है। आधुनिक युग में इस खेल को अन्तर्राष्ट्रीय महत्त्व प्राप्त है। भारत में यह सर्वाधिक आकर्षण का केन्द्र बना हुआ है। यहाँ इस खेल के प्रति दीवानगी की हद तक लोगों का लगाव है। आज बच्चे, बूढ़े, युवा आदि सभी क्रिकेट के दीवाने हैं। …क्रिकेट के क्षेत्र में अनेक खिलाड़ियों ने अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है।

कई खिलाड़ी अपनी विशेषताओं के कारण हमारे दिलों–दिमाग पर छाए हुए हैं। भारत के प्रसिद्ध क्रिकेट खिलाड़ियों में प्रमुख हैं–वीनू मनकड़, विजय हजारे, लाला अमरनाथ, मंसूर अली पटौदी, फारूख इंजीनियर, धीरज प्रसन्ना, बिशनसिंह बेदी, भगवत चन्द्रशेखर, सैयद किरमानी, गुण्डप्पा विश्वनाथ, सुनील मनोहर गावस्कर, कपिलदेव, सचिन तेन्दुलकर, सौरभ गांगुली, राहुल द्रविड़ तथा महेन्द्र सिंह धोनी आदि। ये भारतीय क्रिकेट के आकाश के चमकते हुए सितारे हैं, जो अपनी ज्योति से सदैव प्रकाशित रहेंगे। इनमें से एक चमकता सितारा महेन्द्र सिंह धोनी मुझे सबसे अधिक प्रिय है।

My Favourite Player Essay in Hindi

क्रिकेट : संक्षिप्त परिचय–
क्रिकेट का जन्म इंग्लैण्ड में हुआ था। फिर अन्य देशों में इसका प्रसार हुआ। आरम्भ में. क्रिकेट को भारत में राजा–महाराजाओं तथा धनाढ्य लोगों का खेल कहा जाता था। वे अपने मन–बहलाव के लिए क्रिकेट का खेल खेला करते थे। भारत ने अपना पहला टेस्ट मैच इंग्लैण्ड के विरुद्ध वर्ष 1932 ई० में खेला था। इसके पश्चात् चार दिवसीय, तीन दिवसीय और एक दिवसीय खेल को बढ़ावा मिला। आजकल एक दिवसीय क्रिकेट मैच तथा T–20 मैच अत्यधिक लोकप्रिय हो रहे हैं।

क्रिकेट का खेल 11–
11 खिलाड़ियों की दो टीमों के मध्य खेला जाता है। यह एक बड़े–से गोल, चौकोर या अण्डाकार मैदान में खेला जाता है। मैदान के मध्य में स्थित पिच या विकेट स्थल इस खेल का केन्द्रबिन्दु होता है जिसके दोनों छोरों पर तीन–तीन स्टम्प गड़े होते हैं। दोनों ओर के स्टम्पों के बीच की दूरी 22 गज रखी जाती है, जिसे पिच की लम्बाई भी कहते हैं। खेल आरम्भ करने से पहले टॉस किया जाता है। टॉस जीतनेवाली टीम के कप्तान की इच्छानुसार ही उसकी टीम पहले बल्लेबाजी या गेंदबाजी करती है।

जीत–हार का निर्णय बनाए गए रनों के आधार पर होता है। खेल के निर्णायकों को अम्पायर कहा जाता है। खेल के समय मैदान में दो अम्पायर खड़े होते हैं, जिनका निर्णय दोनों टीमों को अनिवार्य रूप से मान्य होता है। अब एक अम्पायर मैदान के बाहर कैमरों की सहायता से खेल पर नजर रखता है। इसे थर्ड अम्पायर कहते हैं। थर्ड अम्पायर तभी अपना निर्णय देता है, जब मैदान में खड़े अम्पायर कोई निर्णय नहीं ले पाते और वे थर्ड अम्पायर से निर्णय देने की अपील करते हैं।

मेरे प्रिय खिलाड़ी महेन्द्र सिंह धोनी का संक्षिप्त परिचय–
क्रिकेट में मेरे प्रिय खिलाड़ी महेन्द्र सिंह धोनी हैं जो भारतीय टीम के कप्तान भी रह चुके हैं। इन्हें क्रिकेट जगत् में एम०एस० धोनी, माही अथवा धोनी के नाम से जाना जाता है। इनका जन्म 7 जुलाई, 1981 ई० में झारखण्ड के राँची नामक स्थान पर हुआ था। इनके पिता का नाम पान सिंह व माता का नाम देवकी देवी है। इनके पिता मूलरूप से उत्तराखण्ड के निवासी हैं, जो आजीविका के लिए राँची आ गए थे। वे मेकोन कम्पनी के जूनियर मेनेजमेंट वर्ग में काम करते थे। धोनी की एक बहन जयन्ती और एक भाई नरेन्द्र है। धोनी की पत्नी का नाम साक्षी है।

धोनी बाल्यावस्था से ही क्रिकेट खेलने के शौकीन रहे। पहले वह फुटबॉल भी खेलते थे। स्कूल की फुटबॉल टीम में उन्होंने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। वे अपनी टीम के गोलकीपर रहे। एक बार उनके फुटबॉल कोच ने लोकल क्रिकेट क्लब में क्रिकेट खेलने भेजा, जहाँ उन्होंने विकेट–कीपिंग में अपने कौशल से सबको प्रभावित कर दिया। उनके अच्छे प्रदर्शन के कारण उन्हें 1997–98 सीजन के वीनू मनकड़ ट्रॉफी अण्डर सिक्सटीन चैम्पियनशिप के लिए चुना गया। यह धोनी के क्रिकेट–जगत् में प्रवेश का प्रवेश–द्वार सिद्ध हुआ।

धोनी की खेल–शैली–
धोनी आक्रामक, दायें हाथ के बल्लेबाज और विकेट–कीपर हैं। धोनी अधिकतर बैक फुट में खेलने और मजबूत बॉटम हैण्ड ग्रिप के लिए जाने जाते हैं। वे बहुत तेजगति से खेलते हैं, जिसके कारण गेंद अक्सर मैदान से बाहर चली जाती है। धोनी को आक्रामक बल्लेबाज कहा जाता है। क्षेत्र–रक्षण में भी वह पर्याप्त सफल हैं। धोनी की गणना भारत के श्रेष्ठ क्रिकेटरों में होती है।

धोनी की उपलब्धियाँ–
वर्ष 2007 ई० में महेन्द्र सिंह धोनी को भारतीय क्रिकेट दल का कप्तान चुना गया। उनकी कप्तानी में देश को अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर गौरव प्राप्त हुआ।

उनकी उपलब्धियों का संक्षिप्त विवरण इस प्रकार है-

  • ‘टी–20 क्रिकेट विश्वकप 2007’ जीता।
  • सर्वप्रथम ऑस्ट्रेलिया और श्रीलंका के साथ खेली गई त्रिपक्षीय एक दिवसीय श्रृंखला 2007–08 जीती।
  • अगस्त 2008 में आइडिया कप में जीत।
  • बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी 2008 में जीत।
  • आर वी एस कप 2008 में जीत।
  • आई०डी०बी०आई० फोर्टिस वेल्थसुरांस कप ओ०डी०आई० सीरीज 2009 श्रीलंका को दूसरी बार हरा कर जीती।
  • 14/11/2008 और 05/02/2009 के बीच खेले गए नौ वनडे मैचों में लगातार जीत का रिकॉर्ड भी धोनी के नाम है।
  • धोनी की कप्तानी में भारत ने 28 वर्ष पश्चात् 2011 में एक दिवसीय क्रिकेट वर्ल्ड कप दोबारा जीता।
  • वर्ष 2013 ई० में धोनी की कप्तानी में भारत पहली बार चैम्पियन ट्रॉफी का विजेता बना।
  • वर्ष 2014 ई० में धोनी ने भारत को 24 वर्ष बाद इंग्लैण्ड वनडे सीरीज में जीत दिलाई।
  • वर्ष 2015 ई० में धोनी ने लगातार दूसरी बार आई०सी०सी० वर्ल्ड कप का नेतृत्व किया।
  • धोनी भारत के ऐसे कप्तान हैं, जिन्हें 100 वनडे मैच जिताने का श्रेय जाता है।

धोनी द्वारा प्राप्त उपलब्धियों को जितना भी गिनवाया जाए कम ही प्रतीत होता है। पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने कहा था–”धोनी के नेतृत्व में भारत और महान् दर्जा प्राप्त करेगा।” तथा दुनिया के महान् क्रिकेटर रिचर्ड हेडली ने कहा था कि “धोनी के नेतृत्व में भारतीय टीम दुनिया की नम्बर 1 टीम बन जाएगी।” धोनी ने इस भविष्यवाणी को सिद्ध कर दिखाया। आज भारत की क्रिकेट टीम की गणना विश्व की सर्वश्रेष्ठ टीमों में की जाती है।

सम्मान एवं पुरस्कार–
धोनी की उपलब्धियों के फलस्वरूप भारत सरकार तथा खेल जगत् की ओर से उन्हें समय–समय पर विभिन्न सम्मान और पुरस्कारों द्वारा सम्मानित किया जाता रहा है। उन्हें मिले मुख्य पुरस्कारों का संक्षिप्त वर्णन इस प्रकार है-

  • वर्ष 2018 में पद्मभूषण पुरस्कार।
  • वर्ष 2009 ई० में पद्मश्री पुरस्कार।
  • राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार।
  • वर्ष 2009 ई० में विस्डन की ड्रीम टीम में कप्तान और विकेट–कीपर का सम्मान।
  • वर्ष 2008 ई० में आई०सी०सी० वनडे प्लेयर पुरस्कार।
  • एमटीवी यूथ आइकोन अवार्ड।
  • बीसीसीआई द्वारा सम्मानित।
  • धोनी को उनके कॉलेज तथा सेंट जेवियर कॉलेज, राँची द्वारा यूथ आइकोन सम्मान द्वारा सम्मानित किया गया।
  • भारतीय समाचार चैनल ‘समय’ द्वारा वर्ष 2008 ई० का ‘प्लेयर ऑफ द ईयर’ सम्मान।
  • धोनी की तुलना स्टीव वॉ (ऑस्ट्रेलियन कप्तान) से की जाती है।।

इस प्रकार अपने क्रिकेट–
कौशल द्वारा भारत को गौरवान्वित करने के लिए धोनी को सदा सम्मानित और पुरस्कृत किया जाता रहेगा। धोनी अपनी शैली के कारण भारत तथा विश्व के क्रिकेट–प्रेमियों के प्रिय खिलाड़ी हैं।

उपसंहार–
इस प्रकार मेरा प्रिय खेल और खिलाड़ी मेरी ही नहीं, बल्कि असंख्य लोगों की पहली पसन्द बन चुका है। यद्यपि क्रिकेट में समय और धन अधिक लगता है, फिर भी आज यह शहरों से लेकर गाँवों तक प्रसिद्धि पा चुका है। इसकी लोकप्रियता इस बात से सिद्ध होती है कि जहाँ–जहाँ भी यह खेल होता है, जनसमूह मैदान की ओर उमड़ पड़ता है।

यह खेल भारत की पहचान बन चुका है। क्रिकेट को लेकर लोग मानसिक रूप से जुनून की हदें पार करने लगते हैं। ऐसा लगता है कि क्रिकेट लोगों का धर्म बन गया है। क्रिकेट में मिली एक छोटी–सी हार भी लोगों को निराश और आक्रामक बना देती है। यहाँ तक कि लोग आत्महत्या या तोड़–फोड़ पर भी उतारू हो जाते हैं। यह ठीक नहीं है।

क्रिकेट में मिली जीत उन्हें हर्षित कर देती है। लोग सड़कों पर उतर आते हैं, प्रसन्न होकर नाचने लगते हैं। यह खेल धन, प्रसिद्धि और आनन्द का संगम है। यह केवल मेरा ही नहीं, मेरी तरह करोड़ों भारतीयों का सबसे प्रिय खेल है और महेन्द्र सिंह धोनी प्रिय खिलाड़ी।