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DAV Class 4 Hindi Chapter 1 Question Answer – फैलती चप्पलें
DAV Class 4 Hindi Ch 1 Question Answer – फैलती चप्पलें
कहानी में से
प्रश्न 1.
दादी माँ ने सुप्पंदी को क्या लाने के लिए कहा?
उत्तर :
दादी माँ ने सुप्पंदी को एक जोड़ी प्लास्टिक की नई चप्पलें लोने को कहा।
प्रश्न 2.
दादी माँ ने चप्पलों को बदलवाने के लिए क्यों कहा?
उत्तर :
चप्पलें दादी माँ के नाप से छोटी थीं, इसलिए दादी माँ ने उन्हें बदलवाने के लिए कहा।
प्रश्न 3.
सुप्पंदी के मन में ऐसा विचार क्यों आया कि छोटी चप्पलों को गरम करने पर वे बड़ी हो जाएँगी?
उत्तर :
सुप्पंदी को पता था कि गरम करने से चीज़ें फैलकर बड़ी हो जाती हैं। इसलिए उसके मन में ऐसा विचार आया कि दादी की चप्पलें भी गरम करने पर बड़ी हो जाएँगी।
बातचीत के लिए
प्रश्न 1.
जूतों की दुकान पर जाते हुए सुप्पंदी ने क्या बात सीखी?
उत्तर :
जूतों की दुकान पर जाते हुए सुप्पंदी ने यह बात सीखी कि गरमी से चीज़ें फैल जाती हैं और बड़ी भी हो जाती हैं।
प्रश्न 2.
दादी माँ ने सुप्पदी को कितने पैसे दिए होंगे?
उत्तर :
दादी माँ ने सुप्पंदी को पाँच रुपये दिए होंगे।
प्रश्न 3.
अगर चप्पलें चमड़े की होतीं तो क्या होता?
उत्तर :
अगर चप्पलें चमड़े की होतीं तब भी तवे पर जलकर गायब हो जातीं।
प्रश्न 4.
किसी ऐसी घटना का वर्णन कीजिए जब आप अपने दादा-दादी के लिए कुछ लाए हों और उन्होंने आपकी बहुत प्रशंसा की हो।
उत्तर :
छात्र/छात्राएँ स्वयं करें।
ज़रा सोचिए
नीचे दी गई चीज़ों में से जो चीज़ें गरम होने पर अपना आकार बदल सकती हैं, उन पर सही (✓) का निशान लगाइए-
उत्तर :
(क) रेशमी साड़ी
(ख) प्लास्टिक की तार
(ग) मक्खन
(घ) पत्थर
(ङ) आइसक्रीम
(च) लोहे का बक्सा
भाषा की बात
1. ‘दुकान’ शब्द में एक शब्द छिपा है’कान’। बताइए, इनमें कौन-से शब्द छिपे हैं-
उत्तर :
2. शब्द लड़ी बनाइए
उत्तर :
3. नीचे दिए गए शब्दों में से संज्ञा शब्दों पर घेरा लगाइए-
उत्तर :
जीवन मूल्य
1. “दादी माँ, ये लीजिए आपकी प्लास्टिक की नई चप्पलें।”
सुप्पंदी अपनी दादी के लिए नई चप्पलें लाया, क्यों?
उत्तर :
क्योंकि दादी ने अपने लिए एक जोड़ी प्लास्टिक की नई चप्पलें लाने के लिए सुप्पंदी से कहा था।
आप अपने दादा-दादी की मद्द किस प्रकार करते हैं?
उत्तर :
मेरे दादा-दादी मुझसे जो कुछ लाने को कहते हैं, उसे मैं लाता हूँ, उनकी हर बात मानता हूँ।
2. “जीता रह, सुप्पंदी।”
दादी के इस कथन में उनकी कौन-सी भावना छिपी है?
उत्तर :
प्रेम और सहानुभूति की भावना।
इस संवाद के आधार पर क्या आप कह सकते हैं-कर भला तो हो भला।
उत्तर :
हाँ, इस संवाद के आधार पर मैं कह सकता हूँ कि कर भला तो हो भला।
कुछ करने के लिए
अपनी दादी माँ के लिए काग़ज़ का एक सुंदर बैग बनाइए।
उत्तर:
छात्र/छात्राएँ स्वयं करें।
DAV Class 4 Hindi Ch 1 Solutions – फैलती चप्पलें
बहुविकल्पीय प्रश्न :
प्रश्न 1.
सुप्पंदी की दादी ने कितनी जोड़ी चप्पलें लाने को कहा?
(क) एक
(ख) दो
(ग) तीन
(घ) चार
उत्तर :
(क) एक
प्रश्न 2.
सुप्पंदी पैसे लेकर कहाँ गया?
(क) दुकान
(ख) घर
(ग) छत पर
(घ) मामा-घर
उत्तर :
(क) दुकान
प्रश्न 3.
दादी की चप्पलें क्यों गायब हो गई?
(क) गलकर
(ख) जलकर
(ग) पिघलकर
उत्तर :
(क) गलकर
अति लघु उत्तरीय प्रश्न :
प्रश्न 1.
सुप्पंदी ने चप्पलों को सही नाप का बनाने के लिए क्या किया?
उत्तर :
सुप्पंदी ने चप्पलों को सही नाप का बनाने के लिए उन्हें गरम तवे पर रख दिया।
प्रश्न 2.
क्या सुप्पंदी ने चप्पलों को गरम तवे पर रखकर सही किया?
उत्तर :
नहीं।
प्रश्न 3.
गरम तवे पर रखने से चप्पलों का क्या हाल हुआ?
उत्तर :
गरम तवे पर रखने से चप्पलों का यह हाल हुआ कि वे गलकर गायब हो गईं।
प्रश्न 4.
अगर सुप्पंदी की जगह आप होते तो क्या करते?
उत्तर :
अगर सुप्पंदी की जगह मैं होता तो दुकान पर जाकर चप्पलों को बदलकर दादी की नाप की चप्पलें लाता।
प्रश्न 5.
सुप्पंदी चप्पलों को गरम तवे पर रखकर क्या करने लगा?
उत्तर :
सुप्पंदी चप्पलों को गरम तवे पर रखकर आराम करने लगा।
लघु उत्तरीय प्रश्न :
प्रश्न 1.
क्या सोचकर सुप्पंदी ने चप्पलों को गरम तवे पर रख दिया?
उत्तर :
दादी माँ के चप्पलों का नाप सही करने के लिए सुप्पंदी ने उन्हें गरम तवे पर रख दिया।
अर्थग्रहण संबंधी प्रश्न :
I. इन दो पटरियों के बीच में आप इतनी जगह क्यों छोड़ रहे हैं? क्योंकि गरम होने पर पटरियाँ फैलकर लंबी हो जाएँगी। ओह! तो गरमी से चीज़ें फैल जाती हैं और बड़ी भी हो जाती हैं। जी हाँ, बिलकुल।
प्रश्न 1.
दो पटरियों के बीच जगह क्यों छोड़ी जाती है?
उत्तर :
गरम होने पर पटरियाँ फैलकर लंबी हो जाती हैं। इसलिए दो पटरियों के बीच जगह छोड़ी जाती हैं।
प्रश्न 2.
क्या गरम होने पर चीज़ें फैल जाती हैं?
उत्तर :
हाँ, गरम होने पर चीज़ें फैज जाती हैं।
प्रश्न 3.
गरम होने पर कौन-कौन सी चीज़ें गल जाती हैं?
उत्तर :
लोहा, प्लास्टिक, सोना, चाँदी आदि।
प्रश्न 4.
‘गरम’ का विलोम शब्द क्या होता है?
उत्तर :
‘गरम’ का विलोम शब्द ठंडा होता है।
प्रश्न 5.
पटरी पर क्या चलती है?
उत्तर :
पटरी पर रेलगाड़ी चलती है।
II. इस तवे पर तपा लेता हूँ। अपने-आप बड़ी हो जाएँगी। अब तक दादी माँ के नाप की हो गई होंगी। दादी माँ-दादी माँ” चप्पलें गायब हो गई।
प्रश्न 1.
सुप्पंदी चप्पलों को तवे पर क्यों तपा रहा था?
उत्तर :
सुप्पंदी चप्पलों को दादी के नाप का बनाने के लिए तवे पर तपा रहा था।
प्रश्न 2.
क्या चप्पलें दादी के नाप की हो गईं?
उत्तर :
नहीं।
प्रश्न 3.
चप्पलें क्यों गायब हो गई?
उत्तर :
चप्पलें गरम तवे पर गलने के कारण गायब हो गई।
प्रश्न 4.
‘गायब’ शब्द का क्या अर्थ होता है?
उत्तर :
‘गायब’ शब्द का अर्थ है- अदृश्य।
प्रश्न 5.
दादी की चप्पलें लाने कौन गया था?
उत्तर :
दादी की चप्पलें लाने सुप्पंदी गया था।
शब्दार्थ:
- तरकीब – उपाय
- तपा – गरम
- गायब – अदृश्य
- सत्यानाश – बर्बाद
फैलती चप्पलें Summary in Hindi
पाठ-परिचय :
‘फैलती चप्पलें’ शीर्षक पाठ में यह बताया गया है कि सुप्पंदी एक लड़का है, जिसकी दादी उसे प्लास्टिक की एक जोड़ी चप्पलें खरीदकर लाने को कहती हैं। सुप्पंदी चप्पलें खरीदने बाज़ार जाता है। रास्ते में उसे पता चलता है कि गरमी से चीज़ें फैलती भी हैं। वह चप्पलें खरीदकर लाता है। किंतु वे नाप से छोटी पड़ जाती हैं। वह चप्पलों की नाप को बराबर करने के लिए उन्हें गरम तवे पर रख देता है और चप्पलें गलकर गायब हो जाती हैं।
पाठ का सारांश :
एक दिन सुप्पंदी को उसकी दादी एक जोड़ी प्लास्टिक की नई चप्पलें लाने के लिए पैसे देती हैं। वह चप्पलें खरीदने बाज़ार जाता है। रास्ते में उसे पटरी पर काम करते हुए कुछ मज़दूर मिलते हैं। वह उन मज़दूरों से पूछता है कि इन दो पटरियों के बीच आप इतनी जगह क्यों छोड़ रहे हैं? मज़दूर उसे बताता है कि गरम होने पर पटरियाँ फैलकर लंबी हो जाएँगी। इसलिए दो पटरियों के बीच कुछ जगह छोड़ी जाती हैं। तब सुप्पंदी समझ जाता है कि गरम होने पर चीज़ें फैलती भी हैं और बड़ी भी हो जाती हैं।
सुप्पंदी घर आकर दादी को नई चप्पलें देता है, किंतु वे दादी के नाप से छोटी पड़ जाती हैं। दादी उन चप्पलों को बदलकर दूसरी जोड़ी चप्पलें लाने को कहती हैं। अब सुप्पंदी को मज़दूर की कही बातें याद आती हैं। वह एक गरम तवे पर चप्पलों को रख देता है और मन-ही-मन खुश होता है कि अब एक गरम तवे पर चप्पलें दादी के नाप की हो जाएँगी। किंतु चप्पलें गरमी के कारण गलकर गायब हो जाती हैं।