CBSE Class 6 Hindi Vyakaran भाषा, बोली, लिपि और व्याकरण
भाषा
भाषा द्वारा हम न केवल अपने विचार प्रकट करते हैं अपितु दूसरे के विचार भी जान सकते हैं। इस प्रकार नए विचार जन्भ लेते हैं तथा भाषा का विकास होता है। भाषा शब्द की उत्पत्ति ‘भाष’ धातु से हुई है, जिसका अर्थ है-वाणी या बोलना। वाणी द्वारा उच्चारित सार्थक ध्वनियाँ ही भाषा का आधार होती हैं।
मनुष्य द्वारा अपने विचारों के परस्पर आदान-प्रदान के माध्यम को भाषा कहते हैं।
भाषा द्वारा हम अपने विचारों को दो प्रकार से अभिव्यक्त करते हैं-बोलकर व लिखकर।
भाषा के रूप
1. मौखिक भाषा
मौखिक भाषा में हम विचारों को बोलकर व्यक्त करते हैं। वार्तालाप, वाद-विवाद, कविता पाठ, भाषण, नाटक, फिल्म, संगीत आदि में हम भाषा के मौखिक रूप का प्रयोग करते हैं।
2. लिखित भाषा
लिखित भाषा में हम अपने विचारों का आदान-प्रदान लिखकर या पढ़कर करते हैं। लिखित भाषा का प्रयोग पुस्तकों, समाचार-पत्रों, पत्रिकाओं, सूचना-पट्ट आदि में किया जाता है। मौखिक और लिखित भाषा द्वारा हम भाषा के चार कौशल सीखते हैं।
मौखिक भाषा में जहाँ बोलना तथा सुनना महत्त्वपूर्ण है, वहीं लिखित भाषा में पढ़ना तथा लिखना महत्त्वपूर्ण है।
भाषा का सांकेतिक रूप –
जब हम इशारों या संकेतों के माध्यम से अपनी बात समझाते हैं, तो उसे भाषा का सांकेतिक रूप कहते हैं। कभी-कभी संकेतों या इशारों के अर्थ गलत भी हो जाते हैं, इसलिए भाषा का यह रूप व्याकरण में मान्य नहीं है।
लिपि
भाषा को लिखित रूप देने हेतु निश्चित किए गए चिह्नों को लिपि कहते हैं। प्रत्येक भाषा की अपनी लिपि होती है। विश्व की प्रमुख लिपियाँ निम्नलिखित हैं
भाषा | लिपि |
अंग्रेजी, फ्रैंच, स्पेनिश, जर्मन | रोमन |
उर्दू | फ़ारसी |
तमिल | तमिल |
चीनी | चित्रलिपि |
पंजाबी | गुरुमुखी |
बांग्ला | बांग्ला |
अरबी | अरबी |
हिंदी, संस्कृत, नेपाली | देवनागरी |
विशेष नोट ब्राही़ी लिपि से देवनागरी लिपि का विकास हुआ है। इसे नागरी लिपि के नाम से भी जाना जाता है। हिंदी का जन्म संस्कृत से हुआ है।
बोली
जब एक भाषा अनेक स्थानों पर बोली जाती है, तो उसके स्थानीय रूप विकसित हो जाते हैं। भाषा के स्थानीय या क्षेत्रीय रूप को ही बोली कहते हैं। बोली में लोकगीत गाए जाते हैं तथा कहावतें और लोक कथाएँ कही जाती हैं। बोलियों का अपना कोई लिखित साहित्य नहीं होता। बोली का केवल मौखिक रूप ही होता है।
हिंदी की कई बोलियाँ हैं; जैसे-अवधी, ब्रज, मागधी, हरियाणवी, राजस्थानी, कुमाऊँनी, गढ़वाली, बुंदेलखंडी आदि।
जब किसी बोली में साहित्य लिखा जाने लगता है, तो वह बोली उपभाषा बन जाती है। ब्रज और अवधी हिंदी की बोलियाँ हैं, पर कालांतर में वे उपभाषाएँ बन गई।
हिंदी के प्रसिद्ध कवि सूरदास ने ब्रज भाषा में ‘सूरसागर’ तथा महार्कवि तुलसीदास ने अवधी भाषा में ‘रामचरितमानस’ की रचना की।
हिंदी की बोलियाँ | क्षेत्र |
अदधी | उत्तर प्रदेश |
हरियाणवी | हरियाणा |
कुमाऊँनी/गढ़वाली | उत्तराखंड |
ब्रज | उत्तर प्रदेश |
बुंदेलखंड़ | उत्तर प्रदेश |
मानक भाषा
एक भाषा की कई बोलियाँ होती हैं, पर मानक रूप एक ही होता है; जैंसे-हिंदी की अनेक बोलियाँ हैं, पर उसका मानक रूप खड़ी बोली है। हिंदी का यही मानक रूप पुस्तकों, समाचार-पत्रों तथा रेडियो में प्रयोग किया जाता है। भाषा के सर्वमान्य तथा स्वीकृत रूप को मानक भाषा कहते हैं।
मातृभाषा
मातृभाषा वह भाषा होती है, जिसे बच्चा सबसे पहले अपनी माँ से सीखता है। यदि माँ बांग्ला भाषा बोलत्ती है, तो बच्चा बांग्ला सीखता है। इस प्रकार बांग्ला ही उसकी मातृभाषा कहलाएगी। इसी प्रकार यदि बच्चा अपनी माँ से गुजराती सीखता है, तो गुजराती ही उसकी मातृभाषा होगी। अलगअलग प्रांतोंदेशों में रहने वाले लोगों की मातृभाषा इसी कारण भिन्न-भिन्न होती है।
राजभाषा
जिस भाषा का प्रयोग सरकारी कार्यालयों में कामकाज के लिए किया जातः है, वह राजभाषा अर्थात् राज-काज की भाषा कहलाती है। भारत में सरकारी कार्यालयों में कामकाज के लिए अंग्रेजी तथा हिदी दोनो भाषाओं का प्रयोग किया जाता है।
14 सितंबर, 1949 को भारतीय संविधान के अनुच्छेद 343 के अंतर्गत हिंदी को भारत की राजभाषा घोषित किया गया, इसलिए 14 सितंबर को प्रतिवर्ष हिंदी दिवस मनाया जाता है।
संविधान में बाईस भाषाओं को मान्यता दी गई है-हिंदी, संस्कृत, उद्दू, पंजाबी, मैथिली, मराठी, असमिया, बांग्ला, उड़िया, कोंकणी, तमिल, तेलुगु, माणिपुरी, गुजराती, बोडों, डोगरी, संधाली, कन्नड़, सिंधी, मलयालम, कश्मीरी, नेपाली।
विशेष हिंदी भाषा भारत के अतिरिक्त अन्य देशों में भी बोली जाती है; जैसे-नेपाल, मॉरिशस, फिजी, सूरीनाम, यूगांडा, दक्षिण अफ्रीका, कनाडा, इंग्लैड, अपेरिका आदि।
व्याकरण
प्रत्येक भाषा अपने आप में विशिष्ट होती है। उसके मौगिक व लिखित रूप को सही ढंग से समझने के लिए व्याकरण का ज्ञान होना आवश्यक है। व्याकगण द्वारा हमें भाषा के नियमों की जानकारी मिलती है। इसके द्वारा हम भाषा को शुद्ध रूप से बोलना, पढ़ना और लिखना सीखते हैं।
अत: व्याकरण वह शास्त्र है, जो हमें किसी भाषा के नियमों को सिखाकर उसके शुद्ध रूप से परिचित कराता है। व्याकरण के तीन अंग है
1. वर्ण-विचार भाषा की मूल ध्वनियों के लिखित रूप वर्ण कहलाते है। वर्ण-विचार में वर्णों के आकार, उच्चारण, वर्गीकरण आदि के विषय में विचार किया जाता है।
2. शब्द-विचार वर्णों के मेल से शम्द बनते हैं। शब्द-विचार के अंतर्गत शब्दों के भेद, उनकी उत्पत्ति तथा रचना आदि से संबंधित जानकारी प्राप्त होती है।
3. वाक्य-विचार शब्दों के सार्थक मेल से वाक्य बनते हैं। वाक्य-विचार में वाक्यों के अंग, मेद, वाक्य विश्लेषण, विराम-चिह्ह आदि के विषय में विचार किया जात है।
अभ्यास-प्रश्न :
निम्नलिखित प्रश्नों के दिए गए विकल्पों में से सही विकल्प छाँटिए
प्रश्न 1.
मनुष्य अपने विचारों का आदान-प्रदान कैसे करता है?
(क) भापा द्वारा
(ख) बुद्धि द्वारा
(ग) वर्ग द्वारा
(घ) भावों द्वारा
उत्तर:
(क) भापा द्वारा
प्रश्न 2.
रेडियो पर किस भाषा का प्रयोग करते हैं?
(क) मौखिक
(ख) लिखित
(ग) सांकेतिक
(घ) ये सभी
उत्तर:
(क) मौखिक
प्रश्न 3.
मौखिक भापा में किसका प्रयोग किया जाता है?
(क) चिहों
(ख) लिपियों
(ग) संकेतों
(घ) ध्वनि
उत्तर:
(घ) ध्वनि
प्रश्न 4.
पंजाबी भाषा की लिपि कौन-सी है?
(क) गुरुमुब्री
(ख) फारसी
(ग) वांग्ला
(घ) खरोष्टी
उत्तर:
(ख) फारसी
प्रश्न 5.
बोली भाषा का कैसा रूप है?
(क) स्थानीय
(ख) साहित्यिक
(ग) सामाजिक
(घ) उपरूप
उत्तर:
(क) स्थानीय
प्रश्न 6.
लोकगीत और लोककधा में भाषा का कौन-सा रूप प्रयोग होगा?
(क) निलें
(ख) बो बैी
(ग) संकेत
(घ) व्यक्कव
उत्तर:
(ख) बो बैी
प्रश्न 7.
भाषा के स्वीकृत रूप को क्या कहते हैं?
(क) मौखिक भाषा
(ख) मानक भाषा
(ग) लिख्तित भाषा
(घ) व्यापारिक भाषा
उत्तर:
(ख) मानक भाषा
प्रश्न 8.
हिंदी भाषा को राष्ट्रभाषा कब घोषित किया गया?
(क) 15 दिसंबर, 1947
(ख) 16 सितंबर, 1948
(ग) 14 सितंबर, 1949
(घ) 15 सितंबर, 1990
उत्तर:
(ग) 14 सितंबर, 1949
प्रश्न 9.
व्याकरण भाषा को कैसा रूप प्रदान करता है?
(क) शुद्ध
(ख) अशुद्ध
(ग) मानक
(घ) लिखित
उत्तर:
(क) शुद्ध
रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए –
देवनागरी, खड़ी बोली, शब्द-विचार, संस्कृत
(क) ________ लिपि का विकास ब्राह्बी लिपि से हुआ है।
उत्तर:
देवनागरी
(ख) व्याकरण के तीन अंग है- वर्ण विचार, ________ तथा वाक्य विचार।
उत्तर:
शब्द-विचार
(ग) हिंदी की मानक भाषा ________ है।
उत्तर:
खड़ी बोली
(घ) हिंदी का उद्गम ________ भाषा से हुआ।
उत्तर:
संस्कृत
मिलान कीजिए –
(i) वार्तालाप | (क) उत्तर प्रदेश |
(ii) समाचार-पत्र | (ख) मौखिक |
(iii) उर्दू | (ग) रोमन |
(iv) अंग्रेजी | (घ) लिखित |
(v) ब्रज | (ङ) फारसी |
उत्तर:
(i) वार्तालाप | (क) उत्तर प्रदेश |
(ii) समाचार-पत्र | (घ) लिखित |
(iii) उर्दू | (ङ) फारसी |
(iv) अंग्रेजी | (ग) रोमन |
(v) ब्रज | (क) उत्तर प्रदेश |
नीचे दिए गए कथन के आगे (✓) और (✗) का निशान
लगाइए –
(क) हिंदी को राष्ट्रभाषा का दर्जां 14 सितंबर, 1949 को दिया गया।
उत्तर:
[✓]
(ख) अवधी उत्तर प्रदेश में बोली जाती है।
उत्तर:
[✓]
(ग) ज्ञान के संचित कोष को हिंदी कहते हैं।
उत्तर:
[✗]
(घ) भाषा के सर्वमान्य तथा स्वीकृत रूप को मानक भाषा कहते हैं।
उत्तर:
[✓]
(ङ) मातृभाषा का अर्थ राजभाषा है।
उत्तर:
[✗]
नीचे दिए गए प्रश्नों के संक्षिप्त उत्तर दीजिए –
(i) भाषा किसे कहते हैं?
(ii) भाषा के भेदों को उदाहरण सहित लिखिए।
(iii) राजभाषा और मातृभाषा में अंतर बताइए।
(iv) लिपि किसे कहते हैं?
(v) व्याकरण से क्या अभिप्राय है? उसके तीनों अंगों को स्पष्ट कीजिए।