CBSE Class 6 Hindi Grammar कारक

CBSE Class 6 Hindi Vyakaran कारक

कारक की परिभाषा

संज्ञा या सर्वनाम के जिस रूप से उसका संबंध वाक्य के अन्य शब्दों से जाना जाता है, उसे कारक कहते हैं। कारक को प्रकंट करने के लिए संज्ञा तथा सर्वनाम के साथ जो चिह्न लगाए जाते हैं, उन्हें कारक चिह्न या परसर्ग कहा जाता है।

कारक कारक चिह्न
कर्ता ने
कर्म को
करण से/के द्वारा
संप्रदान को/के लिए
अपादान से (अलग होना)
संबंध का, के, की, रा, रे, री
अधिकरण में, पर
संबोधन हे !,अरे !,ओ!

कारक के भेद

कारक के आठ भेद होते हैं

कर्ता कारक

किसी क्रिया को करने वाला कर्ता कारक कहलाता है। कर्ता वाक्य का अनिवार्य अंग है, जिसके बिना क्रिया नहीं होती है। कर्ता कारक का चिह्न ‘ने’ होता है। इसकी पहचान कौन, किससे तथा किसने प्रश्न करने पर प्राप्त उत्तर द्वारा की जाती है।
जैसे-

  • पक्षी उड़ गए।
  • किसान ने फसल काट ली।

इन वाक्यों में रेखांकित अंश क्रिया को कर रहे हैं, इसलिए ये कर्ता कारक हैं।

कर्म कारक

वाक्य में क्रिया का फल जिस संज्ञा या सर्वनाम पर पड़ता है, उसे कर्म कारक कहते हैं। कर्म कारक का चिह्न को है। इसकी पहचान क्या, किसे, किसको प्रश्न करने पर प्राप्त उत्तर द्वारा की जाती है।
जैसे

  • बच्चा दूध पीता है।
  • श्रीकृष्ण ने कंस को मारा।

इन वाक्यों में रेखांकित अंशों पर क्रिया का फल पड़ रहा है, इसलिए ये कर्म कारक हैं।

करण कारक

जिस साधन द्वारा क्रिया संपन्न की जाती है, उसे करण कारक कहते हैं। इस कारक के चिह्न से, के द्वारा हैं। इसकी पहचान किससे प्रश्न करने पर प्राप्त उत्तर द्वारा की जा सकती है।
जैसे-

  • वह कार से ऑंफिस आता है।
  • चित्रकार ने ब्रश से चित्र बनाया।

इन वाक्यों में क्रमश: कार व ब्रश जैसे साधनों से क्रिया संपन्न की जा रही है। अत: ये करण कारक हैं।

संप्रदान कारक

कर्ता जिसके लिए क्रिया करता है, उसे संप्रदान कारक कहते हैं। इस कारक के चिह्ह को, के लिए हैं। इसकी पहचान किसको या किसके लिए प्रश्न करने पर प्राप्त उत्तर द्वारा की जा सकती है।
जैसे-

  • माँ बच्चे को फल देती है।
  • वह अपने पुत्र के लिए फल लाया।

इन वाक्यों में क्रमशः बच्चे व पुत्र के लिए क्रियाएँ की जा रही हैं। अत: ये संप्रदान कारक हैं।

अपादान कारक

संज्ञा या सर्वनाम के जिस रूप से क्रिया से अलग होना पाया जाता है, वह अपादान कारक होता है। इस कारक के अंतर्गत घृणा, डर, तुलना आदि का भाव भी आता है। इस कारक का चिह से है। इसकी पहचनान कहाँ से प्रश्न करने पर प्राप्त उत्तर द्वारा की जा सकती है।
जैसे-

  • में आगरा से आ रहा हूँ।
  • घुड़सवार घोड़े से गिर पड़ा।

इन वाक्यों में क्रमश: आगरां व घोड़े शब्दों से अलग होने का भाव प्रकट हो रहा है। अत: ये अपादान कारक हैं।

संबंध कारक

संज्ञा या सर्वनाम के जिस रूप से उसका संबंध अन्य शब्दों से बताया जाए, उसे संबंध कारक कहते हैं।
इस कारक के चिह् का, की, के, रा, री, रे आदि है। इसकी पहचान किसका, किसकी, किसके लगाकर प्रश्न करने पर प्राप्त उत्तर द्वारा की जा सकती है।
जैसे-

  • यह विद्यालय हमारा है।
  • यह गाँधीजी का आश्रम है।

इन वाक्यों में विद्यालय का संबंध ‘हमारा’ से और आश्रम का ‘गाँधीजी’ से है। अतः ये संबंध कारक हैं।

अधिकरण कारक

जिस संज्ञा या सर्वनाम से क्रिया के होने के स्थान की जानकारी मिलती है, उसे अधिकरण कारक कहते हैं।
अधिकरण कारक के चिह्न में, पर हैं। इसकी पहचान कहाँ प्रश्न करने से प्राप्त उत्तर द्वारा की जा सकती है।
जैसे –

  • बंदर पेड़ पर बैठा है।
  • उद्यान में फूल खिले, हैं।

इन वाक्यों में क्रिया होने का स्थान ‘पेड़’ व ‘उद्यान’ है। अतः ये अधिकरण कारक हैं।

संबोधन कारक

किसी को पुकारने या सावधान करने के लिए संबोधन कारक का प्रयोग होता है। इस कारक के चिह्ह हे!, अरे! आदि हैं। इसकी पहचान शब्द के साथ लगे विस्मयादिबोधक चिह्न को देखकर की जाती है।
जैसे

  • अरे सुमन! इधर आना।
  • हे भगवान! मेरे दु:ख दूर कीजिए।

उपरोक्त वाक्यों के रेखांकित अंश संबोधन कारक हैं।

कारक से संधित मुख्य बातें

कर्म कारक का चिज को मुख्यतः प्राणीवाधक संज्ञा (कमी) के साथ प्रयुक्त होता है, अप्राणिवाचक सेत (कर्म) के साथ नहीं; वैसे-

  • राधा ने मोहन को पीट दिया। (‘मोहन’ प्राणीवाचक)
  • राधा ने पत्र लिखा। (‘पत्र’ अम्राणिवाचक)

करण कारक तथा अपादान कारक दोनों मैं चिह्ह ‘से’ का मयोग होता है, परंतु करण कारक में ‘से’ किसी सायन या माध्यम का बोच कराता है, जबकि अपादान कारक में ‘से’ अलगाव, उर, भय, तुलना आयि का बोध कराता है, जैसे-

  • में कल स्कूल गाड़ी से गया (‘गाड़ी से’ साघन या माध्यम-करण कारक)
  • मानव आज साइकिल से गिर गया। (‘साइकिल से’ अलगाक्अपादान कारक)

अभ्यास-प्रश्न

निम्नलिखित प्रश्नों के दिए गए विकल्पों में से सही विकल्प छाँटिए

प्रश्न 1.
कारक के कितने भेद होते हैं?
(क) दो
(ख) तीन
(ग) चार
(घ) आठ
उत्तर:
(घ) आठ

प्रश्न 2.
करण कारक की पह्नचान किस प्रश्न का उत्तर मिलने पर होती है?
(क) क्या
(ख) कौन
(ग) किससे
(घ) कब
उत्तर:
(ग) किससे

प्रश्न 3.
कर्ता कारक में कौन-सा कारक चिह्ह लगता है?
(क) ने
(ख) का
(ग) को
(घ) के
उत्तर:
(क) ने

प्रश्न 4.
अधिकरण कारक में कौन-सा परसर्ग लगता है?
(क) से
(ख) में, पर
(ग) के द्वारा
(घ) को
उत्तर:
(ख) में, पर

प्रश्न 5.
संबंध कारक का प्रयोग कब किया जाता है?
(क) दो शब्दों में संबंध बताने के लिए
(ख) दो वाक्यों में संबंध बताने के लिए
(ग) चार वर्गों के बीच संबंध बताने के लिए
(घ) दो मात्राओं के बीच संबंध बताने के लिए
उत्तर:
(क) दो शब्दों में संबंध बताने के लिए

निम्नलिखित वाक्यों की पूर्ति के लिए विकल्पों से सही कारक चिह्य का चयन कीजिए

प्रश्न 1.
राम …… सारे फूल तोड़ डाले।
(क) में
(ख) से
(ग) ने
(घ) का
उत्तर:
(ग) ने

प्रश्न 2.
मैं कल राधा …….. मिलने गया था।
(क) का
(ख) से
(ग) में
(घ) पर
उत्तर:
(ख) से

प्रश्न 3.
यह्न केवल भिखारी ……. है।
(क) में
(ख) के लिए
(ग) ने
(घ) अरे
उत्तर:
(ख) के लिए

प्रश्न 4.
कनिष्क ……. भाई अब यहाँ नहीं रहता।
(क) का
(ख) की
(ग) में
(घ) पर
उत्तर:
(क) का

प्रश्न 5.
उस छत …….. मत जाना।
(क) को
(ख) से
(ग) में
(घ) पर
उत्तर:
(घ) पर

रिक्त स्थानों की पूर्ति उचित कारक चिह्नों द्वारा कीजिए

में, से, के लिए, ने, पर, अरे!, के
(क) आकाश …… तारे चमक रहे हैं।
(ख) राहुल बस …….. घर वापस आया।
(ग) कविता …… पाठ याद कर लिया।
(घ) मैंने पिताजी ……. उपहार खरीदा।
(ङ) ……. इतना क्यों बोलते हो?
(च) बच्चे झूले ……..
(छ) रात्रि ……. समय चाँद निकलता है।
उत्तर:
(क) में
(ख) से
(ग) ने
(घ) के लिए
(ङ) अरे!
(च) पर
(घ) के

नीचे दिए गए वाक्यों में सही (✓) और गलत (✗) का निशान लगाइए

(क) हिंदी कारकों की संख्या आठ है।
उत्तर:
(✓)

(ख) कर्ता कारक का चिह्र ‘को’ है।
उत्तर:
(✗)

(ग) कारक चिह्ह को परसर्ग भी कहते हैं।
उत्तर:
(✓)

(घ) अधिकरण कारक का चिह ‘से’ है।
उत्तर:
(✗)

(ङ) कारक संज्ञा तथा सर्वनाम का संबंध दर्शाने का कार्य करते हैं।
उत्तर:
(✓)

नीचे लिखे वाक्यों में रेखांकित शब्दों के कारक भेद बताइए

(क) किसान के परिश्रम से अच्छी पैदावार हुई।
(ख) पक्षी आकाश में उड़ रहे हैं।
(ग) कविता ने अपने जन्म दिन पर केक बनाया।
(घ) अध्यापक की नौकरी के लिए कई उम्मीदवार थे।
(ङ) अरे! बालक तुम चुपचाप क्यों बंठे हो?
उत्तर:
(क) संबंध कारक, करण कारक
(ख) अधिकरण कारक
(ग) कर्ता कारक, अधिकरण कारक
(घ) संबंध कारक, संप्रदान कारक
(ङ) संबोधन कारक

नीचे दिए गए वाक्यों में गचित परसर्ग लगाकर वाक्य को पुनः लिखिए

(क) यह पुस्तक मालिनी दे दो।
(ख) अंजना माँ विद्यालय पढ़ाती है।
(ग) बच्चा साइकिल गिर पड़ा।
(घ) मेरे घर चार बड़े कमरे हैं।
(ङ) नेताजी लोगों भाषण दिया।
उत्तर:
(क) यह पुस्तक मालिनी को दे दो।
(ख) अंजना की माँ विय्यालय में पढ़ाती है।
(ग) बच्चा साइकिल से गिर पड़ा।
(घ) मेरे घर में चार बड़े कमरे है।
(ङ) नेताजी ने लोगों को भाषण दिया।

जोड़े बनाइए

(i) अधिकरण कारक – (क) हे!, अरे!
(ii) संबोधन कारक – (ख) ने
(iii) संप्रदान कारक – (ग) को
(iv) कर्ता कारक – (घ) में, पर
(v) कर्म कारक – (ङ) के लिए
उत्तर:
(i) अधिकरण कारक – (घ) में, पर
(ii) संबोधन कारक – (क) हे!, अरे!
(iii) संप्रदान कारक – (ङ) के लिए
(iv) कर्ता कारक – (ख) ने
(v) कर्म कारक – (ग) को

नीचे लिखे वाक्यों में कारक चिह्न छाँटकर लिखिए

(क) राजीव का मित्र मेरा भाई है। ________
(ख) तुम दिल्ली बस से जा रहे हो। ________
(ग) आज गुप्ता जी खाने पर आ रहे हैं। ________
(घ) राधिका ने सुंदर गीत गाया। ________
(ङ) वह मेरे पिताजी से बहुत डरता है। ________
उत्तर:
(क) का
(ख) से
(ग) पर
(घ) ने
(ख) से

दिए गए कारक चिह्नों को वाक्य बनाकर स्पष्ट कीजिए
से (अलगाव), से (साघन), को (देने का भाष)
उत्तर:
(से) अलगाव – वह छत से कूद पड़ा।
(से) साधन – मैं तो बस से जाऊक्रिगा।
(को) देने का भाव – यह पुस्तक राम को दे दो।

नीचे दिए गए प्रश्नों के संक्षिप्त उत्तर दीजिए

(i) कारक किसे कहते हैं? उदाहरण सहित बताइए।
(ii) कारक के भेदों को उदाहरण देकर स्पष्ट कीजिए।
(iii) कारक चिहों को क्या कहते हैं?
(iv) कर्म कारक और संप्रदान कारक की परिभाषा देते हुए उदाहरण भी लिखिए।
(v) करण कारक और अपादान कारक का अंतर उदाहरण सहित समझाइए।

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