CBSE Class 6 Hindi Unseen Passages अपठित गद्यांश
अपठित का अर्थ
अपठित का अर्थ है-गद्य या पद्य का ऐसा अंश, जो निर्धारित पाट्यपुस्तक का न हो और जिसे पहले न पढ़ा गया हो। इस पर आधारित प्रश्न पूछने का उद्द्धेश्य होता है-छात्रों की भाषा और विषय-वस्तु संबंधी ज्ञान की परख करना। छात्रों को अपठित अंश को ध्यानपूर्वक पढ़कर ही पूछे गए प्रश्नों के उत्तर देने चाहिए।
अपठित गद्यांश व काव्यांश को हल करते समय ध्यान रखने योग्य बातें –
- सर्वप्रथम अणठित गद्यांश व काव्यांश (पद्यांश) को दो-तीन बार पदूना चाहिए।
- पढ़ने के बाद उसका मूलभाव समझना चाहिए।
- प्रश्नों को ध्यान से पद़कर संभावित उत्तर पर निशान लगाना चाहिए।
- प्रश्नों के संक्षिप्त उत्तर देने चाहिए।
- प्रश्नों के उत्तर अपने शद्दों में देने चाहिए।
- प्रश्नों के उत्तर एक बार पुनः पढ़कर दोहरा लेने चाहिए, जिससे अशुद्धियों को सुधारा जा सके।
- विकल्प वाले प्रश्नों का उत्तर चयन करते समय गद्यांश या पद्यांश में प्रसंग को ध्यान में रखना चाहिए।
- जो विकल्प पूर्ण रूप से उपयुक्त हो, उसी का ही चयन करना चाहिए।
अपठित गद्यांश
निम्नलिखित गद्यांशों को पढ़कर उन पर आधारित प्रश्नों के उत्तर दीजिए
सैंपल गद्यांश 1
(अतिलघु उत्तरीय प्रश्नों पर आधारित)
“आभा, तुम्हें आज बापू की कुटिया की ओर जाते सम , पेड़ का एक पत्ता तोड़ते देखा था, इसलिए तुम्हें बुलाया है। सिर्फ तुम ही ऐसी भूल करती हो, ऐसा नहीं है। यह तो हमारी, सबकी ही आदत-सी हो गई है कि आते-जाते पेड़ देखा, तो पत्ता तोड़ लिया, बिना आवश्यकता के फूल-पत्ती तोड़ना एक तरह की हिंसा ही हुई। हमारे देश के बड़े वैज्ञानिक जगदीश बसु ने जब मुझे बताया कि छोटे-से-छोटे पौधे में भी प्राण हैं, तब से मैं लोगों को फूलों की माला डालने नहीं देता, हाथ में ही ले लेता हूँ। यह तो तुमने भी देखा होगा।”
पत्ता तोड़ते देखकर बापू मुझे बुलाकर वह भी कह सकते थे कि पत्ता क्यों तोड़ा? आगे से मत तोड़ना। उन्हें फिर इतना विस्तार से समझाने में अपना समय नष्ट करने की कोई आवश्यकता नहीं होती, लेकिन बापू तो सही अर्थों में एक आदर्श शिक्षक थे। वे हर बात को इतना विस्तार से, प्यार से समझाते थे कि सामने वाले के हुदय में उनकी कही गई बात बैठ जाती थी और वहा फिर दोबारा ऐसी गलती कभी कर ही नहीं सकता था।
प्रश्न 1.
बापू के अनुसार, आभा ने क्या भूल की थी, जो अकसर हम सब करते हैं?
उत्तर :
बापू ने आभा को अकारण एक पेड़ का पत्ता तोड़ते हुए देखा था, जो आभा की एक भूल थी। अकसर हम सब की आदत होती है कि बिना किसी आवश्यकता के फूल-पत्ती तोड़ लेते हैं।
प्रश्न 2.
फूलों की माला पहनाए जाने पर बापू उसे न पहनकर हाथ में ही क्यों ले लेते थे?
उत्तर :
वैज्ञानिक जगदीश बसु ने बापू को बताया था कि छोटे-से-छोटे पौधे में भी प्राण हैं। बापू ने उस पर विचार किया था, इसी कारण वे माला न पहनकर हाथ में ही ले लेते थे।
प्रश्न 3.
आभा को बापू की शिक्षा देने की क्या विधि अच्छी लगी थी?
उत्तर :
आभा को बापू का बहुत प्यार तथा धैर्य से फूल-पत्ती न तोडने की चेतावनी देना अच्छा लगा। विस्तार से समझाई गई बापू की बात आभा के मन में बैठ गई।
प्रश्न 4.
इस गद्यांश के अनुसार, ‘बापू’ शब्द किसके लिए प्रयोग किया गया है?
उत्तर :
इस गद्यांश में ‘बापू’ शाय्द महात्मा गाँधी के लिए प्रयोग किया गया है।
प्रश्न 5.
वचन बदलिए-पत्ता, शिक्षक
उत्तर :
पत्ता-पत्ते, शिक्षक-शिक्षकगण
प्रश्न 6.
आवश्यकता तथा वैज्ञानिक शब्दों में मूल शब्द तथा प्रत्यय अलग करके लिखिए।
उत्तर :
आवश्यकता = आवश्यक + ता,
वैज्ञानिक = विज्ञान + इक
सैंपल गद्यांश 2
(बहुविकल्पीय प्रश्नों पर आधारित)
महामना मदन मोहन मालवीय काशी हिंदू विश्वविद्यालय के प्रणेता तो थे ही, इस युग के आदर्श पुरुष भी थे। वे भारत के पहले और अंतिम व्यक्ति चे, जिन्हें महामना की सम्मानजनक उपाधि से विभूषित किया गया; जैसे-पत्रकारिता, वकालत, समाज सुधार, मातृभाषा तथा भारत माता की सेवा में अपना जीवन अर्पण करने वाले इस महामानव ने जिस विश्वविद्यालय की स्थापना की, उसमें उनकी परिकल्पना ऐसे विद्यार्थियों को शिक्षित करके देश सेवा के लिए तैयार करने की थी, जो देश का मस्तक गौरव से ऊँचा कर सकें। मालवीय जी सत्य, ब्रह्मचर्य, व्यायाम, देशर्भक्ति तथा आत्मत्याग में अद्वितीय थे। इन समस्त आचरणों पर वे केवल उपदेश ही नहीं दिया करते थे, अपितु स्वयं उनका पालन भी किया करते थे। वे अपने व्यवहार में सदैव मृदुभाषी रहे।
प्रश्न 1.
मदन मोहन मालवीय किस शिक्षा संस्था के प्रणेता थे?
(क) विश्व भारती
(ख) काशी हिंदू विश्वविद्यालय
(ग) शांति निकेतन
(घ) प्रयाग विश्वविद्यालय
उत्तर :
(ख) काशी हिंदू विश्वविद्यालय
प्रश्न 2.
मालवीय जी की विश्वविद्यालय स्थापना करने में क्या परिकल्पना थी?
(क) ऐसे विद्यार्थीं शिक्षित करना, जिनका सर्वागीण विकास हो
(ख) ऐसे विद्यार्थी शिक्षित करना, जो देश का मस्तक ऊँचा कर सके
(ग) ऐसे विद्यार्थीं शिक्षित करना, जो देश के लिए आत्मबलिदान दें
(घ) ऐसे विद्यार्थीं शिक्षित करना, जो देश सेवा करके देश को गौरवान्वित करें
उत्तर :
(ख) ऐसे विद्यार्थी शिक्षित करना जो देश का मस्तक ऊँचा कर सकें
प्रश्न 3.
मदन मोहन मालवीय को किस उपाधि से विभूषित किया गया था?
(क) पद्मश्री
(ख) भारत रल
(ग) महामना
(घ) पद्मविभूषण
उत्तर :
(ग) महामना
प्रश्न 4.
लोगों को शिक्षा देने के लिए मदन मोहन मालवीय जी का प्रभावकारी तरीका क्या था?
(क) उनके उपदेश बहुत प्रभावशाली होते थे
(ख) वे स्वयं ब्रहमचर्य का पालन करते थे
(ग) वे उपदेश ही नहीं देते, स्वय पालन भी करते थे
(घ) वे स्नेह से शिक्षा देते थे
उत्तर :
(ग) वे उपदेश ही नहीं देते, स्वयं पालन भी करते थे
प्रश्न 5.
‘अंतिम’ शध्द का विलोम है
(क) अंत
(ख) प्रारंभ
(ग) अनादि
(घ) आदि
उत्तर :
(ख) प्रारंभ
प्रश्न 6.
मालवीय जी व्यवहार में कैसे थे?
(क) कटुभाषी
(ख) मृदुभाषी
(ग) ब्रजभाषी
(घ) ये सभी
उत्तर :
(ख) मृदुभाषी
अभ्यास प्रश्न
अतिलघु उत्तरीय प्रश्न :
गद्यांश 1
यदि यह प्रश्न पूछा जाए कि जंगल का राजा कौन है? तो शायद ही कोई ऐसा हो, जिसे मालूम न हो कि शेर जंगल का राजा है। बहुत पुराने समय से उसे शक्ति और प्रभुत्व का प्रतीक माना जाता है। भारत ने भी उसे अपने राष्ट्रीय चिह्न में स्थान दिया है। वह पशुओं में सबसे अधिक रोबीला और बहादुर होता है। बिल्ली जाति का वह एकमात्र पशु है, जिसके नर की गर्दन दर्शनीय अयाल से सुशोभित रहती है। शेर का शारीरिक गठन, बनावट और आदतें घरेलू बिल्ली के समान होती हैं।
एक समय था, जब बब्बर शेर उत्तरी भारत के अधिकांश मैदानी जंगलों में पाया जाता था, किंतु अब उनकी संख्या काफी कम हो गई है। अपनी निर्भीकता के कारण वह सरलता से मारा गया। भारत में उनके संरक्षण के लिए अभयारण्य बनाए गए। संरक्षित वनों में सभी पशु-पक्षियों को सुरक्षा प्रदान की जाती है। वे निर्भय होकर वन में विचरण कर सकते हैं।
प्रश्न 1.
भारत ने राष्ट्रीय चिह्न में शेर को स्थान क्यों दिया?
उत्तर:
शेर जंगल का राजा है। शेर को पुराने समय से ही शक्ति और प्रभुत्व का प्रतीक माना जाता है, इसलिए भारत ने राष्ट्रीय चिह में ‘शेर’ को स्थान दिया है।
प्रश्न 2.
शेर किन विशेषताओं के कारण अन्य पशुओं से भिन्न है?
उत्तर:
शेर सभी पशुओं में सबसे अधिक रोबीला और बहादुर होता है। शेर बिल्ली जाति का एकमात्र पशु है, जिसके नर की गर्दन में दर्शनीय अयाल होता है। इसलिए शेर अन्य पशुओं से भिन्न है।
प्रश्न 3.
बब्बर शेर कहाँ पाए जाते थे? उनकी संख्या कम होने का क्या कारण है?
उत्तर:
बच्बर शेर उत्तरी भारत के अधिकांश मैदानी भागों में पाए जाते थे। अपनी निर्भीकता के कारण ये सरलता से मारे गए, इसलिए इनकी संख्या काफी कम हो गई है।
प्रश्न 4.
भारत में शेरों की सुरक्षा के लिए क्या प्रयास किया गया?
उत्तर:
तीव्रता से शेरों की संख्या में कमी होते देखकर भारत में अभयारण्य बनाए गए है, जिनमें जीव-जंतुओं को सुरक्षा दी जाती है। इन संरक्षित वनों में शेर निर्भय रूप से विचरण कर सकते हैं।
प्रश्न 5.
‘शारीरिक’ शब्द में मूल शब्द तथा प्रत्यय अलग करके लिखिए।
उत्तर:
शारीरिक = शरीर (मूल शब्द) + इक (प्रत्यय)।
प्रश्न 6.
‘वन’ के दो पर्यायवाची लिखिए।
उत्तर:
वन = अरणय, जंगल।
गद्यांश 2
जिन्हें हम प्यार से बापू कहते हैं, उनका पूरा नाम मोहनदास करमचंद गाँधी था। इनका जन्म 2 अक्टूबर, 1869 को गुजरात के पोरबंदर में हुआ था। इसकी माता का नाम पुतलीबाई और पिता का नाम करमचंद गाँधी था। इनकी माँ बहुत स्नेहमयी तथा धार्मिक विचारों की महिला थीं। पिताजी राजकोट के दीवान थे।
गाँधीजी ने प्रारंभिक शिक्षा भारत में प्राप्त की थी और वकालत की शिक्षा प्राप्त करने इंग्लैंड गए। गाँधीजी सत्य और अहिंसा के पुजारी थे। उन्होंने अंग्रेजों के खिलाफ असहयोग आंदोलन चलाए। उन्हीं की प्रेरणा से हमारा देश 15 अगस्त, 1947 को स्वतंत्र हो सका। उन्हें हम राष्ट्रपिता के नाम से भी जानते हैं। देश को सत्य और अहिंसा की राह दिखाने वाले गाँधीजी की प्रार्थना सभा में गोली मारकर जघन्य हत्या कर दी गई। वे देश के पथ प्रदर्शक थे। आज भी हम भारतवासी उनके बताए मार्ग पर चलने का प्रयत्न करते हैं।
प्रश्न 1.
गाँधीजी की माँ के गुण बताइए।
उत्तर:
गाँधीजी की माँ का नाम पुतलीबाई था। वे बहुत स्नेहमयी तथा धार्मिक विचारो की महिला थीं।
प्रश्न 2.
गाँधीजी का पूरा नाम क्या था? उन्हें हम आज भी किस नाम से जानते हैं?
उत्तर:
गाँधीजी का पूरा नाम मोहनदास करमचंद्य गाँधी था। उन्हें हम आज भी ‘राष्ट्रापिता’ के नाम से जानते हैं।
प्रश्न 3.
भारत को स्वतंत्रता दिलाने में गाँधीजी ने किस प्रकार सहयोग दिया?
उत्तर:
गाँधीजी ने अंग्रेजों के अत्याचारों को देखकर उनके खिलाफ असहयोग आंदोलन चलाए। देशवासियों को सत्य और अहिंसा के मार्ग पर चलकर स्वतंत्रता प्राप्त करने की प्रेरणा दी। वे देश के पथ प्रदर्शक बने।
प्रश्न 4.
उपरोक्त गद्यांश का उचित शीर्षक दीजिए।
उत्तर:
उपरोक्त गद्यांश का उचित शीर्षक ‘राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी’ है।
प्रश्न 5.
‘सत्य’ का विलोम शब्द्द लिखिए।
उत्तर:
सत्य का विलोम शब्द असत्य है।
प्रश्न 6.
‘माँ’ शब्द के दो पर्यायवाची लिखिए।
उत्तर:
माँ = जननी, माता।
गद्यांश 3
सध्यता के आदिकाल में मनुष्य ने पेड़-पौधों के महत्त्व को जान लिया था। यह भी जान लिया था कि पेड़-पौधे केवल नेत्रों को सुख प्रदान करने के लिए नहीं, अपितु प्राणी-जगत के लिए भी आवश्यक हैं। ॠषि-मुनियों ने वृक्षोपासना के लिए मंत्र-पूजा आदि का विधान बनाया। आज भी भारत के प्रांतों में विशेष त्योहारों पर वृक्षों का अत्यधिक महत्त्व है। प्रदूषण को कम करने के लिए यह अच्छा उपाय है कि अधिक-से-अधिक वृक्ष लगाए जाएँ और वायुमंडल को शुद्ध बनाया जाए। बच्चों को चाहिए कि वे वृक्षों के महत्त्व को जानकर अधिक-से-अधिक वृक्ष लगाएँ और प्रदूषण कम करने में हमारे सहायक बनें।
प्रश्न 1.
ॠषि-मुनियों ने वृक्ष उपासना का विधान क्यों बनाया?
उत्तर:
सभ्यता के आदिकाल में ही मनुष्य ने पेड़-पौधों के महत्त्व को समझ लिया। मनुष्य समझ गया कि पेड़ुप्पाधे प्राणी-जगत के लिए आवश्यक हैं, इसलिए ॠणषि-मुनियों ने वृक्ष उपासना का विधान बनाया।
प्रश्न 2.
प्रदूषण कम करने का उपाय बताइए।
उत्तर:
प्रदूषण कम करने के लिए अधिक-से-अधिक वृक्ष लगाने चाहिए। वृक्ष लगाने से ऑक्सौजन की मात्रा बढ़ेगी और प्रदूषण कम होगा।
प्रश्न 3.
वायुमंडल को शुद्ध किस प्रकार बनाया जा सकता है?
उत्तर:
पेड्र-पौधे वायुमडल को शुद्ध करते है, इसलिए वृक्ष के महत्त्व को समझकर अधिक-से-अधिक वृक्ष लगाने चाहिए।
प्रश्न 4.
गद्यांश का उचित शीर्षक दीजिए।
उत्तर:
गद्यांश का उचित शीर्षक है-पेड़-पौधों का महत्त।
प्रश्न 5.
‘विशेष’ तथा ‘अत्यधिक’ शब्दों में से उपसर्ग अलग कीजिए।
उत्तर:
विशेष = वि + शेष
अत्यधिक = अति + अधिक
प्रश्न 6.
‘आवश्यक’ शब्द का विलोम लिखिए।
उत्तर:
आवश्यक – अनावश्यक।
गद्यांश 4
एक चरवाहा रोजाना हरे-भरे पहाड़ पर अपनी बकरियों को चराने ले जाता था। एक भेड़िया हर दूसरे-तीसरे दिन उसकी बकरियों में से एक बकरी को चुपके से खा जाता था, जिससे उसकी बकरियों की संख्या कम होती जा रही थी। भेड़िये की इस धूर्तता से तंग आकर चरवाहे ने बकरियाँ चराना बंद कर दिया। बकरियों ने भी मौत से बचने के लिए बाड़े में कैद रहकर जुगाली करते रहना ही श्रेष्ठ समझा। एक युवा बकरी को यह बंधन पसंद नहीं आया। अत्याचारी से यों कब तक प्राणों की रक्षा की जा सकेगी? वह पहाड़ से उतरकर किसी दिन जड़े में भी कूद सकता है।
प्रश्न 1.
बकरियों की संख्या कम होने का क्या कारण था?
उत्तर:
चरवाहा जब हरे-भरे पहाड़ पर अपनी बकरियों को चराने ले जाता, तब एक भेडिया चुपके से एक बकरी को ख्वा जाता था, इसलिए बकरियों की संख्या कम हो रही थी।
प्रश्न 2.
चरवाहे ने बकरियाँ चराना क्यों बंद कर दिया?
उत्तर:
बकरियों की संख्या धीरे-धीरे कम होने के कारण भेडिये से परेशान होकर चरवाहे ने अपनी बकरियाँ चराना बंद कर दिया।
प्रश्न 3.
बकरियों ने मरने से बेहतर क्या समझा?
उत्तर:
बकरियों को पहाइड पर चरने जाने से भेड़िये द्वारा मारे जाने का भय था। उन्होने बाड़े में कैद रहकर जुगाली करते रहना ही बेहतर समझा।
प्रश्न 4.
युवा बकरी को बाड़े में रहना क्यों पसंद नहीं आया?
उत्तर:
युवा बकरी स्वतंत्र रहना चाहती थी। उसे लगता था कि भेड़िया किसी भी दिन बाड़े में आ सकता है। उसे भय के साथ जीवन जीना पसंद नहीं आया।
प्रश्न 5.
‘रक्षा’ शब्द से नया शब्द बनाइए।
उत्तर:
रक्षा = सु + रक्षा (सुरक्षा)
प्रश्न 6.
‘पसंद’ शब्द का विलोम लिखिए।
उत्तर:
पसंद – नापसंद।
गद्यांश 5
पहाड़ी गाँवों में अकसर बाघ का डर बना रहता है। जंगल कटने के कारण शिकार की तलाश में बाध कभी-कभी गाँव तक पहुँच जाता है। गेंवली गाँव में एक बार यही हुआ। बाघ ने गाँव में घुसकर एक गाय को मार डाला।
सुबह होते ही यह खबर पूरे गाँव में फैल गई। गाँव के लोग डर गए कि यह बाघ कहीं फिर से आकर दूसरे पालतू जानवरों और किसी आदमी को ही अपना शिकार न बना ले। गाँव के लोग गोपाल आश्रम गए और उन लोगों ने मीरा बहन को अपनी चिंता बताई।
मीरा बहन ने सभी गाँव के लेगों को आश्वस्त करते हुए कहा, “हम सभी गाँव के लोग एक योजना बनाने जा रहे हैं, जिससे हम बाघ को अपने चंगुल में फँसा सके।” सभी लोग मीरा बहन के सुझाव से सहमत हो गए और लोगों ने बाच को पकड़ने में मीरा बहन का साथ दिया और एक दिन बाघ गाँव के लोगों के बनाए गए जाल में फँस ही गया। इस तरह लोगों का डर भी कप हो गया। इसी प्रकार लोग अब गाँव में स्वतंत्र होकर घूमने लगे।
प्रश्न 1.
उपरोक्त गद्यांश में किस गाँव का उल्लेख या गया है और यहाँ किसका डर बना रहता है?
उत्तर:
उपरोक्त गद्यांश में गेंवली गाँव का उल्लेख किया गया है और यहाँ बाष का डूर बना रहता है।
प्रश्न 2.
उपरोक्त गद्यांश के आधार पर बताइए कि किस कारण बाघ गाँव तक पहुँच जाता है?
उत्तर:
जंगल कटने के कारण शिकार की तलाश में बाघ गाँव तक पहुँच जाता है।
प्रश्न 3.
पूरे गाँव में क्या खबर फैल गई थी?
उत्तर:
पूरे गाँव में यह खबर फैल गई कि बाघ ने गाँव में घुसकर एक गाय को मार डाल।।
प्रश्न 4.
गाँव के लोगों ने किसे अपनी चिंता बताई?
उत्तर:
गाँव के लोगों ने मीरा बहन को अपनी चिंता बताई।
प्रश्न 5.
‘साधु-संतों की कुटी’ वाक्यांश के लिए एक शब्द लिखिए।
उत्तर:
‘साधु-संतो की कुट्टी’ वाक्यांश के लिए एक शब्द ‘आश्रम’ है।
प्रश्न 6.
‘पहाड़ी’ शब्द में कौन-सा प्रत्यय है?
उत्तर:
पहाड़ी शब्द में ‘ई’ प्रत्यय है।
गद्यांश 6
28 मई, 2023 को भारत के प्रधानमंत्री ने देश के नए संसद भवन का उद्घाटन किया, जो पुनर्निर्मित सेंट्रल विस्टा परियोजना का हिस्सा है। आर्किटेक्ट बिमल पटेल द्वारा डिजाइन किए गए नए संसद भवन का निर्माण वर्ष 2019 में शुरू हुआ।
नया संसद भवन आकार में त्रिकोणीय है। यह ऐसा इसलिए है, क्योंकि जिस भूखंड पर यह बना है, वह त्रिकोणीय है। नए संसद भवन का स्वरूप विभिन्न धमों में पाई जाने वाली पवित्र ज्यामिति से प्रभावित है। इसका डिजाइन और सामग्री पुरानी संसद के पूरक है, साथ ही दोनों भवनों का एक परिसर है।
नए लोकसभा कक्ष में एक मोर विषयवस्तु को अपनाया गया है, जिसमें दीवारों और छत पर राष्ट्रीय पक्षी के पंखों के समान नक्काशीदार डिजाइन तैयार किए गए है, जो टील कपिंट से सुसज्जित है। लोकसभा कक्ष में वर्तमान में 543 के बजाय 888 सीटें हैं, जिनकी क्षमता बढ़कर 1,272 हो जाएगी। सेंट्रल हॉल के अभाव में लोकसभा का उपयोग दोनों सदनों की संयुक्त बैठक हेतु किया जाएगा।
नए भवन में एक संविधान सभागार बनाया गया है, जहाँ भारतीय लोकतंत्र की यात्रा का दस्तावेजीकरण किया गया है। मूल रूप से वर्ष 1993 में संसद के मुख्य द्वार पर स्थापित की गई महात्मा गाँधी की 16 फुट ऊँची काँस्य प्रतिमा को पुराने और नए भवनों के बीच स्थानांतरित कर दिया गया है।
प्रश्न 1.
नए संसद भवन का उद्घाटन किसने किया?
(क) भारत के राष्ट्रपति
(ख) भारत के प्रधानमंत्री
(ग) भारत के वित्तमंत्री
(घ) भारत के अध्यक्ष
उत्तर:
(ख) भारत के प्रधानमंत्री
प्रश्न 2.
नए संसद भवन का निर्माण किस वर्ष शुरू हुआ?
(क) वर्ष 2017
(ख) वर्ष 2018
(ग) वर्ष 2019
(घ) वर्ष 2020
उत्तर:
(ग) वर्ष 2019
प्रश्न 3.
गद्यांश के अनुसार वर्तमान में लोकसभा कक्ष में 543 के बजाय कितनी सीटें हैं?
(क) 888
(ख) 250
(ग) 384
(घ) 848
उत्तर:
(क) 888
प्रश्न 4.
किसकी 16 फुट ऊँची काँस्य प्रतिमा को पुराने और नए भवनों के बीच स्थानांतरित किया गया है?
(क) लालबहादुर शास्त्री
(ख) मदन मोहन मालवीय
(ग) जवाहरलाल नेहरू
(घ) महात्मा गाँधी
उत्तर:
(घ) महात्मा गाँधी
प्रश्न 5.
लोकसभा कक्ष में दीवारों और छत पर किसके पंखों के समान नक्काशीदार डिजाइन तैयार किए गए हैं?
(क) तोता
(ख) मोर
(ग) गिद्ध
(घ) कौआ
उत्तर:
(ख) मोर
प्रश्न 6.
‘नए’ का विलोम शब्द क्या होगा?
(क) नया
(ख) चमकदार
(ग) पुराना,
(घ) पुरातत्व
उत्तर:
(ग) पुराना
गद्यांश 7
G20 (ग्रुप ऑफ ट्वेंटी) विश्व की 20 प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंक के गवर्नरों का एक संगठन है, जिसमें 19 देश (अर्जेटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, कोरिया गणराज्य, मैक्सिको, रूस, सकदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्की, यूनाइटेड किगडम और संयुक्त राज्य अमेरिका) और यूरोपीय संघ शामिल हैं। G20 फोरम की स्थापना वर्ष 1999 में अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक सहयोग और विकास से संबंधित नीतिगत मुद्दों पर चर्चा और उनका समाधान करने के लिए की गई थी। G20 सदस्य वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद का लगभग 85 %, वैश्विक् व्यापार का 75 % से अधिक और विश्व जनसंख्या का लगभग दो-तिहाई प्रतिनिधित्व करते हैं।
G20 की अध्यक्षता प्रत्येक वर्ष सदस्यों के बीच बदलती रहती है। अध्यक्षता करने वाला देश पिछले और अगले राष्ट्रपति पद धारकों के साथ मिलकर, G20 एजेंडा की निरंतरता सुनिश्चित करने के लिए ‘ट्रोइका’ बनाता है। G20 की अब तक कुल 17 बैठक हो चुकी हैं। 18 वे G20 की प्रेसीडेंसी भारत को सौंपी गई थी। भारत में G20 शिखर सम्मेलन 9 -10 सितंबर 2023 को नई दिल्ली में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में संपन्न हुआ है।
भारत की G20 अध्यक्षता की थीम ‘वसुधैंव कुटुंबकम्’ थी, जिसका अर्थ है- एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य। G20नई दिल्ली शिखर सम्मेलन में अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, कनाडा, इटली, सऊदी अरब, अर्जोटीना समेत दुनिया के तमाम शक्तिशाली देशों के राष्ट्राध्यक्ष शामिल हुए थे। भारत के पास 1 दिसंबर, 2022 से 30 नवंबर, 2023 तक G20 की अध्यक्षता है। इसके बाद वर्ष 2024 में 19 वें G20 की अध्यक्षता ब्राजील के पास होगी?
प्रश्न 1.
G20 का अर्थ है
(क) 20 देशों का संगठन
(ख) विश्व की 20 प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के वित्त मंत्रियों और केद्रीय बैंक के गवर्नरों का एक संगठन
(ग) बड़े-बड़े देशों का संगठन
(घ) विश्व के उच्च वर्गीय लोगों का संगठन
उत्तर:
(ख) विश्व की 20 प्रमुख अथवब्यवस्थाओं के वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंक के गवर्नरों का एक संगठन
प्रश्न 2.
G20 में कितने देश शामिल हैं?
(क) 19
(ख) 17
(ग) 18
(घ) 20
उत्तर:
(क) 19
प्रश्न 3.
G20 फोरम की स्थापना किस वर्ष की गई?
(क) वर्ष 1996
(ख) वर्ष 1997
(ग) वर्ष 1998
(घ) वर्ष 1999
उत्तर:
(घ) वर्ष 1999
प्रश्न 4.
18 वाँ G20 शिखर सम्मेलन भारत में कब और कहाँ संपन्न हुआ?
(क) 7.8 सितंबर, अहमदाबाद
(ख) 8.9 सितंबर, मुंबई
(ग) 9.10 सितंबर, नई दिल्ली
(घ) 10-11 सितंबर, कोलकाता
उत्तर:
(ग) 9.10 सितंबर, नई दिल्ली
प्रश्न 5.
‘वसुधैव’ शब्द का संधि विच्छेद्द क्या होगा?
(क) वसुध + ऐव
(ख) वसुधा + एव
(ग) वसुध + एव
(घ) वसुधम् + एव
उत्तर:
(ख) वसुधा + एव = वसुधैव
प्रश्न 6.
नीचे दिए गए शब्दों में से शुद्ध शब्द का चयन कीजिए
(क) केंद्रिय
(ख) वैश्वौक
(ग) भविष्य
(घ) शक्तिशालि
उत्तर:
(ग) भविष्य
गद्यांश 8
एक व्यापारी अपने ग्राहक को शहद बेच रहा था, तभी अचानक व्यापारी के हाथ से फिसलकर शहद का बर्तन गिर गया। बहुत-सा शहद भूमि पर बिखर गया। जितना शहद ऊपर-ऊपर से उठाया जा सकता था, उतना व्यापारी ने उठा लिया, परंतु कुछ शहद फिर भी जमीन पर गिरा रह गया। कुछ ही देर में बहुत-सी मक्खियाँ उस जमीन पर गिरे हुए शहद पर आकर बैठ गई। उन्हें शहद बहुत अच्छा लगा। वे जल्दी-जल्दी से उसे चाटने लगी। जब तक उनका पेट भर नहीं गया, शहद चाटती रहीं।
जब मक्लियों का पेट भर गया और उन्होंने उड़ना चाहा, तो उड़ न सकी, क्योंकि उनके पंख शहद में चिपक गए थे। उड़ने के लिए उन्होंने बहुत कोशिश की, परंतु वह फिर भी उड़ न पाई। वे जितना छटपटाती उनके पंख उतने चिपकते जाते। उनके सारे शरीर में शहद लगता जाता। काफी मक्खियाँ शहद में लोट-पोट होकर मर गई। बहुत-सी मक्खियाँ पंख चिपकने से छटपटा रही थी, परंतु तब भी नई मक्खियाँ शहद के लालच में वहाँ आती रहीं। मरी और छटपटाती मक्सियों को देखकर भी वह शहद खाने का लालच नहीं छोड़ पाई।
प्रश्न 1.
शहद जमीन पर गिरा क्यों रह गया?
(क) व्यापारी द्वारा शहद बेचने के कारण
(ख) व्यापारी के हाथ से फिसलकर बर्तन गिर गया
(ग) व्यापारी से जितना शहद कपर-ऊपर से उठाया गया उतना उठ: लिया
(घ) मक्वियों से शहद बिखर गया।
उत्तर:
(ग) व्यापारी से जितना शहद ऊपर-ऊपर से उठाया गया उतना उठा लिया
प्रश्न 2.
मक्खियाँ कब तक शहद को चाटती रहीं?
(क) जब तक व्यापारी नहीं आया
(ख) जब तक उनका पेट नहीं भरा
(ग) जब तक उन्हें उड़ाया नहीं गया
(घ) जब तक शहद समाप्त न हुआ
उत्तर:
(ख) जब तक उनका पेट नहीं भरा
प्रश्न 3.
मक्खियों के सारे शरीर में शहद किस प्रकार लग गया?
(क) छटपटाते समय पंख्ख चिपकने से
(ख) शहद पेट भर खाने से
(ग) व्यापारी ने शहाद शरीर पर लगा दिया
(घ) शहद बिखरने के कारण
उत्तर:
(क) छठटपटाते समय पंख चिपकने से
प्रश्न 4.
कहानी का उचित शीर्षक हो सकता है
(क) मक्ली
(ख) लालची मक्खियाँ
(ग) व्यापारी
(घ) टूटे पंख
उत्तर:
(ख) लालची मक्खियाँ
प्रश्न 5.
‘जमीन’ शब्द का विलोम है
(क) जमीं
(ख) भूमि
(ग) धरती
(घ) आसमान
उत्तर:
(घ) आसमान
प्रश्न 6.
‘मक्खियाँ शब्द का वचन बदलिए
(क) मक्खियों
(ख) मक्ख़ी
(ग) मक्खि
(घ) मक्खीयों
उत्तर:
(ख) मक्खी
गद्यांश 9
शहर से दूर एक तालाब था। तालाब के पास बहुत दलदल था, जिसमें दो मेंढक बड़े आनंदपूर्वक रहते थे। उन्हें न किसी बात की चिता थी, न ही किसी से कोई शिकायत। बड़े संतोष और निश्चितता से दोनों का जीवन कट रहा था। गर्मियों के दिन आ गए। धीरे-धीरे तालाब के पास का दलदल सूखने लगा और एक दिन वह दलदल पूर्णत: सूख गया। दोनों मेंढकों को चिता हुई कि अब वे अपना आवास कहाँ बनाएँ? दोनों विवश होकर वह स्थान छोड़कर नए आवास की तलाश में एक कुएँ के निकट पहुँचे। दोनों कुएँ के किनारे बैठे थे, उन्होने भीतर झाँका।
कुएँ में पानी ऊपर तक भरा हुआं था। पानी देखकर एक मेंठक खुशी से झूमता हुआ अपने मित्र से बोला- “देखो! कुएँ में कितना पानी है। यह हमारे लिए उचित स्थान होगा। सुरक्षित भी है। आओ! इसके भीतर चले।” दूसरा मेंढक बुद्धिमान था। उसने बुद्धिमत्ता का परिचय देते हुए कहा-“भैया! इतनी जल्दबाजी अच्छी नहीं। हमें पुराना घर दलदल सूखने पर छोड़ना पड़ा था। हम यहाँ रहने लगे और कुएँ का पानी सूख गया तो हम बाहर कैसे आऐंगे?” दूसरे मेंढक की बात सुन पहला मेंढक बहुत शर्मिंदा हुआ।
प्रश्न 1.
गर्मी के दिनों में ऐसा क्या हुआ कि मेंढक चितित हुए?
(क) दलदल गीला हो गया
(ख) दलदल बढ़ गया
(ग) दलदल सूख गया
(घ) इनमें से कोई नही
उत्तर:
(ग) दलदल सूख गया
प्रश्न 2.
दोनों मेंढक कुएँ के निकट क्यों गए?
(क) नए आवास की तलाश में
(ख) कुआँ देखने
(ग) चिता के कारण
(घ) भ्रमण के लिए
उत्तर:
(क) नए आवास की तलाश में
प्रश्न 3.
दूसरे मेंढक को कुआँ रहने के लिए उचित क्यों नहीं लगा?
(क) कुएँ में बहुत पानी था
(ख) कुएँ का पानी सूखने पर बाहर निकलना कठिन था
(ग) अन्य मेंदक वहाँ आ जाते
(घ) कुएँ में भोजन की समस्या होती
उत्तर:
(ख) कुएँ का पानी सूखने पर बाहर निकलना कठिन था
प्रश्न 4.
दूसरे मेंढक की मुख्य विशेषता बताएँ
(क) वह चालाक था
(ख) पहले की अपेक्षा छोटा था
(ग) वह पहले मेंढ़क की अपेक्षा युद्धिमान था
(घ) वह जल्दबाज था
उत्तर:
(ग) वह पहले मेंढक की अपेक्षा वुद्धिमान था
प्रश्न 5.
‘नया’ शब्द का विलोम है
(क) नवीन
(ख) पुराना
(ग) आधुनिक
(घ) नवीनतम
उत्तर:
(ख) पुराना
प्रश्न 6.
‘आवास’ शब्द का पर्यायवाची नहीं है
(क)
(ख) गृह
(ग) सदन
(घ) विपिन
उत्तर:
(घ) विपिन
गद्यांश 10
बरगद का बहुत पुराना पेड़ था। पेड़ बहुत घना था और पत्तों से लदा था। उस पर एक घोंसला था, जिसमें कौवे का एक जोड़ा रहता था। दुर्भाग्य से उसी पर एक नाग भी रहता था। मादा कौवा जब भी अंडा देती और कौवे का जोड़ा जब पेड़ से दूर जाते, तभी नाग ऊपर आता और घोंसले में रखा अंडा खा जाता। कौवे जब वापस आते तो बहुत दुःखी होते। कई बार ऐसा होने पर उन्होने नाग से मुक्ति पाने का निर्णय लिया।
कौवे ने अपने मित्र सियार को पूरी बात बताई। मित्र सियार ने कौवे से कहा, “तुम राजमहल जाओ, वहाँ से बहुमूल्य वस्तु लाकर नाग के बिल में फेंको।” कौवा राजमहल गया और रानी के कमरे से कीमती हार चुराया। रानी ने उसे देख लिया और नौकर को कौवे से हार वापस लेने भेजा। नौकर कौँवे के पीछे-पीछे जंगल की ओर गया। कौए ने पेड़ के पास पहुँचकर रानी का हार नाग के बिल में फेंक दिया। नौकर ने देख लिया और बिल से हार लेने के लिए उसमें रहने वाले नाग को मार दिया। नौकर ने बिल से हार वापस ले लिया। इस प्रकार कौवे के जोड़े को नाग से मुक्ति मिल गई।
प्रश्न 1.
कौवे की परेशानी का क्या कारण था?
(क) नाग ऊपर आ जाता था
(ख) नाग अंडा देख लेता था
(ग) नाग अंडा खा लेता था
(ब) नाग घौंसले में आता था
उत्तर:
(ग) नाग अंडा खा लेता है
प्रश्न 2.
कौवे ने सियार को अपनी बात क्यों बताई?
(क) नाग को ले जाने के लिए
(ख) नाग से मुक्ति पाने के लिए
(ग) नाग से मित्रता कराने के लिए
(ब) नाग को बुलवाने के लिए
उत्तर:
(ख) नाग से मुक्ति पाने के लिए
प्रश्न 3.
नौकर कौवे के पीछे क्यों गया?
(क) राजमहल में वापस लाने के लिए गया
(ख) रानी का हार कौवे ने चुराया था, उसे लेने
(ग) रानी ने डाँटा था
(घ) कौवे को बुलाने
उत्तर:
(ख) रानी का हार कौवे ने चुराया था, उसे लेने
प्रश्न 4.
नौकर को हार वापस कैसे मिला?
(क) बिल में रहने वाले नाग को मारकर
(ख) बिल के अंदर जाकर
(ग) नाग ने हार स्वयं दे दिया
(घ) कौए ने हार नौकर को दे दिया
उत्तर:
(क) बिल में रहने वाले नाग को मारकर
प्रश्न 5.
‘दुर्भाग्य’ का विलोम शब्द है
(क) दुरात्मा
(ख) सुभाग्य
(ग) सौभाग्य
(घ) इइनमें से कोई नहीं
उत्तर:
(ग) सौभाग्य
प्रश्न 6.
‘मित्र’ शब्द का पर्यायवाची है
(क) दोस्त
(ख) समीर
(ग) मित्र
(घ) मैत्री
उत्तर:
(क) दोस्त